नमस्कार दोस्तों, आज के इस लेख में हम 2024 की 2 बेस्ट स्कीम के बारे में बात करेंगे। इन दोनों स्कीम में आपको एक निश्चित अमाउंट डिपोजिट करना होता है और उसके बदले में आपको हर महीने एक फिक्स्ड इनकम मिलती रहती है। दोस्तों यदि आप भी इसी तरह की स्कीम में इन्वेस्ट करने की सोच रहे हैं तो आज का यह लेख पूरा पढ़ें। यह लेख पूरा पढ़कर आप खुद से डिसाइड कर पाएंगे कि कौन सी स्कीम में आपको इन्वेस्ट करना है।
तो दोस्तों हम बात कर रहे हैं स्टेट बैंक ऑफ इंडिया की Annuity Deposit Scheme और Post Office की MIS स्कीम के बारे में। दोनों स्कीम में क्या अंतर है, क्या क्या समानताएं हैं आज के इस लेख में आप जान पाएंगे। तो चलिए आज का यह लेख शुरू करते हैं और जानते हैं इन दोनों बेहतरीन स्कीम के बारे में।
Table of Contents
Eligibility Criteria
सबसे पहले इन दोनों स्कीम की एलिजिबिलिटी क्राइटेरिया अर्थात पात्रता मापदंड के बारे में जानते हैं।
- इंडियन रेसीडेंट यानी भारत का नागरिक होना आवश्यक है।
- एक व्यक्ति के नाम से सिंगल अकाउंट अथवा दो या तीन व्यक्तियों के साथ मिलकर आप जॉइंट अकाउंट भी खुलवा सकते हैं।
- दोनों ही स्कीम में माइनर अर्थात नाबालिग के नाम के साथ मिलकर भी आप इन दोनों स्कीम को ओपन कर सकते हैं।
Deposit Limit
डिपॉजिट लिमिट की बात करें तो एसबीआई की Annuity Deposit Scheme में कम से कम ₹25,000 आपको जमा करना होता है और मैक्सिमम डिपॉजिट की कोई भी सीमा तय नहीं की गई है। यानी आप अधिक से अधिक रुपया इस स्कीम में जमा कर सकते हैं।
यदि पोस्ट ऑफिस की MIS स्कीम की बात करें तो कम से कम आप ₹1,000 जमा कर सकते हैं और मैक्सिमम डिपॉजिट लिमिट की बात करें तो सिंगल अकाउंट यानी एक व्यक्ति के नाम से ₹9 लाख तथा दो या तीन व्यक्तियों के नाम के साथ जॉइंट अकाउंट में ₹15 लाख तक आप जमा कर सकते हैं, इससे ज्यादा MIS में आप जमा नहीं कर सकते हैं।
तो दोस्तों पोस्ट ऑफिस की MIS स्कीम में लिमिट तय कर दी गई है, जबकि एसबीआई की Annuity Deposit Scheme में आपको मैक्सिमम में कोई भी लिमिट नहीं है। आप अधिक से अधिक रुपया जमा कर सकते हैं।
Tenure
अब हम जानते हैं Tenure अर्थात अवधि के बारे में। एसबीआई की Annuity Deposit Scheme में आप तीन साल, पांच साल, सात साल और दस साल तक के टर्म में आप FD कर सकते हैं। जबकि पोस्ट ऑफिस की MIS स्कीम में सिर्फ और सिर्फ पांच साल के लिए आप FD कर सकते हैं।
एसबीआई के Annuity Deposit Scheme और पोस्ट ऑफिस की Monthly Income Scheme दोनों ही स्कीम में आपको नॉमिनेशन की फैसिलिटी दी गई है। साथ ही साथ आप अकाउंट को ट्रांसफर भी कर सकते हैं एक ब्रांच से दूसरे ब्रांच में। यह फैसिलिटी भी दोनों ही स्कीम में दी गई है।
Interest Rate 2024
अब सबसे महत्वपूर्ण बात करते हैं इंटरेस्ट रेट 2024 की। यानी अभी एसबीआई के Annuity Deposit Scheme में कितना इंटरेस्ट मिल रहा है और पोस्ट ऑफिस की MIS में 2024 में कितना इंटरेस्ट रेट मिल रहा है।
दोस्तों एसबीआई के Annuity Deposit Scheme में एफडी के अनुसार ही आपके इंटरेस्ट रेट फिक्स होती है। जैसे अभी तीन साल, पांच साल या सात साल और 10 साल के लिए यदि आप एसबीआई के Annuity Deposit Scheme में इनवेस्ट करते हैं तो तीन साल के लिए 6.75% और पांच साल से लेकर 10 साल तक की अवधि के लिए 6.50 % का इंटरेस्ट अभी रखा गया है। जबकि सीनियर सिटीजन को 0.50% का अधिक इंटरेस्ट मिलता है।
जबकि पोस्ट ऑफिस की MIS स्कीम में अभी 7.4% का इंटरेस्ट मिल रहा है। एसबीआई के Annuity Deposit Scheme की तरह पोस्ट ऑफिस की MIS स्कीम में वरिष्ठ नागरिकों के लिए अलग से कोई इंटरेस्ट रेट नहीं रखा गया है। जनरल और सीनियर सिटीजंस दोनों को समान इंटरेस्ट रेट मिलता है।
यह भी पढ़ें :
हर महीने ₹18500 पाने के लिए कितना निवेश करना पड़ेगा
PLI Whole Life Assurance policy Benefits
सबसे ज्यादा फायदा और ब्याज देने वाली स्कीम
Pre Mature clouser Rules
प्री मैच्योरिटी क्लोजर की बात करें तो एसबीआई की Annuity Deposit Scheme में एकाउंट होल्डर की डेथ होने की स्थिति में आप प्री मेच्योरिटी करवा सकते हैं। या फिर डिपॉजिट अमाउंट यदि ₹15 लाख तक है तो भी आप प्री मेच्योर करवा सकते हैं। और दोस्तों इसके लिए आपको कुछ पेनल्टी देनी होती है।
जबकि पोस्ट ऑफिस की MIS स्कीम में एकाउंट ओपन होने के एक साल के बाद आप प्री मैच्योरिटी करवा सकते हैं। क्रमशः दो परसेंट और एक परसेंट की प्रिंसिपल अमाउंट में पेनल्टी देने के बाद आपको सारा पैसा वापस मिल जाता है।
Interest Rate Calculator
अब सबसे महत्वपूर्ण बातों को जानते हैं जिसके लिए आपने इस लेख को पढ़ना शुरू किया है। वह यह बात है कि कितने रुपए जमा करने पर एसबीआई के Annuity Deposit Scheme में और पोस्ट ऑफिस की MIS स्कीम में कितना इंटरेस्ट हर महीना मिलेगा।
SBI Annuity Deposit Scheme Calculator
एसबीआई की Annuity Deposit Scheme कैलकुलेटर के अनुसार ₹5 लाख जमा करने पर पांच साल के टर्म में हर महीने ₹9774 की राशि मिलेगी, जबकि ₹9 लाख डिपॉजिट करने पर पांच साल के टर्म में ₹17 595 का इंटरेस्ट हर महीना मिलेगा। वहीं, यदि आप ₹15 लाख डिपॉजिट करते हैं, पांच साल के लिए तो ₹29325 की राशि हर महीने आपको मिलती रहेगी।
Total Amount Deposit | Time Period | Interest per Month |
---|---|---|
₹500000 | 5 years | ₹9774 |
₹900000 | 5 years | ₹17595 |
₹1500000 | 5 years | ₹2932 |
Post Office MIS Scheme Calculator
पोस्ट ऑफिस की MIS स्कीम में यदि आप ₹5 लाख डिपॉजिट करते हैं, जिसका टर्म भी पांच साल का होता है तो हर महीने आपको ₹3083 मिलेगा। जबकि ₹9 लाख डिपॉजिट करने पर ₹5550 की राशि हर महीने मिलेगी। वहीं ₹15 लाख डिपॉजिट करने पर ₹9250 की राशि हर महीने आपको मिल जाएगी।
Total Amount Deposit | Time Period | Interest per Month |
---|---|---|
₹500000 | 5 years | ₹3083 |
₹900000 | 5 years | ₹5550 |
₹1500000 | 5 years | ₹925 |
लेकिन दोस्तों, यहां समझने वाली बात यह है कि SBI Annuity Deposit प्लान में जो भी आपको इंटरेस्ट अर्थात ब्याज मिलता है वह प्रिंसिपल प्लस इंटरेस्ट आपको दिया जाता है।
यहां हम उदाहरण से समझते हैं यदि आपने SBI Annuity Deposit स्कीम में ₹5 लाख डिपॉजिट किए हैं तो जो आपको इंटरेस्ट मिल रहा है ₹9774 उसमें आपका कुछ प्रिंसिपल अमाउंट होता है और कुछ इंटरेस्ट। दोनों को जोड़कर आपको हर महीने उसका इंटरेस्ट आपको दिया जाता है।
जबकि पोस्ट ऑफिस की एमआईएस स्कीम में सिर्फ और सिर्फ इंटरेस्ट दिया जाता है। यानी पांच साल के पूरा होने के बाद पोस्ट ऑफिस की एमआईएस स्कीम में जितना भी आप इन्वेस्ट करेंगे, वह पूरा का पूरा आपको पैसा वापस लौटा दिया जाएगा। पोस्ट ऑफिस की MIS स्कीम में सिर्फ और सिर्फ आपको इंटरेस्ट हर महीने पांच सालों तक मिलता रहता है।
लेकिन SBI Annuity Deposit स्कीम में पांच साल के बाद आपको कुछ भी नहीं मिलेगा। वहां आपको जो भी इंटरेस्ट मिल रहा है, वह प्रिंसिपल और इंटरेस्ट आपको जोड़कर हर महीना आपको दिया जा रहा है और वह पांच साल तक दिया जाता रहेगा।
तो दोस्तों, SBI Annuity Deposit स्कीम में पांच साल पूरा होने के बाद आपको कुछ भी नहीं मिलेगा इसका ख्याल आप जरूर रखें।
Conclusion
तो दोस्तों, यह थी कुछ इंपॉर्टेंट फैक्ट SBI Annuity Deposit और पोस्ट ऑफिस की MIS स्कीम के बारे में। आशा करते हैं आपको सारी बातें समझ में आ गई होंगी। अब आप अपने विवेक से कहां इन्वेस्ट करना है, या कहाँ नहीं करना है अब आप समझ गए होंगे। लेख को अंत तक पढ़ने के लिए धन्यवाद।