दोस्तों, जैसा कि आप लोगों ने इस लेख का शीर्षक पढ़ के यह अनुमान लगा लिया होगा कि आज के इस लेख में हम पोस्ट ऑफिस की किस स्कीम के बारे में बात करने वाले हैं। जी हाँ दोस्तों, आपका अनुमान एकदम सही है। पोस्ट ऑफिस की सबसे बढ़िया, सबसे शानदार और सबसे अधिक ब्याज देने वाली स्कीम जो सिर्फ हमारी बेटियों के लिए जिनकी उम्र 10 वर्ष या उससे कम है सिर्फ उन्हीं के लिए पोस्ट ऑफिस में उपलब्ध है।
इस लेख में हम पोस्ट ऑफिस की Sukanya Samridhi Yojana के बारे में बिलकुल सरल और आसान भाषा में एकदम विस्तार से आपको जानकारी देने वाले हैं। इस लेख में हम आपको बताएंगे कि सुकन्या समृद्धि योजना क्या है तथा इसमें कौन कौन खाता खोल सकता है। इस स्कीम में खाता खोलने के लिए किन किन डॉक्यूमेंट की आवश्यकता होती है तथा सुकन्या समृद्धि योजना की ब्याज दर क्या है।
सुकन्या समृद्धि योजना में हम कम से कम कितने पैसे जमा कर सकते हैं और अधिक से अधिक हम इसमें कितने पैसे जमा कर सकते हैं। इस स्कीम में टैक्स बेनिफिट क्या है और इस स्कीम में ब्याज लगाने का क्या तरीका है। इन सभी महत्वपूर्ण बातों के बारे में हम आपको सम्पूर्ण जानकारी देंगे।
दोस्तों इस लेख को पढ़ने के बाद आपको पोस्ट ऑफिस की सुकन्या समृद्धि योजना के बारे में कहीं और से कोई भी जानकारी प्राप्त करने की आवश्यकता नहीं रहेगी।
दोस्तों जिस घर में बेटी होती है वह परिवार और माता पिता बहुत ही खुशकिस्मत होते हैं। हर बेटी अपने माता पिता की लाडली होती है। दोस्तों हम में से कुछ लोग सोचते हैं कि सुकन्या समृद्धि अकाउंट एक लंबा खाता है। लंबे समय के लिए इसको चलाना पड़ता है इसलिए हम इसमें पैसा निवेश करने से थोड़ा पीछे हटते हैं, लेकिन वास्तव में ऐसा कुछ नहीं है।
सुकन्या समृद्धि योजना खाता में हम केवल 9 या 10 साल बाद भी इसकी मैच्योरिटी ले सकते हैं जो कि आगे मैं इस लेख में आपको बताऊंगा।
Table of Contents
Who Can Open Sukanya Samridhi Yojana Account
तो दोस्तों, सबसे पहले बात करते हैं पोस्ट ऑफिस का सुकन्या समृद्धि अकाउंट कौन खोल सकता है। सुकन्या समृद्धि खाता 10 वर्ष या उससे कम उम्र की बालिका का पोस्ट ऑफिस में या बैंक में हम यह खाता खोल सकते हैं। यह खाता उसके माता पिता के द्वारा या बच्ची के गार्जियन के द्वारा खोला जा सकता है।
लेकिन एक बहुत ही महत्वपूर्ण ध्यान रखने योग्य बात है कि पोस्ट ऑफिस में या बैंक में एक बच्ची का केवल एक ही खाता खोला जा सकता है। यदि आपने गलती से एक बच्ची के दो खाते खोल लिए हैं, तो जो दूसरा खाता है उस पर सुकन्या समृद्धि योजना की दर से ब्याज आपको नहीं दिया जाएगा। उस खाते को रेगुलर खाता माना जाएगा अर्थात नियमित खाता माना जाएगा।
इसलिए इस बात का विशेष ध्यान रखना है कि एक बच्ची का केवल एक ही खाता हो। जो परिवार NRI है वह इस स्कीम में अपना खाता नहीं खुलवा सकता है। इस स्कीम के तहत एक परिवार में दो बच्चियों से अधिक का खाता नहीं खोला जा सकता। यानी कि जो दो बड़ी बच्चियां हैं केवल उन्हीं का खाता खोला जा सकता है।
तीसरी बच्ची का खाता नहीं खोला जा सकता, लेकिन यदि किसी केस में किसी के पास पहले से एक बच्ची है तथा दूसरी बार उनको दो जुड़वा बच्ची पैदा हो जाती हैं या तीन बच्चियां एक साथ पैदा हो जाती हैं तो नियम के अनुसार उन सभी का सुकन्या समृद्धि खाता खोला जा सकता है।
लेकिन यदि पहले से परिवार में दो जुड़वा बच्चियां हैं उनका खाता खोल रखा है तथा उसके बाद एक बच्ची और हो जाती है तो उसका खाता नहीं खुल सकता क्योंकि दो खाते उस परिवार में पहले से खुल चुके हैं।
Documents Required For Sukanya Smridhi Yojana
तो दोस्तों अब बात करते हैं कि सुकन्या समृद्धि योजना में अकाउंट खोलने के लिए किन किन दस्तावेजों की आवश्यकता पड़ती है।
- सबसे पहले तो इसमें खाता खोलने के लिए एक अकाउंट ओपनिंग फॉर्म (AOF)जो कि पोस्ट ऑफिस में बड़ी आसानी से मिल जाता है, वह आपको पूरा भर के देना होता है। बालिका के माता पिता या अभिभावक जिनके द्वारा यह खाता ऑपरेट किया जाना है, उनके दो पासपोर्ट साइज के फोटो और उनके पैन कार्ड और आधार कार्ड की सेल्फ अटेस्टेड कॉपी।
- उसके बाद जिस बच्चे का खाता खोला जाना है उसका बर्थ सर्टिफिकेट और एक आधार कार्ड की अटेस्टेड कॉपी उसके साथ में लगानी होती है।
- यदि एक के बाद दो जुड़वा या फिर ट्रिपल लड़कियां पैदा हो जाती है तो उस मामले में डॉक्टर का या हॉस्पिटल का उनका बर्थ सर्टिफिकेट भी लगाना अनिवार्य है।
- खाता खोलने के लिए जो शुरुवाती रकम डिपॉजिट की जाती है, वह आप कैश में या फिर चेक के रूप में भी कर सकते हैं।
- ये सभी डॉक्यूमेंट खाता खोलने के फॉर्म के साथ लगा करके तथा एक जमा पर्ची भर करके जितने से आपने खाता खोलना है, पोस्ट ऑफिस में आप जमा कर दें। बड़ी आसानी से आपका खाता खुल जाएगा।
Interest Rate Of SSY
अब अगर बात करें इसकी ब्याज दर के बारे में तो 1/4 /2024 से पोस्ट ऑफिस की सुकन्या समृद्धि योजना पर 8.2% सालाना ब्याज दिया जा रहा है। ब्याज जो है वार्षिक रूप पर दिया जाता है और यह कंपाउंड इंटरेस्ट होता है। जैसे ही आप इस खाते में पैसा जमा करते हैं, फाइनेंशियल ईयर के आखिरी में उस पर ब्याज जोड़ दिया जाता है तथा अगली बार मूलधन और ब्याज मिलकर के उसका प्रिंसिपल अमाउंट बन जाता है।
इस प्रकार ब्याज पर ब्याज आपको इस अकाउंट में दिया जाता है तथा इस अकाउंट की मैच्योरिटी के टाइम में इस तरह से कंपाउंडिंग की पावर से आपको बहुत अधिक रिटर्न मिल जाता है।
इस लेख में हम आगे जानेंगे कि आप जितना पैसा जमा करते हैं उससे लगभग तीन गुना ज्यादा तो इसमें आपको रिटर्न वापस मिल जाती है, और उससे दो गुना से ज्यादा आपको इस पर ब्याज भारत सरकार दे देती है।
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अब बात करते हैं इस खाते में न्यूनतम और अधिकतम डिपॉजिट कितनी कर सकते हैं। यह खाता जो है कम से कम ₹250 से खोला जा सकता है। इसमें एक फाइनैंशल ईयर में कम से कम ₹250 जमा करना अनिवार्य है। इस खाते में एक फाइनैंशल ईयर में हम अधिकतम डेढ़ लाख रुपए तक जमा कर सकते हैं। इसमें जमा की जाने वाली राशि ₹50 के मल्टीपल में होनी चाहिए।
इस खाते में हम एक साथ इकट्ठी रकम भी जमा कर सकते हैं या फिर इंस्टॉलमेंट के रूप में हर महीने थोड़ा थोड़ा पैसा जितना आपके पास है, इस खाते में हम जमा कर सकते हैं। सुकन्या समृद्धि खाते में लगातार 15 सालों तक हमें पैसा जमा करना होता है। उसके बाद अगले छह सालों तक हमें कोई पैसा जमा नहीं करना होता और इस तरह से 21 साल के बाद इस अकाउंट की मैच्योरिटी पूरी हो जाती है।
यदि किसी वर्ष हम ₹250 इसमें जमा नहीं करते तो यह खाता डिफॉल्ट हो जाता है। लेकिन घबराने की कोई भी आवश्यकता नहीं है। अगर आप किसी वजह से किसी साल इस खाते में मिनिमम इसकी जो डिपॉजिट सीमा होती है ₹250 जमा नहीं कर पाए हैं तो आप इस खाते के 15 साल पूरे होने से पहले कभी भी ₹250 हर साल के हिसाब से और ₹50 हर साल का डिफॉल्ट के हिसाब से इसमें ऐड करके इस खाते को फिर से चालू कर सकते हैं।
इस प्रकार से चालू जो खाता है उस पर आपको पूरे बेनिफिट मिलते हैं तथा सभी प्रकार की सुविधाएं दी जाती है तथा सुकन्या समृद्धि योजना का पूरा ब्याज दिया जाता है। डिफॉल्ट अकाउंट पर आपको सुविधाएं नहीं मिलती है तथा खाता डेड हो जाता है।
Tax Benefits
और अब यदि बात करें इसमें इनकम टैक्स की छूट के बारे में तो इसमें आयकर अधिनियम की धारा 80 C के तहत इनकम टैक्स में छूट प्राप्त है। यह छूट डेढ़ लाख रुपए तक प्राप्त है। सरकार ने सुकन्या समृद्धि अकाउंट को EEE कैटेगरी के अंतर्गत रखा है। इसमें निवेश की गई रकम पर टैक्स छूट होती है। मिलने वाला ब्याज तथा मैच्योरिटी भी टैक्स फ्री होती है।
Interest Calculation Method Of Sukanya Samridhi Yojana
दोस्तों अब देखते हैं कि सुकन्या समृद्धि योजना में जो इंटरेस्ट कैलकुलेशन है उसका क्या तरीका है। अन्य स्कीमों की तरह इस स्कीम का जो इंटरेस्ट रेट है भारत सरकार के वित्त मंत्रालय के द्वारा क्वार्टरली अनाउंस किया जाता है, नोटिफाइड किया जाता है। इस खाते में ब्याज जो न्यनतम बैलेंस है, उस पर लगाया जाता है।
महीने की पांच तारीख से लेकर के महीने की अंतिम तारीख के बीच में जो मिनिमम बैलेंस होता है, उसी पर ब्याज दिया जाता है। यदि हम सुकन्या समृद्धि अकाउंट में किसी महीने पांच तारीख के बाद पैसा जमा करते हैं तो उस महीने का ब्याज नहीं दिया जाता है।
इसलिए यह एक बहुत ही महत्वपूर्ण बात है जिसको हम सबको ध्यान में रखना चाहिए कि सुकन्या समृद्धि अकाउंट में हमें पांच तारीख से पहले पैसा जमा कर देना चाहिए ताकि उस महीने का ब्याज हमें मिल सके। अगर पांच तारीख के बाद हम पैसा जमा करते हैं तो हमें इंटरेस्ट का काफी नुकसान हो जाता है क्योंकि यह एक लॉन्ग टर्म इन्वेस्टमेंट प्लान है, इसलिए ब्याज का नुकसान काफी अधिक हो जाता है।
जैसा कि पहले बताया, इस खाते में फाइनेंशियल ईयर के आखिरी में यानी 31 मार्च को इस खाते में इसका जो कुल ब्याज बनता है, वह ऐड कर दिया जाता है। अगर आपका खाता बैंक में है, आप बैंक से पोस्ट ऑफिस या पोस्ट ऑफिस से बैंक में इसको ट्रांसफर करते हैं तो 31 मार्च को जहां पर भी आपका खाता होगा वहीं पर उसका ब्याज लगा दिया जाता है और इस पर जो ब्याज कमाया जाता है वह भी इनकम टैक्स फ्री होता है।
यह खाता पोस्ट ऑफिस या बैंक के किसी एजेंट के द्वारा नहीं खोला जा सकता। यहां सरकार ने एजेंटों को कमीशन ना देकर के सुकन्या समृद्धि अकाउंट पर ही ज्यादा इंटरेस्ट रेट दे दिया है जो कि काफी अच्छी और फायदे की बात है।
Who Will Operate The SSY Account
अब बात करें कि खाता कौन और कब तक ऑपरेट करेगा। तो बालिका जब तक 18 वर्ष या उससे कम रहती है अर्थात जब तक बालिका नाबालिग है तो उसके माता पिता या अभिभावक जो गार्जियन है इस खाते को ऑपरेट करेंगे।
जैसे ही बालिका 18 वर्ष या उससे अधिक की हो जाती है तो खाते का पूरा अधिकार उस बालिका या बच्ची को चला जाता है। पोस्ट ऑफिस या बैंक वाले नयी KYC ,आईडी तथा डॉक्यूमेंट लेकर यह खाता उस बच्ची के नाम कर देते हैं।
अब इस खाते में पैसा निकालने का या इसकी मैच्योरिटी लेने का पूरा अधिकार उस बच्ची को होता है। इसके बाद माता पिता का या गार्जियन का इस अकाउंट से कोई लेना देना नहीं होता है। 18 वर्ष के बाद बालिका अपने हिसाब से यह पैसा अपनी आगे की पढाई या शादी ब्याह के लिए इस्तेमाल कर सकती है।
Partial Withdrawal Facility
दोस्तों अब बात करते हैं पोस्ट ऑफिस के सुकन्या समृद्धि अकाउंट में पार्शियल विड्रॉल के बारे में यानी कि आंशिक निकासी के बारे में। जब बालिका 18 साल या उससे अधिक की हो जाती है तथा वह 10वीं क्लास पास कर लेती है तब हायर एजुकेशन के लिए वह उस खाते में जमा जो कुल रकम है, उस पर ब्याज लगा करके जो उसमें कुल बैलेंस बनता है उसका 50% तक पैसे की आंशिक रूप से निकासी की जा सकती है।
यदि हायर एजुकेशन के लिए इसमें निकासी की जाती है तो उसके लिए जो जरुरी डॉक्यूमेंट होते हैं एजुकेशन से संबंधित वह पोस्ट ऑफिस में जमा कराने होंगे। उसके बाद ही निकासी की जा सकेगी। खाते में जमा कुल राशि का 50% या हायर एजुकेशन पर खर्च होने वाले खर्च में से जो भी कम है उतनी ही राशि की निकासी की अनुमति दी जा सकती है।
इस तरह की निकासी हम एक साथ या फिर इंस्टॉलमेंट में भी निकाल सकते हैं। लेकिन एक साल में हम एक बार से ज्यादा निकासी नहीं कर सकते और अधिकतम हम लगातार पांच सालों तक निकासी कर सकते हैं।
Premature Clouser of Sukanya Samridhi Account
वैसे तो सामान्यतः सुकन्या समृद्धि अकाउंट को प्री मैच्योर क्लोजर नहीं किया जा सकता, लेकिन कुछ विशेष परिस्थितियों में इस खाते को बंद करने की अनुमति प्रदान की जा सकती है। इन कंडीशन में भी पांच साल के बाद ही यह अनुमति प्रदान की जा सकती है। जैसे -
- यदि दुर्भाग्यवश अकाउंट होल्डर की मृत्यु हो जाती है तो उस मामले में इस खाते को बंद करने की अनुमति दी जा सकती है।
- यदि अकाउंट होल्डर को कोई जीवन को खतरे में डालने वाली बीमारी हो जाती है, जिसमें उसकी जान को खतरा हो तो यह खाता बंद करने की अनुमति दी जा सकती है।
- माता पिता के द्वारा यह खाता चलाया जाता है , उनकी डेथ हो जाने पर भी इस खाते को बंद करने की अनुमति दी जा सकती है।
- इसके अलावा एक कंडीशन और है जिसमें इस खाते को प्री मेच्योर क्लोज करने की अनुमति दी जा सकती है। यदि अकाउंट होल्डर का जो स्टेटस चेंज हो जाता है, जब उन्हें खाता खुलवाया तो वह भारतीय नागरिक है और बाद में यदि वह एनआरआई हो जाते हैं तो उस पर खाते को बंद करने की अनुमति दी जा सकती है।
- इसके अलावा इस स्कीम में एक और नए नियम को हाल ही में जोड़ा गया है, इस नियम के अनुसार अगर कोई जेंडर ट्रांसफॉरमेशन करवाता है अर्थात लिंग परिवर्तन करवाता है तो इस तरह के मामले में सुकन्या समृद्धि अकाउंट बंद किया जाता है।
Clouser on Maturity
तो दोस्तों, अब बात करते हैं खाते की मैच्योरिटी के बारे में। इस खाते का सामान्य मैच्योरिटी पीरियड 21 साल है। इसमें 15 साल तक हमें लगातार खाते में पैसा जमा कराना होता है चाहे वह हम हर महीने करें या साल में एक बार कराएं। और छह साल तक आपका पैसा जो है लॉक इन पीरियड में रहता है।
यानी कि आपको 15 साल के बाद कोई पैसा जमा कराना नहीं होता है। उसके बाद आपका जो पैसा और उस पर लगने वाला इंटरेस्ट जो है उसके ऊपर ब्याज पर ब्याज हर साल छह साल तक लगता रहता है और 21 साल के बाद आपके खाते की मैच्योरिटी हो जाती है।
नॉर्मल कंडीशन में यदि हम एक साल की बच्ची का खाता खुलवाते हैं तो 21 साल के बाद यानी कि जब वह बच्ची 22 साल की होती है तो पूरी तरह से खाता मैच्योर हो जाता है तथा उसे पूरा मैच्योरिटी अमाउंट मिल जाता है। लेकिन कम समय में भी हम खाते की मैच्योरिटी ले सकते हैं।
यदि बालिका की उम्र 18 साल या उससे अधिक हो गई है और अब उसकी शादी करनी है तो शादी के लिए भी हम यह खाता बंद करवा सकते हैं तथा उस खाते में जितनी भी रकम जमा होती है उसकी पूरी की पूरी मैच्योरिटी ले सकते हैं। उस खाते का सारा का सारा पैसा निकाल सकते हैं।
लेकिन यहां भी शर्त यह है कि शादी से एक महीने पहले या शादी के तीन महीने बाद तक ही हम यह पैसा निकाल सकते हैं। यदि हम शादी से एक महीना पहले और शादी के तीन महीने बाद तक यह खाता बंद नहीं करते हैं तो उसके बाद यह खाता नॉर्मली जिस तारीख को खाता खोला गया है, उससे 21 साल तक लगातार चलेगा।
वैसे तो इस खाते का मैच्योरिटी पीरियड 21 साल है, परंतु इसमें हमें नॉर्मली पैसे 15 साल तक ही जमा करने होते हैं। इसके अलावा भी हम इससे पहले भी यह खाता जल्दी बंद कर सकते हैं।
उदाहरण के तौर पर मान लीजिए हमने नौ साल की बच्ची का खाता जो है सुकन्या समृद्धि योजना में खुलवा दिया और उसके बाद जब वह 19 साल की होती है 10 साल के बाद, तो उसकी शादी करने के लिए हम इस खाते को पूरी तरह से जो है क्लोज कर सकते हैं। इसकी फुल मैच्योरिटी ले सकते हैं। इस तरह से केवल 10 साल में ही हम इसकी मैच्योरिटी ले सकते हैं।
Sukanya Samridhi Account Calculation
दोस्तों अब देखते हैं इस खाते में कितने पैसे जमा करने पर मैच्योरिटी पर कुल हमें कितनी रकम वापस मिलती है। दोस्तों , सुकन्या समृद्धि अकाउंट में यदि हम ₹500 जमा करते हैं तो हमारे द्वारा जमा की गई रकम ₹90,000 होगी तथा सरकार इस पर ब्याज देगी ₹1,60,200 और मैच्योरिटी पर हमें कुल ₹2,70,300 वापस मिलेंगे।
और यदि इसी रकम को हम ₹500 महीना जमा करने के बजाय साल में इकठ्ठा ₹6,000 जमा करते हैं तो भी 15 सालों में ₹90,000 हम निवेश कर पाएंगे और उस पर सरकार जो ब्याज देगी, ₹1,17,922 होगा और मैच्योरिटी पर कुल रकम जो हमें मिलेगी वह होगी ₹287923।
तो आप बिल्कुल स्पष्ट देख पा रहे होंगे कि इस तरह से हमें इकट्ठा पैसा जमा करने पर ₹10,623 अधिक मिलते हैं। इसलिए यदि आप इस स्कीम में अधिक फायदा उठाना चाहते हैं तो आप ₹500 मासिक जमा ना करके यदि संभव हो तो एक साथ रकम जमा करें और यह रकम आप पांच तारीख से पहले ही जमा करें। इस प्रकार से आपको जो मैच्योरिटी पर ब्याज मिलेगा उसमें काफी अधिक फायदा होने वाला है।
दोस्तों , अब आगे हम टेबल के माध्यम से जानेंगे की कितनी धनराशि मासिक तथा इकठ्ठा जमा करने पर हमे कितने पैसों का अंतर मिलेगा।
Rs.1000 Per Month | Rs.12000 Per Year | Rs.2000 Per Month | Rs.24000 Per Year | Rs.5000 Per Month | Rs.60000 Per Year | Rs.10000 Per Month | Rs.120000 Per Year | Rs.12500 Per Month | Rs.150000 Per Year |
---|---|---|---|---|---|---|---|---|---|
Total Money Deposit- ₹180000 | Total Money Deposit- ₹180000 | Total Money Deposit-₹360000 | Total Money Deposit-₹360000 | Total Money Deposit-₹900000 | Total Money Deposit-₹900000 | Total Money Deposit-₹1800000 | Total Money Deposit-₹1800000 | Total Money Deposit-₹2250000 | Total Money Deposit-₹2250000 |
Total Interest Earn- ₹374599.72 | Total Interest Earn-₹395845.62 | Total Interest Earn-₹749199.44 | Total Interest Earn-₹791691.44 | Total Interest Earn-₹1872998.50 | Total Interest Earn-₹1979228 | Total Interest Earn-₹3745997 | Total Interest Earn-₹3958456 | Total Interest Earn-₹4682496 | Total Interest Earn-₹4948070 |
Total Amount Payable-₹554600 | Total Amount Payable-₹575846 | Total Amount Payable-₹1109200 | Total Amount Payable-₹1151692 | Total Amount Payable-₹2772999 | Total Amount Payable-₹2879229 | Total Amount Payable-₹5545997 | Total Amount Payable-₹5758457 | Total Amount Payable-₹6932497 | Total Amount Payable-₹7198071 |
निष्कर्ष
तो दोस्तों , जैसा की आपने ऊपर दी गयी टेबल में देखा अगर आप पॉसिबल हो सके तो मासिक पैसा जमा करने से अच्छा एक साल में एक बार में ही आप एक फिक्स रकम जमा करा दीजिए। इससे आप अधिक ब्याज प्राप्त कर सकते हैं। लेकिन इस स्कीम में ऐसा कोई हार्ड एंड फास्ट रूल नहीं है। आप अपनी सहूलियत के हिसाब से कितना भी पैसा जमा करा सकते हैं।
तो दोस्तों, यह थी पोस्ट ऑफिस की Sukanya Samridhi yojana के बारे में विस्तृत जानकारी। दोस्तों, अगर आपको यह लेख जरा सा भी ज्ञानवर्धक लगा हो तो लेख को शेयर अवश्य करें ताकि और लोगों के पास भी यह इंफॉर्मेशन पहुंच सके ताकि और लोग भी इस स्कीम का लाभ उठा सके, इसके बारे में जानकारी प्राप्त कर सके तथा अपनी बेटी के उज्जवल भविष्य के लिए पोस्ट ऑफिस या बैंक में सुकन्या समृद्धि खाता खुलवा सकें।