इन 5 चीजों को खाने से बलगम ज्यादा बनता है, जाने बचाव के उपाय

दोस्तों, अगर आपको नाक और गले में बहुत ज्यादा बलगम बनता है, बार बार गले में खराश होती है तो आप बिल्कुल सही जगह आए हैं क्योंकि इस लेख में मैं आपसे शेयर करूँगा 5 ऐसे खाद्य पदार्थ जो अक्सर ही लोग हेल्दी समझकर खाते हैं लेकिन वही खाद्य पदार्थ ज्यादा बलगम भी बनाते हैं। 

आखिर में हम बात करेंगे आयुर्वेद में कुछ बहुत ही आसान लेकिन प्रभावी उपाय की जिससे जमा हुआ कफ पिघलकर खुद ही बाहर निकल आएगा। श्वसन तंत्र साफ़ होगा जिससे आपको सांस लेने में दिक्कत नहीं होगी और बहुत ज्यादा बलगम बनना भी बंद हो जाएगा। तो फिर बिना किसी देरी के शुरू करते हैं। 

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Causes & Treatment of Constant Throat Mucus


बलगम/कफ का क्या कार्य है?

दोस्तों, नाक से लेकर फेफड़ों तक का जो पूरा हमारा श्वसन तंत्र है इसमें म्यूकोसल  मेंब्रेन होती हैं जिनका काम ही है म्यूकस यानी बलगम को बनाना। लेकिन क्यों बनाती हैं यह बलगम को? वो इसलिए क्योंकि म्यूकस का अपनी एक महत्वपूर्ण भूमिका है शरीर में। 

म्यूकस अर्थात बलगम क्योंकि एक चिपचिपा जेल जैसा एक प्रदार्थ होता है तो ये बाहर के प्रदूषित कीटाणु, धुल के वायरस और बैक्टीरिया को ट्रैप कर लेता है और उन्हें फेफड़ों के संवेदनशील ऊतक तक पहुंचने नहीं देता। 

इसीलिए तो जब आप किसी पॉल्यूशन या धुल भरी जगह में जाते हैं तो आपको छींकें आती हैं और वो धुल के कण  बलगम के रास्ते बाहर आ जाते हैं। सामान्यतः म्यूकस हमारे शरीर में एक फिल्टर की तरह है, जो बाहरी कणों को अंदर घुसने नहीं देता। 

चलो यह तो बात हुई कि बलगम क्यों जरूरी है, लेकिन समस्या तब आती है जब यही बलगम बहुत ज्यादा बनने लगे। आपने देखा होगा कुछ लोगों को हमेशा जुकाम रहता है या वह गले को बार बार साफ करते रहते हैं। यह ज्यादा बलगम बनना मुलाक़ात में अजीब हो सकता है, आपको सांस लेने में दिक्कत कर सकता है और रात को नींद भी अच्छे से नहीं आ पाती। 

ऐसे में दोस्तों एंटी एलर्जिक टेबलेट खाने से भले ही आपके यह लक्षण थोड़ी देर के लिए काम हो जाएं, लेकिन समस्या जड़ से ठीक नहीं होती। बलगम हमारी बॉडी में सही मात्रा में ही बने इसके लिए आपको सबसे पहले तो ऐसे खाद्य प्रदार्थों को अपनी डाइट से बाहर करना होगा जो ज्यादा बलगम बनाते हैं। 

दूसरा आपको कुछ आयुर्वेदिक उपचार का सहारा लेना चाहिए जो आसान हैं और जिनका परिणाम बहुत अच्छा है। ज्यादातर लोगों को शायद यह पता ही नहीं होता कि जिस भोजन  को वह हेल्दी समझ रहे होते हैं, वही उनके ज्यादा बलगम का कारण बने हुए हैं। तो आइए बात करते हैं 5 ऐसे सामान्य खाद्य प्रदार्थों की जो शरीर में ज्यादा बलगम को बनाते हैं। 

Serial Number Foods That Cause Mucus
5 Banana
4 curd
3 Bread
2 Rice
1 Choclate


इन 5 चीजों को खाने से बलगम ज्यादा बनता है

5. केला 

नंबर पांच पर है केला। दोस्तों, आपने देखा होगा कि अक्सर ही जब खांसी, जुकाम होता है तो केला खाने को मना करते हैं। वो इसलिए क्योंकि केला जब हम खाते हैं तो शरीर में हिस्टामिन नाम का एक केमिकल बनता है जो बलगम के निर्माण को बढ़ाता है। 

वैसे आप केले खा सकते हैं लेकिन अगर आपको बहुत बलगम बनता है, या साइनस, नजला, जुकाम रहता है तो उस मामले में या तो केले को कुछ दिन ना खाएं या फिर केले पर काली मिर्च लगाकर खाएं। इससे आपको बलगम की समस्या में काफी राहत मिलेगी। 


4. दही 

नंबर चार पर है दही। दोस्तों, यह फैक्ट है कि डेयरी प्रोडक्ट ज्यादा बलगम बनाते हैं खासतौर पर दही। आयुर्वेद में दही को कफकारी और अभिष्यंदी भी कहा गया है। कफकारी होने के वजह से यह बलगम ज्यादा बनाता है और अभिष्यंदी  का मतलब वह जो शरीर की सूक्ष्म नाडियों को ब्लॉक करता है। 

इसलिए अगर आपको पहले ही बलगम काफी बनता है, सांस लेने में दिक्कत आती है, उस केस में आपको दही पर रोक लगाने की जरूरत है। बेहतर होगा आप कुछ दिन दही, मक्खन और मेयोनीज जैसे भारी दुग्ध उत्पादों को अपने आहार से हटा ले। हो सके तो दूध भी आप हल्दी, काली मिर्च डालकर ही पिए। द

ही अगर आप खाना चाहते हैं तो दोपहर तक ही खाएं, रात को तो बिल्कुल ही नज़रअंदाज़ कर दें और दोपहर में भी आप दही को रायते के  रूप में ही लें तो बेहतर होगा। आप प्लेन दही भी ले सकते हैं जिसमें नमक, काली मिर्च डाल कर थोड़ी सी मात्रा में ही लें। 


3. ब्रेड 

नंबर तीन पर है ब्रेड। एक शोध हुई, जिसमें लोगों को रोज दो स्लाइस ब्रेड के दिए गए। शोध के ख़त्म होते होते यह पता लगा कि जिस ग्रुप ने रोज दो स्लाइस ब्रेड के खाए थे, उन्हें नेसल पोलिप्स के लक्षण आने लगे। शोध से यह भी सामने आया कि नियमित ब्रेड खाने से अस्थमा होने के चांस भी बढ़ जाते हैं, लेकिन ऐसा क्यों? 

दोस्तों, ब्रेड में अगर आप देखें तो ग्लूटन की मात्रा काफी ज्यादा होती है। दूसरा बाजार में से जो हम ब्रेड खरीदते हैं उसमें प्रिजर्वेटिव्स, फूड एडिटिव्स और थिनर डाले जाते हैं जो शरीर की आंतरिक दीवारों में दाह उत्पन्न करते हैं। अब इस दाह को सामान्य करने के लिए शरीर अपने रक्षात्मक प्रतिक्रिया के तौर पर बहुत ज्यादा बलगम बनाने लगता है। 

कहा जाए तो अगर आपको बलगम ज्यादा बनता है तो आपको ब्रेड, फिर चाहे वह ब्राउन हो या व्हाइट नज़रअंदाज़ ही करनी चाहिए। दोस्तों, ब्रेड को आप आसान इंडियन फ्लैट ब्रेड यानी रोटी से रिप्लेस कर सकते हैं, फिर चाहे वह रोटी सैंडविच हो या रोटी का रोल। 


2. चावल 

नंबर दो पर है चावल। दोस्तों, चावलों की एक तो तासीर ठंडी होती है और दूसरा इनमें स्टार्च काफी होता है, इसलिए अगर आप इन्हें बनाकर रख दो तो आपस में जुड़ने लगते हैं। कुछ ऐसा ही प्रभाव इनका शरीर के अंदर जाकर भी होता है जिस वजह से ये बलगम को बढ़ा देते हैं और श्वसन नाड़ियाँ को ब्लॉक करते हैं। 

लेकिन आपको चावल बिल्कुल बंद करने की जरूरत नहीं, बस इसकी मात्रा कम कर दें। दूसरा बहुत जरूरी यह है कि जब भी चावल बनाएं तो उसमें तेजपत्ता, काली मिर्च, लौंग और दालचीनी जैसे गरम मसाले डाल दें ताकि उसकी तासीर थोड़ी गरम हो जाए और अंदर जमा कफ बाहर निकले। 

बाकी दोस्तों अगर आपको ज्यादा बलगम बनती है तो आपके लिए बेसन बहुत ही फायदेमंद अनाज है। बेसन का चीला नाश्ते में खा सकते हैं। आटे में बेसन या चने का आटा मिक्स कर सकते हैं, बेसन का शीरा भी बनाकर पी सकते हैं और स्नैकिंग के लिए भुना चना खा सकते हैं। 


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1. चॉकलेट

आखिर में नंबर एक पर है चॉकलेट। दोस्तों, अगर आपको एसिडिटी की समस्या रहती है उस केस में चॉकलेट और कॉफी ये दोनों चीजें शरीर में अत्यधिक बलगम को बनाती हैं। होता यह है कि चॉकलेट या कॉफी के नियमित उपयोग से हमारे फूड पाइप के फिल्टर्स कमजोर हो जाते हैं। 

अब यह सेंसर, गेट कीपर का काम करते हैं, जो पेट में बने एसिड को ऊपर आने नहीं देते। लेकिन जब यह ज्यादा चॉकलेट कॉफी पीने से कमजोर पड़ जाते हैं, तो एसिड ऊपर की तरफ आता है। अब एसिड ऊपर आएगा तो जो फूड पाइप की दीवारें है उनको उत्तेजित करेगा और शरीर अपने रक्षात्मक प्रतिक्रिया के तौर पर ज्यादा बलगम बनाने लगेगी। 

म्यूकस ज्यादा बनेगा तो खराश होगी, जलन भी होगी और कभी कभी लगातार खांसी की समस्या भी आ सकती है। इसलिए एसिड रिफ्लक्स को बढ़ाने वाली चीजें जैसे कि कार्बोनेटेड ड्रिंक्स और फ्राइड फूड भी आपको अवॉइड करने की जरूरत है। 


गले के बलगम को कम करने के सर्वोत्तम आयुर्वेदिक घरेलू उपचार

तो दोस्तों, यह तो हुए वो 5 खाद्य प्रदार्थ जिन्हें अगर आप नज़रअंदाज़ कर जाएं तो आप देखेंगे कि आपको पहले से बलगम कम बनने लगा है। आइए अब बात करते हैं कुछ आसान घरेलू नुस्खों की जिससे आपको काफी अच्छे परिणाम मिलेंगे। 

Best Ayurvedic Remedies for Constant Throat Mucus


  • पहला तो यह कि आपको ज्यादा से ज्यादा गर्म पानी पीना है। दोस्तों गर्म पानी पीने से आपके गले में जो बलगम जमा हुआ होता है वह खुलकर साफ होने लगता है। बेहतर होगा अगर आप एक थर्मस बोतल अपने साथ रखें जिसमें गर्म पीने लायक पानी हो। 
  • दूसरा प्याज का सलाद आपके लिए बहुत फायदेमंद है। दोस्तों, प्याज में एलियम नाम का एक यौजिक होता है जो आज रिसर्च द्वारा खांसी, गला खराब होना और खासकर म्यूकस प्रोडक्शन को कम करने के लिए काफी लाभदायक माना गया है। आप लंच या डिनर के साथ फ्रेश प्याज के ऊपर नमक, काली मिर्च और नींबू का रस निचोड़ कर खा सकते हैं। इससे आपको कुछ ही दिनों में आराम मिलने लगेगा। 
  • फिर दोस्तों अदरक और शहद दोनों का मिश्रण काफी असरदार है जमे बलगम को निकालने के लिए। इसे आप दो तरीकों से इस्तेमाल कर सकते हैं। या तो अदरक को कद्दूकस करके आधे गिलास पानी में उबाल लें। आप चाहें तो इसमें थोड़ी हल्दी और काली मिर्च भी डाल सकते हैं। जैसे ही बर्तन में पानी आधा रह जाए, आप इसे उतार लें। गुनगुना होने पर एक चम्मच शहद डालें। आपकी बढ़िया एंटी कंजप्शन टी रेडी है। इसे आप सुबह शाम कभी भी पी सकते हैं। दूसरा सिंपल तरीका है कि एक चम्मच अदरक कस कर उसका रस निकाल लें और उसमें एक चम्मच शहद का मिक्स कर लें। बस इसे चाट लें। 


निष्कर्ष 

दोस्तों, अगर आप ये 5 खाद्य प्रदार्थों को अपने आहार से हटा देंगे और इन तीन चीजों का 21 दिन लगातार इस्तेमाल कर लेंगे, गर्म पानी पिएं, प्याज का सलाद खाएं और अदरक शहद का सेवन करें तो आप देखेंगे कि बलगम जो पहले ज्यादा बनता था वो कम हो गया है। गले में जो खराश रहती थी वो ठीक हो गई है और सांस खुलकर आने लगी। 

Vinod Pandey

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