नमस्कार दोस्तों, आज के लेख में मैं आपको भारत सरकार की एक ऐसी स्कीम के बारे में बताने जा रहा हूँ जिस स्कीम के अंदर आप जितना भी पैसा इन्वेस्ट करेंगे वह मेच्योरिटी पर आपको डबल होकर वापस मिलेगा।
यानी कि अगर आप उस स्कीम के अंदर ₹1 लाख इन्वेस्ट करेंगे तो मैच्योरिटी पर आपको ₹2 लाख वापस मिलेगा। अगर आप उसके अंदर ₹5 लाख इन्वेस्ट करेंगे तो आपको वह ₹10 लाख होकर वापस मिलेगा और इसी तरह से अगर आप उसके अंदर ₹10 लाख जमा करेंगे तो वह आपको ₹20 लाख होकर वापस मिलेगा और यह पैसा भी आपको सरकारी गारंटी के साथ मिलेगा। यानी कि आपका पैसा डूबने का खतरा बिल्कुल भी नहीं है। आपको सरकार गारंटी देती है कि आपको आपका पैसा डबल होकर वापस मिलेगा।
तो दोस्तों इस स्कीम का नाम है किसान विकास पत्र। दोस्तों इस स्कीम का नाम किसान विकास पत्र है लेकिन यह स्कीम सिर्फ किसानों के लिए नहीं है। इस स्कीम के अंदर कोई भी व्यक्ति पैसा इन्वेस्ट कर सकता है और अपना पैसा डबल कर सकते हैं। तो आज मैं आपको यही बताने जा रहा हूं कि -
- किसान विकास पत्र स्कीम क्या है?
- कौन कौन व्यक्ति इसके अंदर पैसा इन्वेस्ट कर सकते हैं।
- आपको किस तरीके से इस स्कीम के अंदर पैसा इन्वेस्ट करना है।
- आप कहां पर अपना किसान विकास पत्र अकाउंट ओपन कर सकते हैं।
- अगर कोई व्यक्ति समय से पहले इस अकाउंट को बंद करना चाहता है तो उसको क्या प्रक्रिया को फॉलो करना पड़ेगा।
- क्या इस स्कीम के अंदर आपको इनकम टैक्स का कोई बेनिफिट होगा या फिर नहीं?
इस तरह की बहुत सारी छोटी छोटी लेकिन महत्वपूर्ण बातें किसान विकास पत्र से सम्बंधित मैं आपको इस लेख में बताने जा रहा हूं तो आप इस लेख को बहुत ही ध्यान से अंत तक पढ़ियेगा।
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क्या है किसान विकास पत्र स्कीम
चलिए दोस्तों जान लेते हैं कि क्या है भारत सरकार की किसान विकास पत्र स्कीम। दोस्तों किसान विकास पत्र स्कीम जिसे कि हम KVP के नाम से भी जानते हैं, एक सेविंग स्कीम सर्टिफिकेट है जिसे कि आप बैंक या फिर पोस्ट ऑफिस से खरीद सकते हैं।
इस स्कीम के अंदर जो भी पैसा आप डिपॉजिट करेंगे वो आपको नौ साल सात महीने के बाद डबल होकर वापस मिल जाएगा। इस स्कीम को 2011 में बंद कर दिया गया था लेकिन नवंबर 2014 में इसको रीलॉन्च किया गया है।
किसान विकास पत्र स्कीम कैसे काम करती है
तो चलिए दोस्तों, अब हम जानते हैं कि किसान विकास पत्र स्कीम कैसे काम करती है। तो सबसे पहले आपने एक धनराशि तय करनी है जो आप किसान विकास पत्र के अंदर जमा करना चाहते हैं। तो वो जो अमाउंट है वो आपको नौ साल सात महीने के बाद डबल होकर वापस मिल जाएगी।
और जब नौ साल सात महीने आपकी स्कीम के पुरे हो जाएंगे तो आपको आपके द्वारा जमा किया हुआ पैसा और उसका जो इंटरेस्ट है वो आपको वापस मिल जाएगा यानी कि डबल अमाउंट आपको वापस मिल जाएगा।
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KVP की विशेषताएं
तो चलिए अब हम बात करते हैं कि इसकी विशेषताएं क्या हैं। तो सबसे बड़ी विशेषता तो यह है कि यह भारत सरकार की एक योजना है, इसलिए यह सेफ इन्वेस्टमेंट ऑप्शन है और आपको गारंटीड आपके पैसे डबल होकर वापस मिलेंगे।
इसकी और एक खास बात यह है कि अगर आप बैंक से लोन लेना चाहते हैं तो आप अपने केवीपी सर्टिफिकेट को बैंक में एक सिक्योरिटी के तौर पर जमा करवा सकते हैं। जिसकी मदद से आपको लोन लेने में बहुत ही ज्यादा आसानी रहेगी।
कौन कौन किसान विकास पत्र खाता खुलवा सकता है
तो अब हम जानते हैं कि कौन कौन व्यक्ति किसान विकास पत्र अकाउंट ओपन करवा सकते हैं।
- तो दोस्तों किसान विकास पत्र अकाउंट स्कीम सिर्फ और सिर्फ भारतीय नागरिकों के लिए है। कोई भी भारतीय नागरिक अपने लिए एक किसान विकास पत्र सकता है।
- अगर कोई व्यक्ति अपने नाबालिग बच्चों के बिनाह पर किसान विकास पत्र के अंदर पैसा निवेश करना चाहता है तो वह भी स्कीम में पैसा इन्वेस्ट कर सकता है।
- कोई भी नाबालिग जिसकी उम्र 10 साल या उससे ज्यादा है वह अपने लिए एक किसान विकास पत्र खुलवा सकता है।
- अगर आप ज्वाइंट अकाउंट ओपन करना चाहते हैं तो अधिकतम तीन लोग मिलकर जॉइंट अकाउंट भी खुलवा सकते हैं।
KVP खाता खोलने का तरीका
तो अब हम जानते हैं कि आप किस तरीके से किसान विकास पत्र को ओपन कर सकते हैं।
- तो सबसे पहले तो आप अपने लिए किसान विकास पत्र खरीदना चाहते हैं वो आप कैश या फिर चेक दोनों की मदद से ही खरीद सकते है।
- अगर आप अपना किसान विकास पत्र चेक की मदद से खुलवाते हैं तो जिस दिन आपका चेक रिलीज होगा उस दिन से आपका KVP स्टार्ट हो जाएगा।
- किसान विकास पत्र अकाउंट ओपन करने के लिए जरूरी नहीं है कि आपका पोस्ट ऑफिस या फिर बैंक में कोई सेविंग अकाउंट हो।
- इसकी मैच्योरिटी अमाउंट लेने के लिए आपका बैंक या फिर पोस्ट ऑफिस जहां पर भी आपने केवीपी अकाउंट खुलवाया है वहां पर आपका एक सेविंग अकाउंट होना चाहिए।
न्यूनतम और अधिकतम जमा राशि
तो अब हम जानते हैं कि इसकी मिनिमम और मैक्सिमम डिपॉजिट लिमिट क्या है। यानी कि आप कम से कम कितना पैसा जमा कर सकते हैं और ज्यादे से ज्यादा कितना पैसा जमा कर सकते हैं। तो न्यूनतम आप एक हज़ार रूपये से किसान विकास पत्र में अपनी इन्वेस्टमेंट है वो शुरू कर सकते हैं।
इसके अंदर मैक्सिमम डिपॉजिट की कोई भी लिमिट नहीं है। यानी कि आप चाहे तो एक हज़ार, 10 हज़ार, 20 हज़ार, 1 लाख, 5 लाख, 10,00,000 लाख जितना भी पैसा आप चाहे इसके अंदर निवेश कर सकते हैं।
KVP इंटरेस्ट रेट
तो अब हम जानते हैं कि इसका इस समय पर इंटरेस्ट रेट क्या चल रहा है। तो ये जो पोस्ट ऑफिस और बैंक की जितनी भी स्कीम होती हैं इनका इंटरेस्ट रेट भारत सरकार के द्वारा हर तीन महीने के बाद रिवाइज किया जाता है। तो इस समय पर जब मैं यह लेख लिख रहा हूं , इसका इंट्रेस्ट रेट चल रहा है 7.5%।
और दोस्तों आपको यहां पर एक महत्वपूर्ण बात बता दूं कि आप जिस महीने और जिस तारीख को अपना कोई भी सेविंग स्कीम लेते हैं उस डेट को जो भी इंटरेस्ट रेट चल रहा होता है वही इंटरेस्ट आपके आने वाले समय में आपके अकाउंट के ऊपर मिलता रहता है।
यानी कि अगर मान लीजिए आपके स्कीम लेने के अगले ही महीने इंटरेस्ट रेट कम या ज्यादा हो गया तो उसका आपके अकाउंट के ऊपर कोई भी फर्क नहीं पड़ेगा।
KVP का मैच्योरिटी पीरियड क्या है
तो चलिए दोस्तों अब हम जानते हैं कि इसका मैच्योरिटी पीरियड क्या है। यानी कि जब आप अपने अकाउंट के अंदर पैसा इन्वेस्ट करेंगे तो आपको वो वापस कब मिलेगा। तो जैसा कि मैं बता ही चुका हूं कि इसका मैच्योरिटी पीरियड है नौ साल और सात महीने यानी कि नौ साल सात महीने के बाद आपका जो पैसा है आपको वापस मिल जाएगा।
क्या हम इसे प्री मैच्योर क्लोज करवा सकते हैं?
तो अब हम जानते हैं कि क्या हम इसे प्री मैच्योर क्लोज करवा सकते हैं? तो बिल्कुल आप किसान विकास पत्र को ओपन करने के ढाई साल के बाद इसको प्री मैच्योर क्लोज करवा सकते हैं।
KVP Interest Calculator
तो अब हम नीचे दिए गए टेबल के जरिए समझने की कोशिश करते हैं कि किसान विकास पत्र कैसे काम करता है। तो मान लीजिए आपने ₹1 लाख किसान विकास पत्र के अंदर इन्वेस्ट किया तो इस टाइम पर जो इंटरेस्ट रेट चल रहा है वो है 7.5 परसेंट।
इस हिसाब से आपको नौ साल और सात महीने के बाद जो वापस अमाउंट मिलेगी वो मिलेगी ₹2 लाख। तो यहां पर आप देख सकते हैं कि आपने इस स्कीम के अंदर ₹1 लाख जमा करवाया और आपको वापस मिल गए हैं ₹2 लाख। तो इसी तरीके से नीचे दी गयी टेबल में आप देख सकते हैं की आपको कितने निवेश पर कितनी धनराशि वापस मिलेगी।
Lump Sum Amount | Annual Interest Rate | Term | Maturity Amount | Total Interest |
---|---|---|---|---|
₹100000 | 7.5% | 9 years and 7 months | ₹200000 | ₹100000 |
₹200000 | 7.5% | 9 years and 7 months | ₹400000 | ₹200000 |
₹300000 | 7.5% | 9 years and 7 months | ₹600000 | ₹300000 |
₹500000 | 7.5% | 9 years and 7 months | ₹1000000 | ₹500000 |
₹1000000 | 7.5% | 9 years and 7 months | ₹2000000 | ₹100000 |
टैक्स में लाभ
तो चलिए दोस्तों जानते हैं कि क्या किसान विकास पत्र स्कीम के अंदर आपको इनकम टैक्स के बेनिफिट मिलेंगे। तो दोस्तों किसान विकास पत्र के अंदर आपको इनकम टैक्स के बेनिफिट नहीं मिलेंगे। यानी कि केवीपी के अंदर जो भी आप धनराशि निवेश करेंगे उसके अंदर आपको 80c के लाभ नहीं मिलेंगे।
लेकिन दोस्तों यहां पर आप जो भी इंटरेस्ट प्राप्त करेंगे इसकी मैच्योरिटी पर, वो इंटरेस्ट जो है वो ही टैक्सेबल है। यानी कि आपको अपनी इनकम फ्रॉम अदर सोर्स के अंदर इसका जो इंटरेस्ट है उसको डिक्लेयर करना पड़ेगा।
और यहां पर एक महत्वपूर्ण बात बता दूं कि बैंक या पोस्ट ऑफिस के द्वारा इसकी मैच्योरिटी पर कोई भी टीडीएस नहीं काटा जाता है।