पब्लिक प्रोविडेंट फंड यानी पीपीएफ इन्वेस्टमेंट का एक शानदार विकल्प है। इसमें पैसे लगाकर आपको गारंटीड रिटर्न तो मिलता ही है, साथ में अच्छा खासा ब्याज भी मिलता है । इस योजना की सबसे अच्छी बात है कि इसमें आपका पैसा पूरी तरह से सुरक्षित रहता है। इसके अलावा पीपीएफ अकाउंट पर आपको लोन की सुविधा भी मिलती है।
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कौन कौन खुलवा सकता है PPF अकाउंट
सबसे पहले जान लेते हैं कि पीपीएफ अकाउंट कौन खुलवा सकता है। कोई भी व्यक्ति किसी पोस्ट ऑफिस या बैंक में अपने नाम पर पीपीएफ अकाउंट आराम से खुलवा सकता है। इसके अलावा नाबालिग की तरफ से उसके माता पिता या गार्जियन कोई भी उसके नाम पर खाता खुलवा सकते हैं।
PPF योजना 2024 का अवलोकन
योजना का नाम | Public Provident Fund (PPF) |
योजना की समय अवधि | 15 वर्ष |
योजना की न्यूनतम और अधिकतम जमा सीमा | ₹500 और ₹150000 |
ब्याज दर | 7.1% |
अब हम आपको बताने जा रहे हैं कि पीपीएफ में निवेश करने के आखिर फायदे क्या हैं।
पीपीएफ में निवेश के फायदे
सुरक्षा
पहला फायदा तो यह है कि यह स्कीम सबसे सुरक्षित मानी जाती है। वजह है पीपीएफ को सीधे केंद्र सरकार रेग्युलेट करती है और इस पर मिलने वाला ब्याज भी सरकार ही तय करती है। इसलिए इस स्कीम में निवेश पर सुरक्षा की पूरी गारंटी सरकार की ही होती है।
अगर आप टैक्स छूट और अच्छे रिटर्न वाले निवेश की तलाश में हैं तो पीपीएफ में निवेश सर्वश्रेष्ठ रहेगा। पीपीएफ से ज्यादा रिटर्न सिर्फ सुकन्या समृद्धि योजना और सीनियर सिटीजन स्कीम में मिल रहा है। लेकिन इन दोनों ही स्कीम में हर व्यक्ति निवेश नहीं कर सकता है।
न्यूनतम निवेश धनराशि
दूसरे फायदे की बात यह है कि इस स्कीम में आपको एक साल में कम से कम ₹500 निवेश करने की सुविधा मिलती है। यानी अगर आपके पास ज्यादा पैसा नहीं है तो भी इस स्कीम में निवेश की शुरुआत कर सकते हैं।
पीपीएफ में एक साल में ज्यादा से ज्यादा डेढ़ लाख रुपए निवेश कर सकते हैं। एक वित्त वर्ष में अधिकतम 12 किश्तों में पैसा जमा कर सकते हैं। इसमें हाल फिलहाल में 7.1% का सालाना ब्याज मिल रहा है। हालांकि सरकार समय समय पर इस ब्याज दर में बदलाव करती रहती है।
लोन की सुविधा
तीसरी खास बात यह है कि पीपीएफ अकाउंट पर लोन की सुविधा भी मिलती है। यानी पीपीएफ अकाउंट में जमा पर आप आराम से लोन भी उठा सकते हैं। आपने जिस वित्त वर्ष में पीपीएफ अकाउंट खुलवाया है, उस वित्त वर्ष के खत्म होने के एक वित्त वर्ष बाद से लेकर पांचवें वित्त वर्ष के खत्म होने तक आप पीपीएफ खाते पर लोन ले सकते हैं।
जमा पर अधिकतम 25 फीसदी का लोन उठा सकते हैं। लोन के लिए प्रभावी ब्याज दर पीपीएफ पर मिलने वाले ब्याज से केवल एक फीसदी ही ज्यादा रहती है। ब्याज को दो मंथली इंस्टॉलमेंट या फिर एक साथ चुकाया जा सकता है।
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सबसे ज्यादा फायदा और ब्याज देने वाली स्कीम
चक्रवृद्धि ब्याज का फायदा
पीपीएफ में निवेश की चौथी खास बात यह है कि इसमें कंपाउंडिंग ब्याज का भी फायदा मिलता है और यह ब्याज हर तिमाही के आधार पर बदलता रहता है।
अवधि
पांचवां फायदा यह है कि खाताधारक जितना मन चाहे उतनी लंबी अवधि के लिए इसमें निवेश कर सकते हैं। पीपीएफ खाते का मैच्योरिटी पीरियड 15 साल का होता है। यानी इन 15 सालों में पीपीएफ खाते से एक भी रुपया आप नहीं निकाल सकते हैं।
मैच्योरिटी पीरियड बीतने के बाद आप जितना मन चाहे उतने समय के लिए इसे और आगे बढ़ा सकते हैं। आपको बता दें कि पीपीएफ पर ब्याज दर की गणना में पांच तारीख का बहुत महत्वपूर्ण रोल होता है। हर महीने की पांच तारीख और आखिरी तारीख के बीच पीपीएफ खाते के सबसे कम बैलेंस पर ही ब्याज दिया जाता है।
यही वजह है कि पांच तारीख को या फिर उससे पहले पीपीएफ में निवेश कर देना चाहिए ताकि आपको अधिक से अधिक ब्याज मिले। आइये इसे एक उदाहरण के साथ भी समझते हैं। मान लेते हैं कि आपने 5 अप्रैल को या फिर उससे पहले पीपीएफ में डेढ़ लाख रुपए डाले। ऐसे में 7.1 फीसदी के दर से आपको मौजूदा वित्त वर्ष के लिए कुल ₹10650 का ब्याज मिलेगा।
लेकिन अगर आप यही पैसा 6 अप्रैल को डालते हैं या उसके बाद डालते हैं तो आपको इसी वित्त वर्ष के लिए सिर्फ 11 महीनों के लिए ब्याज मिलेगा। यानी कि आपको ₹9763 का ब्याज मिलेगा। दूसरे शब्दों में कहें तो सिर्फ एक दिन की देरी पर आप ₹887 यूं ही गंवा देंगे। इसलिए बेहतर है कि पांच तारीख आते आते इसमें निवेश करें।
निष्कर्ष
उम्मीद करते हैं कि यहाँ दी गयी पीएफ से जुड़ी जानकारी आपको काफी पसंद आई होगी। पर्सनल फाइनेंस का ऐसा कोई भी टॉपिक जिसके बारे में आप हमसे समझना चाहते हैं तो नीचे कमेंट बॉक्स में जरूर सुझाएं। अंत तक इस लेख को पढ़ने के लिए धन्यवाद।