दोस्तों, रात का खाना पूरे दिन का सबसे संवेदनशील भोजन होता है। दिन भर में अगर उल्टा सीधा खा लिया जाए तो एक बार के लिए शरीर काम चला लेता है। लेकिन शाम ढलने के बाद जब शरीर की पाचन अग्नि मंद पड़ जाती है उस समय अगर आप गलत खाएंगे तो उसका आपके शरीर को खासा नुकसान उठाना पड़ जाता है।
रात को जंक फूड खाना तो दूर की बात है, कुछ बहुत ही हेल्दी फूड हैं , अगर आप उन्हें भी रात को खा लें तो शरीर के पाचन तंत्र पर भार पड़ जाता है। इन खाद्य प्रदार्थों को अगर आप नियमित रूप से रात को खाते हैं तो आपके पेट पर चर्बी चढ़ेगी, चेहरे का ग्लो कम होगा, बालों की समस्या आ सकती है, रात को नींद आने में दिक्कत हो सकती है, हमेशा थका थका सा महसूस होगा और यहां तक कि डायबिटीज, ब्लड प्रेशर जैसी कुछ गंभीर बीमारियों की शुरुआत भी हो सकती है।
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तो आइए बात करते हैं 5 ऐसे फूड्सखाद्य प्रदार्थों की जो आपको शाम ढलने के बाद बिल्कुल नहीं खाने चाहिए और साथ में बात करेंगे कुछ हेल्दी डिनर फूड्स की भी।
रात में भूल से भी कभी न खाएं ये 5 चीज़ें, हो सकता है भारी नुकसान
5. हरे पत्ते वाली सब्जियां
शुरुवात करते हैं नंबर पांच से जो हैं हरी पत्तेदार सब्जियां। जब बात आती है आयरन, कैल्शियम, पोटेशियम और मैग्नीशियम जैसे आवश्यक सूक्ष्म पोषक तत्वों की तो हरी पत्तेदार सब्जियों का नाम सबसे पहले लिया जाता है। लेकिन क्योंकि हरी पत्तेदार सब्जियों में भारी मात्रा में सेलुलोज फाइबर होता है इसलिए पेट के लिए इन्हें पचाना भी थोड़ा मुश्किल होता है।
आपने देखा होगा कि रात को अगर साग वगैरह खा लें तो गैस बनने लगती है। आयुर्वेद के अनुसार रात को हरी पत्तेदार सब्जियों को बिल्कुल नज़रअंदाज़ करना चाहिए, क्योंकि इससे पेट में अफारा हो सकता है, नींद आने में दिक्कत हो सकती है, सरदर्द हो सकता है, लूज मोशन भी हो सकते हैं।
लेकिन अगर आप रात को हरी पत्तेदार सब्जियों का फायदा लेना ही चाहते हैं तो पहली चीज तो यह कि इन्हें कच्चा नहीं बल्कि पकाकर खाएं। दूसरी बात जो बहुत महत्वपूर्ण है वह यह कि हरी पत्तेदार सब्जियों के केस में कम ज्यादा फायदेमंद है। मतलब यह कि थोड़े से पत्ते खाना ज्यादा पत्ते खाने से ज्यादा फायदा करेंगे।
जैसे आप रात को रोटी बना रहे हो तो उसमें दो चार पत्ते आटे में गूंध लें। इसी तरह से दाल बनाते हुए थोड़े से पत्ते दाल में डाल लें। चावलों में भी डाल सकते हैं। मुख्य बात ये है कि हरे पत्तों की पूरी सब्जी न बनाएं। इसलिए पालक पनीर, साग और आलू मेथी जैसी पौष्टिक सब्जियों को आप डिनर में ना खाकर लंच में ही खाएं। इस तरह से आपका शरीर हरे पत्तेदार सब्जियों को अच्छे से पचा पाएगा जिसके फलस्वरूप आपको उनका भरपूर फायदा भी मिलेगा।
4. सलाद
नंबर चार पर है सलाद। वजन काम करना है तो डिनर में बस सलाद खाकर सो जाओ। लेकिन आपको इस टॉर्चर से गुजरने की जरूरत नहीं, क्योंकि सलाद डिनर में खाना कोई स्वस्थ विकल्प नहीं है। वास्तव में यह अनहेल्दी ही हो सकता है। लेकिन क्यों? सलाद तो कैलोरी में बहुत कम होता है। वो इसलिए क्योंकि सलाद कच्चा आहार है।
सलाद की तासीर ठंडी होती है और उसे पचाने के लिए पाचन तंत्र को अच्छी खासी मशक्कत करनी पड़ती है। अब शाम ढलने के बाद जब हमारी पाचन क्रिया मंद हो जाती है, डाइजेस्टिव जूस अच्छे से स्रावित नहीं होते ऐसे में रात को सलाद खाना बिल्कुल ऐसा है जैसे लकड़ी को बुझी हुई आग में जलाना। क्या होगा? सिर्फ धुआं ही निकलेगा।
यही तो कारण है क्यों जो लोग रात को सलाद खाते हैं उन्हें गैस बनती है, ब्लोटिंग की प्रॉब्लम रहती है, कॉन्स्टिपेशन भी हो जाता है। अगर आपको रात को सलाद खाना ही है तो पहली बात तो यह कि बहुत ही कम मात्रा में खाना चाहिए।
दूसरा यह कि ठंडी तासीर की पानी वाली सब्जियां जैसे कि खीरा, मूली और चुकंदर को बिलकुल ना खायें । इसकी जगह गर्म तासीर की चीजें जैसे कि गाजर, शलगम, टमाटर और शिमला मिर्च बेहतर विकल्प है। और हां, इन पर भी काली मिर्च और सोंठ जैसे मसालों को डालकर इनकी अग्नि को और बढ़ा दें ताकि यह जल्दी पच सकें।
लेकिन दोस्तों, अगर आप रात को सब्जियां खाना ही चाहते हैं तो सबसे अच्छा तरीका यही है कि सलाद की जगह सूप पीएं। सूप पौष्टिक होते हैं, कैलरीज में लो होते हैं और बडी आसानी से पच भी जाते हैं। टमाटर का सूप, मिक्स वेजिटेबल का सूप, लौकी का सूप, चने का सूप, मूंगदाल का सूप आपको जो पसंद हो वह सूप पीजिए, आपको बेहद फायदा होगा।
कुछ दिन ही रात को सूप पीकर देख लें, चर्बी कम होने लगेगी, स्किन ग्लो करेगी और सुबह जब आप उठेंगे तो बहुत एनर्जेटिक महसूस करेंगे। सूप को थोडा और फीलिंग और क्रंची बनाने के लिए आप थोडे से भुने हुए मखाना ऊपर से डाल सकते हैं। ऐसे सूप से आपको कैल्शियम भी भरपूर मिलेगा जिससे हड्डियां मजबूत रहेंगी।
सलाद की तरह ही स्प्राउट्स यानी अंकुरित अनाज को भी शाम ढलने के बाद बिल्कुल नहीं खाना चाहिए। दोस्तों, यह बात सही है कि स्प्राउट्स ऐसी चीज है जिसे अगर आप नियमित खाने की आदत बना लें तो किसी मल्टीविटामिन गोली की जरूरत नहीं पड़ेगी आपको। लेकिन इसको डिनर में खाना आपको फायदे से ज्यादा नुकसान ही पहुँचाएगा।
इसीलिए तो आयुर्वेद के अनुसार कोई भोजन कितना हेल्दी है, इस बात से कहीं ज्यादा जरूरी यह है कि उस भोजन को कब और कैसे खाना चाहिए। अंकुरित अनाज सलाद से भी कहीं ज्यादा मुश्किल होता है पचाना। इसलिए इसे आप शाम को 04:00 बजे से पहले ही खा लें तो बेहतर होगा।
3. दही
नंबर तीन पर है दही। दही में प्रोबायोटिक्स, कैल्शियम, प्रोटीन और फॉस्फोरस जैसे ताकतवर माइक्रोन्यूट्रिएंट्स होते हैं, लेकिन इसका मतलब यह नहीं कि इसे कभी भी खा लिया जाए। आयुर्वेद के अनुसार रात को दही भूलकर भी नहीं खानी चाहिए।
ऐसा इसलिए क्योंकि शाम ढलने के बाद हमारे शरीर का तापमान कम हो जाता है। ऊपर से दही जो कि ठंडी और बलगम बनाने वाली होती है इसे अगर डिनर में लिया जाए तो यह शरीर की सूक्ष्म नाड़ियों को ब्लॉक करती है। ऐसा हो सकता है कि आप रात को दही खाएं और अगले दिन ही जुकाम हो जाए, बुखार हो जाए, खांसी या गला खराब हो जाए।
लगातार रात को दही लेने से साइनस की दिक्कत या कब्ज भी हो सकता है। लेकिन अगर कभी रात को दही खानी पड़ ही जाए तो इसमें काली मिर्च डालना ना भूलें। इससे इसके नकारात्मक प्रभाव कुछ हद तक बराबर हो जाएंगे। वैसे नमकीन मसालेदार छाछ रात को दही के मुकाबले में बेहतर विकल्प है।
अगर आप दाल, सब्जी में नींबू का रस भी डाल लें तो वही टैंगी टेस्ट मिल जाएगा, जिसके लिए लोग अक्सर दही का इस्तेमाल करते हैं।
2. फल
नंबर दो पर है फ्रूट्स। फलों में भरपूर मात्रा में प्राणिक शक्ति होती है, जो हमारे शरीर और मस्तिष्क को ऊर्जा देती है, लेकिन डिनर में नहीं। क्योंकि यह भी कच्चे होते हैं तो रात को पेट में पचने की जगह सड़ सकते हैं। आयुर्वेद के अनुसार कफ बनाने वाले फल जैसे कि केला, ठंडी तासीर के फल जैसे कि अमरूद, सिट्रस फल जैसे कि संतरा, पानी वाले फल जैसे कि तरबूज रात को बिल्कुल भी नहीं खाने चाहिए।
दोस्तों, फलों का सामान्य नियम यही है कि इन्हें शाम को पांच बजे के बाद ना ही खाया जाए। लेकिन अगर आपको रात को फल खाना ही हो तो गर्म तासीर के फल खाएं। आम, अनानास, खरबूजा, लीची, पपीता, खजूर और काले अंगूर कुछ ऐसे फल हैं जो गर्म है और शाम ढलने के बाद थोड़ी मात्रा में खाए जा सकते हैं।
और हां, अक्सर लोग यह गलती करते हैं कि फल को खाने के बाद खाने लगते हैं, स्वीट डिश समझकर। ऐसा न करें क्योंकि इससे फलों का फायदा नहीं मिलता, बल्कि फल खाने के पीछे रहकर पेट में सड़ जाते हैं और गैस करते हैं। आम एक अपवाद है जिसे खाने के बाद लिया जा सकता है। फ्रूट जूस तो फ्रूट से भी ज्यादा ठंडे होते हैं। इसलिए रात को भूलकर भी ना पिएं।
1. भारी भोजन
अंत में नंबर एक पर है हैवी फूड। हैवी फूड का मतलब यह नहीं कि समोसे, बर्गर, कचोरी या पुरी की बात हो। कुछ ऐसे हेल्दी फूड के कॉम्बिनेशन भी हैं, जो पाचन तंत्र के लिए मुश्किल होते हैं पचाने में। मैं बात करना चाहता हूं तीन ऐसे खाद्य पर्दार्थों की जिसमे सबसे पहले है बीन्स, काबुली चना, काले छोले और राजमा जो बहुत गरिष्ट है डिनर के लिए। इन्हें अगर आप लंच में खाएं तो बेहतर होगा।
डिनर में आप दालें खाएं जैसे मूंग की दाल, मसूर की दाल, आदि। रात को खाने के लिए सबसे बढ़िया डिनर ऑप्शन है खिचड़ी जिसमें आधे चावल और आधी मूंग दाल होती है, डिनर के लिए टॉप फूड्स में से एक है। जी हां, रात को चावल खाए जा सकते हैं। चावल को बनाते हुए थोड़ा सा तेजपत्ता और काली मिर्च डाल लें, बढ़िया रहेगा।
दूसरा है रोटी और चावल को एक साथ खाना। क्या आप अक्सर रात को रोटी और चावल साथ साथ खाते हैं? दिक्कत कुछ नहीं है, लेकिन डिनर के लिए हैवी है। चावल और रोटी का कॉम्बिनेशन रिकमेंड किया जाता है वजन बढ़ाने के लिए क्योंकि यह पाचन तंत्र को धीमा करता है।
अगर आपके पेट की चर्बी बढ़ रही है तो हो सकता है कि आप यह गलती कर रहे हो। फिर दो प्रोटीन फूड को कंबाइन करना जैसे कि पनीर और दाल एक साथ रात को खाने से भी पाचन क्रिया पर अच्छा खासा जोर पड़ जाता है।
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निष्कर्ष
जल्दी से अगर रीकैप करें तो शाम ढलने के बाद हरी पत्तेदार सब्जियां, सलाद, स्प्राउट्स, दही, फल , फ्रूट जूस, काबुली चने, काले छोले, राजमा, रोटी और चावल एक साथ, और दो प्रोटीन युक्त भोजन जैसे कि पनीर और दाल न खाएं। अगर आप हरी पत्तेदार सब्जियां खाना चाहते हैं तो दो चार पत्ते आटे में दाल में डाल लें।
सलाद से कहीं ज्यादा बेहतर है रात को सूप पीना। आप अपनी पसंद से टमाटर का सूप, मिक्स वेजिटेबल सूप, हरी मूंग दाल का सूप या कोई भी और सूप पी सकते हैं। रात को गर्म तासीर के फल जैसे कि खजूर, आम और अनानास थोड़ी मात्रा में लिए जा सकते हैं। ध्यान रहे कि फल हमेशा खाने से पहले खाने चाहिए, खाने के बाद नहीं।
रात को मूंग और मसूर जैसी हलकी दालें ली जा सकती हैं। खिचड़ी बहुत ही हेल्दी ऑप्शन है डिनर के लिए। कुल मिलाकर बात यह है दोस्तों की शाम ढलते ढलते हमारे शरीर की पाचन अग्नि भी ढल जाती है।
जिस वजह से उस समय अगर हम हल्का खाना खाएंगे तो फायदे में रहेंगे, भरी खाना खाएंगे तो शरीर की बहुत ऊर्जा खर्च होगी जिस वजह से पेट की चर्बी बढ़ेगी, चेहरे का निखार कम होगा, नींद भी डिस्टर्ब होगी और अगले दिन भी थकान महसूस होगी।
इसलिए भले ही दिन में कभी इधर उधर का कुछ खा लें तो चलेगा, लेकिन रात को बहुत सोच समझकर वही लें जो आपके शरीर के लिए सुपाच्य हो।