Amazing Facts in Hindi: भविष्य, इसके गर्भ में क्या छुपा है ये तो किसी को नहीं मालूम लेकिन वो भविष्य जो विज्ञान, गणित और कैलकुलेशन पर आधारित हो उसका सटीकता से पूर्वानुमान लगाया जा सकता है। हमारे आज के वर्तमान में कुछ घटनाएं घट रही है जिसका भविष्य में असर होगा।
जैसे कि हम अभी एक पिरामिड बना रहे हैं और वो 11 साल बाद बनकर तैयार होगा। शनि ग्रह के रिंग गायब होने वाले हैं और बिल्कुल ऐसे ही रिंग भविष्य में मंगल ग्रह को मिलने वाले हैं। यहां तक कि पृथ्वी के आसमान में भविष्य में दो दो सूरज दिखने वाले हैं और हमारी गैलेक्सी मिल्की वे किसी और गैलेक्सी के साथ विलय होने वाली है।
दोस्तों ये सारी घटनाएं जो भविष्य में घटने वाली है इन्हें हम तो नहीं देख सकेंगे लेकिन आज इन भविष्य में होने वाली घटनाओं को इस लेख के माध्यम से आपको जरूर बतायंगे।
भविष्य में होने वाली इन 9 घटनाओं को हम अपने जीवनकाल में नहीं देख पाएंगे | Amazing Facts in Hindi
Serial Number | Amazing Facts in Hindi |
---|---|
1 | Zeitpyramide |
2 | Niagara Fall |
3 | Mars Planet |
4 | Asteroid collision |
5 | Two Sun on Earth |
6 | Saturn Planet Rings |
7 | Pangea Ultima |
8 | Solar Eclipse |
9 | Andromeda Galaxy |
Amazing Facts #1
दोस्तों ,भविष्य की शुरुआत करते हैं जर्मनी से। जर्मनी में वेंबली नाम का एक टाउन है जहां पर आज एक आधुनिक पिरामिड बनाया जा रहा है। ये पिरामिड कई सालों से बन रहा है और अगले कई सालों तक लगातार ये बनता रहेगा।
इसे ज़िटपाइरामाइड (Zeitpyramide) या द टाइम पिरामिड भी कहते हैं और इस पिरामिड के निर्माण का काम खत्म होने से पहले हम इस दुनिया से जा चुके होंगे। क्योंकि दोस्तों इस पिरामिड को बहुत ही धीमी गति से बनाया जा रहा है। इस पिरामिड को 120 कंक्रीट के ब्लॉक से बनाया जायेगा और ये कंक्रीट ब्लॉक भी मामूली नहीं हैं , ये स्पेशल और खास किस्म के ब्लॉक्स हैं।
इस पिरामिड के इंजीनियर दरअसल हर 10 साल में सिर्फ एक ब्लॉक को इस पिरामिड में जोड़ते हैं। इसकी शुरुआत 1993 में हुई थी और अब तक ऐसे सिर्फ चार ब्लॉक्स को ही वहां पर रखा गया है और इस हिसाब से इस पिरामिड के निर्माण का काम चलता रहा तो इस पिरामिड को बनकर पूरा तैयार होने में करीब 120 दशक बीत जाएंगे, जिसमें से चार दशक तो अभी तक बीत गए हैं और इस पिरामिड का निर्माण कार्य पूरा होगा सन 3183 में।
जी हां दोस्तों आज से करीब 1160 साल बाद इस पिरामिड का अंतिम ब्लॉक इसके ऊपर रखा जाएगा और इस पर आखिरी ब्लॉक रखने वाला इंसान हमसे 30 जनरेशन बाद का कोई होगा। जी हां दोस्तों इस पिरामिड पर आखिरी ब्लॉग रखकर हमारा ये काम पूरा करने वाले इंसान हमसे बहुत ज्यादा एडवांस और ताकतवर होंगे। लेकिन अफसोस कि हम ये घटना नहीं देख पाएंगे।
Amazing Facts #2
दोस्तों अमेरिका और कनाडा के बीच जो नायग्रा फॉल है वहां बहुत सारे लोग घूमने जाते हैं जो प्राकृतिक भी है और बहुत बड़ा झरना भी है। लेकिन दोस्तों आज से करीब 50,000 साल बाद तक ये नायग्रा फॉल पूर्ण रूप से लुप्त हो चुका होगा। जी हां वहां पर झरने का कोई नामोनिशान नहीं होगा। इसके अलावा अमेरिका में बने माउंट रशमोर जैसे स्ट्रक्चर कटाव की वजह से करीब इतने ही समय में खत्म हो जाएंगे।
Amazing Facts #3
दोस्तों, आज एलोन मस्क की स्पेसएक्स और नासा भी लोगों को मंगल पर भेजने के लिए बेताब है। ये लोग मंगल पर कॉलोनियां बनाना चाहते हैं और मान लो कि ये चीज ये लोग 15-20 साल में चालू भी कर दें तो मंगल पर वैसे इंसानों को टिक पाना आसान नहीं होगा लेकिन मंगल पर रहा जा सकता है।
पर किसी तरह मान लो कि मंगल पर हमारी बस्ती टिक जाती है। वहां रहने में हम कामयाब हो जाते हैं तो करीब अगले 1 लाख साल तो हमें मंगल को रहने लायक स्थान बनाने में लग जाएंगे और उसके बाद ही इंसान वहां बहुत ही आसानी से रह सकेगा। और मंगल ग्रह को हम इस तरीके से रहने लायक स्थान बना पाएंगे कि पृथ्वी पर रहना और मंगल पर रहना करीब एक समान ही होगा।
Amazing Facts #4
दोस्तों।, 5 लाख साल बाद बाद धरती पर एक बड़े आकार के ऐस्टरॉइड के टकराने की पूरी संभावना है। ये एस्टेरॉयड हमारी पृथ्वी से बहुत ही तेज़ गति से टकरा सकता है और करीब 400 किलोमीटर जितना बड़ा गड्ढा बना सकता है।
इस तबाही से एक बहुत बड़ा विस्फोट होगा और बहुत ही ज्यादा धुआं पैदा होगा। पृथ्वी के चारों ओर वातावरण में वो धुआ घुल जाएगा और रात का पूरा वातावरण धुएं से भर जाएगा। और अगर उस वक्त कोई इंसान इस धरती पर खुले वातावरण में रह रहा होगा तो उसकी सांसे फूल जाएगी और वो मृत्यु को प्राप्त होगा।
इसके अलावा चारों ओर सुनामी की लहरें उठेंगी कभी न देखा गया हो इतने रिक्टर स्केल का भूकंप आएगा। लेकिन हो सकता है कि इस एस्टेरॉयड से टकराने के पहले पूरी इंसानी बस्ती को मंगल ग्रह पर स्थापित कर दिया गया हो या कुछ इंसानी बस्ती स्पेस में बने स्पेस स्टेशन में रह रही हो या अगर तब भी कोई इंसानी बस्ती इस पृथ्वी पर रह रही है तो उसे खुले में न छोड़कर किसी गुफाओं में टेक्नोलॉजी के साथ शिफ्ट कर दिया गया हो।
क्योंकि तब अगर कोई इंसान होंगे तो वो बहुत ही एडवांस्ड होंगे और जैसा एस्टेरॉयड के टकराने से डायनासोर का अंत हुआ था वैसा उस इंसानियत का नहीं होगा।
Amazing Facts #5
अगर दोस्तों, 10 लाख साल बाद तक इंसानी सभ्यता जिंदा बच पाती है तो हम ब्रह्मांड की तीसरी कोटि की यानी कि टाइप थ्री सिविलाइजेशन बन जाएंगे। टाइप वन, टाइप टू और टाइप थ्री ये ब्रह्मांड की सभ्यताओं के विकास के पैमाने हैं।
फिलहाल अभी हम यह मान लेते हैं कि अगर इस समय तक इंसानी सभ्यता पृथ्वी या मंगल कहीं पर भी बची रही तो हम इतने सालों में ब्रह्मांड की सबसे आधुनिक सभ्यता बन जाएंगे। फिलहाल हम केवल पेट्रोल, डीजल, तेल और सूर्य प्रकाश से अपनी एनर्जी हासिल करते हैं और इससे हमारे यंत्रों को चलाते हैं।
लेकिन अगर हम तीसरी कोटि की सभ्यता कभी बन जाएंगे तो हम हमारी पूरी गैलेक्सी की सबसे ज्यादा ऊर्जा का उपभोग कर सकेंगे। और इस समय अगर पृथ्वी पर जो कोई भी जीव होगा वो आसमान में दो दो सूर्य को देखेगा। क्योंकि इस वक्त तक ब्रह्मांड में कई सारे सितारे सुपरनोवा एक्सप्लोजन के साथ खत्म हो जाएंगे और उनमें से ही एक बड़ा बीटलजूस स्टार है।
इस तारे का जब सुपरनोवा विस्फोट होगा तो उसकी रोशनी हमारी धरती से साफ साफ दिखाई देगी जो दिन में भी दिखाई देगी और बहुत दिनों तक दिखाई देगी। और ये रोशनी इतनी चमकीली होगी कि ये दिन के वक्त में भी एक दूसरा सूरज हो ऐसा लगेगा। और उस वक्त जो कोई भी इंसान इस धरती पर मौजूद होगा उसे आसमान में दो दो सूरज दिखाई देंगे। कई दिनों तक ये लगेगा कि हमारी धरती पर एक नहीं लेकिन दो सूर्योदय हो रहे हैं।
Amazing Facts #6
दोस्तों , 5 करोड़ साल बाद तक मंगल का चंद्रमा फोबोस अपने ध्रुव से अस्थिर हो जाएगा और बल के कारण धूल, छोटे कण और पार्टिकल्स में परिवर्तित हो जाएगा और मंगल के गुरुत्वाकर्षण बल के कारण वो मंगल के चारों ओर शनि ग्रह की तरह एक छल्ला बना देगा।
और ये धूल का छल्ला मंगल ग्रह के चारों ओर उसके आसपास घूमता रहेगा और यहां पर मंगल ग्रह के आसपास एक रिंग का निर्माण होगा। मानो मंगल गृह को शनि ग्रह की तरह एक रिंग मिल गई हो।
लेकिन दोस्तों अब शनि ग्रह के रिंग की बात करें तो आने वाले 10 करोड़ सालों में शनि ग्रह के ये रिंग गायब होने वाले हैं। आधिकारिक रूप से यह घोषणा हो चुकी है कि ये ग्रह अपने रिंग को गंवा रहा है।
शनि ग्रह के छल्लों को सबसे पहले गैलीलियो ने अपने दूरबीन से सन् 1610 में खोजा था और तब से लेकर अब तक कई सारे वैज्ञानिक शनि ग्रह के इन छल्लों का अध्ययन कर चुके हैं और इन अध्ययनों से हमें ये पता चला कि शनि ग्रह के इन छल्लों में छोटे छोटे मॉलिक्यूल से लेकर एक ट्रक जितने बड़े बड़े आकार के खड़क मौजूद है।
ये रॉक्स और पार्टिकल्स खासकर बर्फ, बर्फ से ढकी चट्टानें और कई सारे उल्कापिंड से मिलकर बने हैं और ये शनि ग्रह से 290000 से 4 लाख किलोमीटर तक फैले हुए हैं।
अब हमें वॉयजर स्पेसक्राफ्ट से किए हुए अध्ययनों से यह पता चला कि शनि ग्रह की ग्रेविटी और उसका मैग्नेटिक फील्ड उसके रिंग में मौजूद पार्टिकल्स को अपनी तरफ खींच रहे हैं और धीरे धीरे शनि ग्रह के आसपास उसके रिंग की सामग्री शनि ग्रह में दाखिल हो रही है।
और दोस्तों इस घटना पर वैज्ञानिकों ने यह निष्कर्ष निकाला कि शनि ग्रह की रिंग्स के पार्टिकल इसी रफ्तार से अगर अपने ग्रह में दाखिल होते रहे तो आने वाले करीब हंड्रेड मिलियन सालों में इनका अस्तित्व खत्म हो जाएगा।
दोस्तों ये टाइम पीरियड बहुत ही लंबा है लेकिन अगर इंसान आने वाले बदलावों को भी झेल पाई और किसी तरह अपने अस्तित्व को पृथ्वी और मंगल ग्रह पर बचाने में अगर सफल हो पाई तो उस वक्त की जनरेशन को शनि ग्रह बिना रिंग के दिखेगा
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Amazing Facts #7
दोस्तों आज से भूतकाल में 18 करोड़ साल से 29 करोड़ साल के बीच में पृथ्वी पर पैंजीआ नाम का एक सुपर कॉन्टिनेंट हुआ करता था। लेकिन समय के चलते वो सुपर कॉन्टिनेंट बिखर गया और उससे आज के सात महा खंड बने हैं।
पर अगर भविष्य की बात करें तो आज से करीब 25 करोड़ साल बाद क्योंकि हमारी पृथ्वी की टेक्टोनिक प्लेट्स खिसकती रहती है इसलिए इस मूवमेंट की वजह से फिर से धरती के सारे कॉन्टिनेंट एक हो जाएंगे और वो फिर से एक महा खंड का निर्माण करेंगे जिसे आज के वैज्ञानिकों ने पैंजीआ अल्टिमा नाम दिया है।
यानी भविष्य में ये शायद यह 7 महाद्वीप पैंजीआ अल्टिमा के नाम से जाने जाए और उनका आकार करीब नीचे दिए गए चित्र की तरह का होगा और बनने के बाद ये करीब 50 करोड़ साल तक रहने वाला है।
Amazing Facts #8
दोस्तों , 50 करोड़ साल बाद चांद हमसे बहुत दूर जा चुका होगा। आज के दौर में दोस्तो, चांद हर साल हमारी पृथ्वी से एक सेंटीमीटर दूर जा रहा है। यानी कि हर साल चांद और हमारी पृथ्वी का फासला बढ़ रहा है और इसलिए दोस्तो, आज से करीब 50 करोड़ साल बाद चांद धरती से इतना दूर जा चुका होगा कि भविष्य की पीढ़ी टोटल सोलर एक्लिप्स जैसी कोई चीज देख ही नहीं पाएगी।
Amazing Facts #9
दोस्तो, ये सारी घटनाएं जो मैंने आपको मोटे मोटे तौर पर कही, इतने समय में तो पूरी दुनिया ही बदल जाएगी। इतने वक्त में तो बहुत सारी प्रजाति इस दुनिया में आएगी और चली जाएगी। लेकिन असली खेल तो इसके बाद शुरू होगा।
यानी कि आज से करीब 4.5 अरब साल बाद शुरू होगा जब हमारी मिल्की वे और हमारी पड़ोसी गैलेक्सी एंड्रोमेडा एक दूसरे में विलय हो जाएगी। एंड्रोमेडा आज हमसे करीब 25 लाख प्रकाशवर्ष दूर है। ये गैलेक्सी हमसे बहुत बड़ी है और इस गैलेक्सी में हमारी गैलेक्सी के वनिस्पत बहुत ही ज्यादा सितारे हैं और ये गैलेक्सी हमारी गैलेक्सी मिल्की वे की ओर 300 किलोमीटर प्रति सेकंड की रफ्तार से आ रही है।
आज जो एंड्रोमेडा हमें दूर से ऐसी दिखती है वो आज से 2 अरब साल बाद ऐसी दिखाई देगी और साढ़े 3 अरब साल बाद कुछ इस तरीके से दिखाई देगी। और करीब साढ़े 4 अरब साल बाद एंड्रोमेडा गैलेक्सी जब हमारे सबसे करीब होगी तो आसमान का रात का नजारा कुछ ऐसा दिखाई देगा।
आसमान अनंत सितारों से भर जाएगा क्योंकि हम आज रात में आसमान में जितने भी सितारे देखते हैं वो हमारे ही गैलेक्सी मिल्की वे के तारे हैं। लेकिन जब एंड्रोमेडा मिल्की वे के साथ विलय होने वाली होगी तो हमें एंड्रोमेडा के असीम तारे और वहां का भी प्रकाश दिखाई देगा।
अब दोस्तो यहां पर एक जरूरी बात जानना जरूरी है की जब एंड्रोमेडा गैलेक्सी हमारी गैलेक्सी के साथ विलय करेगी तो जरूरी नहीं कि ये दोनों गैलेक्सी एक दूसरे से टकराएगी क्योंकि इन बड़ी बड़ी गैलेक्सी के बीच में भी बहुत ही बड़ी खाली जगह, बहुत ही बड़ा अंतर, बहुत बड़ा स्पेस होता है।
सब ऑब्जेक्ट एक दूसरे से बहुत दूर होते हैं और यहां पर हमारी गैलेक्सी के स्पेस में उस गैलेक्सी के पिंड अपनी जगह बनाएंगे और ऐसे में कुछ कुछ पिंड टकरा भी सकते हैं। लेकिन ज्यादातर टकराव नहीं होगा और इसलिए इसे कोलैप्स नहीं लेकिन कोलाइड होना कहते हैं और इसलिए ये दो गैलेक्सी कोलाइड होगी एक दूसरे के अंदर विलय हो जाएगी और एकसाथ मिलकर एक बहुत ही बड़ी गैलेक्सी बन जाएगी और इस विशाल इस बड़ी गैलेक्सी को मिलकोमेडा कहा जाएगा।
अब दोस्तों मुझे लगता नहीं कि इतने सालों बाद भी कोई सभ्यता हमारी पृथ्वी पर या हमारे सूर्य मंडल में भी मौजूद होगी। लेकिन उस वक्त पृथ्वी से दिखने वाला ये नजारा अपने आप में ब्रह्मांड की बहुत ही बड़ी घटनाओं में से एक होगा।
निष्कर्ष (Amazing Facts in Hindi)
तो दोस्तों ये सारी घटनाएं ऑलमोस्ट भविष्य में घटने वाली है। अब आप मुझे ये बताएं कि ये सारी घटनाएं अगर आपको देखना नसीब हो तो इनमें से कौन सी एक घटना है जो आप अपनी आंखों से देखना चाहेंगे। मुझे कमेंट करके जरूर बताएं। तो दोस्तों , यह था हमारा आज का लेख भविष्य में होने वाली उन 9 घटनाओं के बारे में जो हम अपने जीवनकाल में नहीं देख पाएंगे। अंत तक इस लेख के साथ जुड़े रहने के लिए धन्यवाद।