दोस्तों, एक समय था जब हार्ट अटैक 60-70 साल की उम्र के बाद ही आया करते थे, लेकिन आज कल 25-30 साल के जवान लोग भी हार्ट अटैक से मर रहे हैं।इसका क्या कारण है ? हमारा लाइफस्टाइल, स्ट्रेस या डाइट। यूं तो तीनों ही कारण है लेकिन शोध से पता लगा है कि हमारा दिल हेल्दी रहेगा या अनहेल्दी रहेगा इसके लिए सबसे बडा निर्णायक कारक यह है कि हम दैनिक जीवन में क्या खाते हैं और यह भी देखा गया है कि अगर कोई अपनी डाइट सही कर ले तो दिल को जो नुकसान हुआ है, वह ठीक तक हो सकता है।
इसलिए आज बात करते हैं पांच ऐसे शाकाहारी भोजन की जिन्हें अगर आप अपनी रोजाना की डाइट में शामिल कर लें तो आपके ह्रदय की नसें जो ब्लॉक हो रही थी वो खुलने लगेंगी। बढा हुआ कोलेस्ट्रॉल कंट्रोल में आएगा और आपके दिल की ताकत भी बढेगी। आइए तो फिर बिना किसी देरी के शुरू करते हैं।
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लक्षण जो बताते हैं कि आपके दिल को मदद की ज़रूरत है
तो क्या ऐसे लक्षण है जिससे पता लगे कि हमें दिल की समस्याएं हो सकती है। दोस्तों, WHO दिल की बिमारियों को साइलेंट किलर की कैटेगरी में डालता है पर घबराएं नहीं हमारे दिल की हेल्थ कैसी है इसको जानने के लिए आप डॉक्टर की सलाह से लिपिड प्रोफाइल टेस्ट करवा सकते हैं।
बाकी अगर आपको अक्सर ही लेफ्ट साइड में पेन होता हो बहुत जल्दी सांस फूल जाती हो, हमेशा थकान सी महसूस होना, चीजें भूलना या लेग्स में क्रैंप पडे तो आपको एक बार हार्ट चेकअप करवा लेना चाहिए।
पाँच ऐसे आहार जो दिल को दोबारा हेल्दी करने की क्षमता रखते हैं
5. लहसुन
शुरू करते हैं नंबर पाँच लहसुन से। दोस्तों, एक के बाद एक शोधों से यह साबित हुआ है कि लहसुन की कली हार्ट ब्लॉकेज को खत्म करने के लिए बहुत प्रभावशील है। लहसुन में विटामिन सी, विटामिन बी6 , मैंगनीज, सेलेनियम जैसे हृदय अनुकूल माइक्रोन्यूट्रिएंट्स तो होते ही हैं लेकिन इसमें खास है एलिसिन।एलिसिन एक ऐसा शक्तिशाली एंटीऑक्सीडेंट है जो जमे हुए बैड कोलेस्ट्रॉल को कम करके ब्लड प्रेशर को कंट्रोल में लाता है।
एक शोध में यह भी सामने आया कि लहसुन खाने से अतिरिक्त प्लेटलेट काउंट कम होता है, जिससे ब्लड क्लॉटिंग और स्ट्रोक का खतरा काफी कम हो जाता है। अब आप सोच रहे होंगे कि लहसुन तो हम रोज खाने में खाते हैं, लेकिन दोस्तों अगर लहसुन कच्चा खाएं तभी दिल को इसका भरपूर फायदा मिलता है।
वास्तव में यह भी देखा गया है कि अगर आप लहसुन की एक कली को पानी के साथ सुबह खाली पेट निगल लें और दूसरी तरफ आप लहसुन की उसी कली को चबा चबाकर खाएं और ऊपर से पानी पी लें तो ऐसे में आपको ज्यादा फायदा होगा। लेकिन अगर आपको चबाने में दिक्कत हो तो आप निगल ही लें, फायदा तो होगा ही। 30 दिन लगातार इस प्रयोग को करें फिर टेस्ट करवाएं, आप हैरान रह जाएंगे।
4. पालक
नंबर चार पर है पालक। दोस्तों, पालक और बाकी हरी पत्तेदार सब्जियों में विटामिन्स, मिनरल्स और एंटीऑक्सीडेंट काफी ज्यादा मात्रा में पाए जाते हैं। लेकिन हरी सब्जियों में एक खास विटामिन होता है विटामिन K जो धमनियों को सुरक्षित रखता है और उचित ब्लड क्लॉटिंग के लिए मदद करता है।
पालक में नाइट्रेट्स भी पाए जाते हैं, जो धमनियों में हुई कठोरता को कम करते हैं, धमनियों को खोलते हैं, ब्लड प्रेशर कम करते हैं और ब्लड वेसल्स की लाइनिंग पर जो सेल्स होते हैं, उनकी कार्य पद्धति को बढ़ाता है। आठ अध्ययनों को मिलाकर एक निष्कर्ष निकाला गया कि जो लोग नियमित रूप से पालक और बाकी हरी पत्तेदार सब्जियां खाते हैं, उन्हें 16% कम चांस होते हैं हार्ट प्रॉब्लम होने के।
एक स्टडी 30 हज़ार महिलाओं पर की गई और उसमें भी यही निष्कर्ष निकला कि हरी पत्तेदार सब्जियां खाने से कोरोनरी हार्ट डिजीज के चांसेस काफी हद तक कम हो जाते हैं। अब हरी पत्तेदार सब्जियों को खाने के लिए आप चाहे तो सब्जी की तरह बना लें, दो चार पत्ते नियमित रूप से आटे में गूंद लिया करें या आप दाल में भी कुछ पत्ते डालकर सेवन कर सकते हैं।
हरी सब्जियां सच में प्रकृति का करिश्मा है। इन्हें आप थोड़ी थोड़ी मात्रा में नियमित रूप से अपने भोजन में रखें तब आपको सबसे ज्यादा फायदा होगा।
3. ओट्स
नंबर तीन पर है ओट्स। दोस्तों, ओट्स में सॉल्युबल फाइबर की मात्रा बाकी अनाजों के मुकाबले में कहीं ज्यादा होती है। इस वजह से यह हार्ट के लिए बहुत ही अच्छा अनाज माना गया है। एक महत्वपूर्ण शोध हुई जिसमें लोगों को दो ग्रुप में रखा गया, जिसमें से एक ग्रुप को ओट्स का फाइबर खिलाया गया और दूसरे को नहीं।
कुछ दिनों के बाद जब शोध पूरी हुई तो पाया गया कि जिस ग्रुप ने फाइबर खाया था उनका एलडीएल यानी बैड कोलेस्ट्रॉल दूसरे ग्रुप के कंपैरिजन में काफी कम था। शोध के आधार पर यह भी कहा जा सकता है कि हम जितना फाइबर वाला खाना खाएंगे, उतना ही हमारा दिल हेल्दी रहेगा।
जैसे मैदे की जगह चोकर वाला आटा इस्तेमाल करें, बल्कि हो सके तो थोड़ा सा चोकर ऊपर से मिक्स कर लें। सफ़ेद चावल की जगह सेमी ब्राउन राइस खाएं। बाजरे को अपनी डाइट में शामिल करें। दालों में राजमा, चने में बहुत भरपूर मात्रा में फाइबर होता है।
45 शोधों के बाद यह फाइनली कहा गया कि जो लोग मैदा और बाकी रिफाइंड ग्रेन का इस्तेमाल करते हैं उनके कंपेरिजन में जो लोग फाइबर वाले मोटे अनाज को खाते हैं उन्हें हार्ट प्रॉब्लम होने के 22% कम चांस होते हैं। इसलिए कोशिश करें कि सुबह ब्रेकफास्ट में ही ओट्स लें।
लंच में चोकर वाली रोटी या सेमी ब्राउन राइस खाएं और रात के खाने में बाजरा शामिल कर सकते हैं। ऐसे जब आप अनाज को बदल बदल कर खाएंगे तो फायदा आपको ज्यादा मिलेगा।
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2. आमला
नंबर दो पर है आमला। आमला तो कुदरत का ऐसा वरदान है जिसकी जितनी तारीफ की जाए कम है। विभिन्न अध्ययनों के आधार पर यह बात स्पष्ट है कि आमला में एक तो भरपूर मात्रा में विटामिन C और कुछ ऐसे एंटीऑक्सीडेंट्स मौजूद होते हैं, जिससे यह धमनियों में जमे कोलेस्ट्रॉल को साफ कर देता है।
ऐसा देखा गया है कि जो लोग तीन महीने लगातार किसी भी रूप में आंवले का सेवन करते हैं, उनके ट्राईग्लिसराइड लेवल कंट्रोल होने लगते हैं। धमनियों में जमा प्लाक कम हो जाता है, ब्लड प्रेशर ठीक होने लगता है। कुल मिलाकर ह्रदय की काम करने की क्षमता बढ़ जाती है।
अब दिक्कत तो यही है कि आंवले को खाएं कैसे। आप आमला जूस ले सकते हैं, रोज सुबह खाली पेट 20 ml आंवला जूस 20 ml पानी में मिक्स करके ले सकते हैं। आयुर्वेद में आमला चूरन और धागे वाली मिश्री के योग को दिल की सभी बीमारियों के लिए उत्तम बताया गया है। आमला चूरन में उतनी क्वांटिटी ही धागे वाली मिश्री पीसकर डाल लें और एक चम्मच पानी के साथ सुबह ले लें।
1. देसी गाय का घी
घी को लिस्ट में देखकर आपको शायद हैरानी हुई हो लेकिन आयुर्वेद की माने तो इस बात में कोई शक नहीं कि देसी गाय का बिलौना तरीके से जो घी निकलता है ये दिल की नसों को कोमल और लचीला बनाता है और दिल को भी ताकत देता है। लेकिन इसका मतलब यह नहीं कि हम घी में पूरियां तल तल कर खाएं।
कच्चा घी जो सब्जी के ऊपर डाल लिया जाता है, दिन में 1 से 2 चम्मच काफी है आपके हार्ट हेल्थ के लिए। इस तरह से अगर आप घी खाएंगे तो आपका बैड कोलेस्ट्रॉल कम होगा और गुड कोलेस्ट्रॉल बढेगा।
दोस्तों, यह बात सच है कि घी को दिल का दुश्मन बनाने के लिए काफी बैड मार्केटिंग हुई है। लेकिन आज मॉडर्न साइंस भी इस बात को मान रही है कि दिल के असली दुश्मन है रिफाइंड तेल, फ्राइड खाना और डब्बाबंद प्रोसेस्ड फूड। एक नवीनतम शोध जो गांव के लोगों पर की गई, उससे पता लगा कि जो लोग घी खा रहे थे उन्हें ह्रदय संबंधी समस्याएं कम होती है।
दोस्तों, देसी गाय के घी में दुनिया के बेस्ट क्वालिटी ओमेगा 3 और पॉलीअनसेचुरेटेड फैटी एसिड होते हैं जिनका अगर सही और नियमित इस्तेमाल किया जाए तो यह दिल ही नहीं बल्कि पूरे शरीर के लिए अमृत का काम करता है।
ओमेगा 3 खाद्य प्रदार्थों की और बात की जाए तो अलसी के बीज जो ड्राई रोस्ट किए हुए हो, नारियल और रोज के दो तीन भिगोए हुए अखरोट भी बहुत फायदेमंद है।
निष्कर्ष
तो दोस्तों, ये थे वो 5 शाकाहारी हार्ट फ्रेंडली फूड्स जिन्हें अगर आप सही तरीके से अपनी नियमित आहार में शामिल करें तो आपकी धमनियों में जमा कोलेस्ट्रॉल कम होने लगेगा। धमनियां साफ होंगी, ब्लड प्रेशर कंट्रोल में आएगा और आप पहले से ज्यादा एनऊर्जावान महसूस करेंगे।
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