Amazing Facts in Hindi: मित्रों क्या आपको पता है हिन्दू धर्म में चार सबसे महत्वपूर्ण धाम कौन से हैं? अगर नहीं पता तो मैं बता दूं बद्रीनाथ धाम, द्वारकाधीश धाम, रामेश्वरम धाम और जगन्नाथ धाम इन चारों धामों को हिन्दू धर्म में बहुत मान्यता दी जाती है। हिन्दू धर्म में लोग पुण्य कमाने के लिए इन्हीं चार धाम की यात्रा जरूर करते हैं और इन्हीं चार धामों में से जगन्नाथ धाम के साथ बहुत से रहस्य भी जुड़े हुए हैं।
जैसे जगन्नाथ मंदिर में मौजूद मूर्ति के अंदर भगवान श्री कृष्ण का दिल आज भी धडकता है। और तो और मंदिर के ऊपर सुदर्शन चक्र की खास बात क्या है और मंदिर के टॉप पर लगे हुए झंडे को रोज क्यों चेंज किया जाता है।
अगर आप ऐसे ही Amazing Facts इस मंदिर के बारे में जानना चाहते हो तो इस लेख को अंत तक जरूर पढियेगा, क्योंकि आज के इस आर्टिकल में हम आपको जगन्नाथ मंदिर से जुडी 8 ऐसी रहस्यमयी बातें बताएंगे जो शायद आपको न पता हो। तो चलिए बिना देरी के शुरू करते हैं।
जगन्नाथ मंदिर के 8 ऐसे रहस्य, जो विज्ञान से भी परे हैं | Amazing Facts in Hindi
Serial Number | Amazing Facts In Hindi |
---|---|
8 | श्री कृष्ण की मौत |
7 | भगवान जगन्नाथ की मूर्तियां |
6 | भगवन श्री कृष्ण का ह्रदय |
5 | जगन्नाथ मंदिर का ध्वज |
4 | जगन्नाथ मंदिर का प्रसाद |
3 | जगन्नाथ मंदिर की परछाई |
2 | जगन्नाथ मंदिर और पक्षी |
1 | जगन्नाथ मंदिर में प्रवेश नियम |
Amazing Facts #8
वैसे तो जगन्नाथ मंदिर ओडिशा राज्य के पुरी शहर में बना हुआ है लेकिन हम इस लेख की शुरुआत मंदिर की स्थापना और उसके अंदर रखी हुई लकडिय़ों से बनी हुई मूर्ति से करते हैं। 3102 ईसा पूर्व में जरा नाम का एक आदमी जंगल में शिकार कर रहा था।
शिकार करते वक्त उसे एक हिरन दिखा जिसका पीछा करके उसने उसके पैर पर तीर चला दिया। लेकिन असल में तीर जंगल में बैठे भगवान श्री कृष्ण के पैर पर जाकर लगा, जिसे भगवान श्री कृष्ण की मृत्यु हो गयी और उन्होंने अपना शरीर वहीं पर त्याग दिया।
जरा को अपनी गलती पर बहुत अफसोस हुआ। जरा ने पूरे रीति और रिवाज से भगवान श्री कृष्ण के पार्थिव शरीर का अंतिम संस्कार कर दिया। जब भगवान श्री कृष्ण की चिता शांत और ठंडी हुई तब जरा को चिता में से चमकती हुई सी चीज नजर आई।
जरा ने उस चीज को बाजार में बेचने की बहुत कोशिश की, लेकिन किसी ने भी उस चमकती हुई चीज को नहीं खरीदा, जिसके बाद जरा ने मायूस होकर उस चमकती हुई चीज को एक लकडी के ऊपर रखकर उसे पानी में बहा दिया।
Amazing Facts #7
गुप्ता वंश में अवन्ती के राजा इन्द्रद्युम्ना ने जगन्नाथ मंदिर को बनवाया था। राजा इंद्रद्युम्ना भगवान विष्णु के बहुत बड़े भक्त थे। राजा इंद्रद्युम्ना ने एक बार सपने में भगवान विष्णु को देखा जिसमें भगवान विष्णु ने राजा से कहा कि एक नदी के अंदर एक लकड़ी के टुकड़े पर मैं तुम्हें जरूर मिलूंगा, तुम उसकी स्थापना करके मेरा मंदिर बनवाना।
राजा इंद्र ने अगले ही दिन नदी में डुबकी लगाई, जहां राजा को एक लकड़ी का तना मिल गया। लकड़ी के तने के ऊपर एक चमकती हुई सी चीज रखी हुई थी। राजा उन दोनों चीज को अपने महल में ले आया। जिसके बाद राजा ने पूरे शहर में से मूर्तिकारों को लकड़ी से मूर्ति बनाने के लिए बुलवाया।
सभी मूर्तिकारों ने लकड़ी से मूर्ति बनाने के लिए इनकार कर दिया। जिसके बाद एक बूढ़ा मूर्तिकार राजा के पास आया मूर्तिकार ने राजा से कहा कि मैं लकड़ी से मूर्ति बनाऊंगा, लेकिन मेरी शर्त है कि मुझे मूर्ति बनाने के लिए पूरे 21 दिनों का वक्त चाहिए और साथ ही साथ इन 21 दिनों के दौरान मुझसे कोई भी मिलने न आए।
राजा ने मूर्तिकार की बात मान ली और एक कमरे के अंदर मूर्ति बनाने का काम शुरू हो गया। काफी दिन बाद जब उस कमरे को खोला गया उसमें मूर्तिकार नहीं था, बस तीन मूर्ति रखी हुई थी। भगवान जगन्नाथ, उनके भाई बालभद्र और उनकी बहन सुभद्रा की । कुछ इस तरह से पहली बार जगन्नाथ मंदिर में रखी हुई भगवान की मूर्तियां बनाई गई थी।
Amazing Facts #6
दोस्तों जगन्नाथ की मूर्ति के अंदर मौजूद चमकती हुई चीज और कुछ नहीं बल्कि भगवान कृष्ण का दिल है। जी हां यह वाकई हैरान करने लायक बात है। जब जरा का तीर भगवान कृष्ण के पैर में लगा तब उनका शरीर मर गया था लेकिन दिल जिंदा था। असल में वो चमकने वाली चीज भगवान कृष्ण का ह्रदय ही था।
ये हृदय एक सामान्य ह्रदय से बिल्कुल अलग था। इस ह्रदय में बहुत ही ज्यादा हाई एनर्जी होती है। दोस्तों विज्ञानं के मुताबिक पत्थर और धातुएं इलेक्ट्रिसिटी के अच्छे चालक होते हैं इसलिए इस दिल को लकड़ी से बनी हुई मूर्ति में लगाया गया था ताकि एनर्जी पत्थर या धातु से रिएक्ट न करें। इस हृदय को ब्रह्म पदार्थ भी कहा जाता है।
इतनी ज्यादा हाई एनर्जी से लकड़ी भी कुछ समय के बाद खराब होने लगती है। इसलिए हर 12 साल बाद इन मूर्तियों को बदला जाता है। दोस्तों मूर्तियों को बदलने की प्रक्रिया भी अपने आप में बहुत ही ज्यादा रहस्मय है। जिस भी दिन मूर्तियों को बदलना होता है उस दिन मंदिर में किसी को भी आने की इज्जाजत नहीं होती है । इसी के साथ साथ पूरे शहर की बिजली को भी काट दिया जाता है।
जिसके बाद मंदिर के पंडित और बाकी के सेवकों की आंखों पर पट्टी बांध दी जाती है और हाथों में मोटे ग्लब्स पहनाए जाते हैं। जिसके बाद पुरानी मूर्ति में से दिल को निकालकर नई मूर्ति में रख दिया जाता है। मंदिर के पुरोहित के मुताबिक ब्रह्म पदार्थ को हाथ में पकड़ने पर लगता है कि मानो जैसे जिंदा खरगोश हाथ पर बैठा हुआ है।
इसी के साथ साथ आपको लग रहा होगा कि आखिर इस समारोह को आंखों पर पट्टी बांधकर क्यों किया जाता है। असल में ऐसा इसलिए किया जाता है कि अगर किसी ने गलती से ब्रह्म पदार्थ को देख लिया तो उसकी मौत उसी वक्त हो जायेगी, क्योंकि इस ह्रदय में से बहुत ही हाई एनर्जी निकलती है जो सामान्य आंखों से देखना काफी घातक है।
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Amazing Facts #5
दोस्तों , जगन्नाथ मंदिर 65 मीटर लंबा है, जिसके शीर्ष पर हमेशा झंडा लगा रहता है। अब आपको जानकर हैरानी होगी कि ये झंडा हमेशा हवा के विपरीत दिशा में उड़ता है। जी हां, ये सच है। इसके अलावा क्या आपको पता है कि इस झंडे को हर रोज बदला जाता है।
मंदिर के एक सेवक रोज झंडे को खुद अपने हाथों से रोज मंदिर पर चढ़कर बदलते हैं। ऐसा कहा जाता है कि अगर एक भी दिन झंडे को नहीं बदला गया तो मंदिर के दरवाजे अगले 18 सालों के लिए बंद हो जायेंगे।
Amazing Facts #4
हर मंदिर की तरह जगन्नाथ मंदिर में भी रोज प्रसाद बनाया जाता है। जगन्नाथ मंदिर में प्रति दिन लगभग 20 हज़ार से 2 लाख लोग तक आ जाते हैं। श्रद्धालुओं का ये नंबर कभी फिक्स नहीं होता। श्रद्धालुओं की संख्या में इतना बड़ा अंतर होने के बाद भी मंदिर का प्रसाद कभी भी कम नहीं पड़ता। बल्कि सबसे ज्यादा हैरानी की बात तो ये है कि ना ही कभी प्रसाद बर्बाद होता है।
दिन के आखिर में प्रसाद बिल्कुल खत्म हो जाता है। इंसान तो कभी भी इतना सही अनुमान नहीं लगा सकते। इसमें तो भगवान की ही कोई लीला है। जगन्नाथ मंदिर में प्रसाद बनाने की टेक्नीक भी अपने आप में बहुत खास है । टेम्पल में खाना गैस पर नहीं बल्कि लकड़ियों से आग जलाकर बनाया जाता है। इसके लिए एक के ऊपर एक करके सात बर्तनों को रखा जाता है।
अब आपको लग रहा होगा कि ऐसा खाना बनाने पर सबसे पहले सबसे नीचे रखे हुए पतीले का खाना बन जाता होगा। लेकिन ऐसा नहीं है बल्कि सबसे पहले ऊपर रखे हुए पतीले का खाना बनकर तैयार होता है और फिर उसके नीचे वाले पतीले का और फिर उसके नीचे रखे पतीले का।
Amazing Facts #3
दोस्तों , जैसा कि मैंने आपको पहले ही बताया कि ये मंदिर गुप्त वंश के वक्त बनाया गया था। यानी उस वक्त कोई भी मॉडर्न कंस्ट्रक्शन टेक्नोलॉजी नहीं थी। लेकिन फिर भी उस पुराने जमाने में 65 मीटर यानी 214 फीट ऊंचा मंदिर का बनना अपने आप में एक रहस्य है। इस मंदिर की ऊंचाई से ज्यादा तो इसकी परछाई एक रहस्य है।
क्या आप जानते हैं कि दिन भर में कभी भी इस मंदिर की कोई परछाई नहीं बनती। यही वजह है कि इस मंदिर की हर साइड में , हर वक्त रोशनी रहती है। आज तक कोई भी इस नो शैडो की वजह को नहीं जान पाया।
Amazing Facts #2
दोस्तों ऐसी बहुत सी जगह होती है जहां पर प्लेन और ड्रोन को उड़ाना प्रतिबंधित होता है। लेकिन पक्षी तो इस तरह के प्रतिबंधों से अनजान होते हैं। उन्हें जहां मन होता है वो वहां बैठ जाते हैं। लेकिन क्या आपको पता है जगन्नाथ मंदिर के ऊपर से कोई भी पक्षी नहीं उड़ता है और ना ही उसके शीर्ष पर जाकर बैठता है। क्या आपको नहीं लगता कि पक्षियों को जगन्नाथ मंदिर के बारे में कुछ ऐसा पता है जो हम इंसानों को नहीं पता।
Amazing Facts #1
दोस्तों , जगन्नाथ धाम हिंदू धर्म की रहस्मय जगहों में से एक है। इसलिए इस मंदिर में सिर्फ सनातनी हिन्दू ही आ सकते हैं। किसी दूसरे धर्म वाले इंसान को इस मंदिर में आना मना है। इस मंदिर में आपको वीआईपी और वीवीआईपी स्टेटस से कोई फर्क नहीं पड़ता।
इस मंदिर में भारत की लेडी प्राइम मिनिस्टर इंदिरा गांधी को भी जाने से रोक दिया गया था। दरअसल, मंदिर की अथॉरिटी के मुताबिक इंदिरा गांधी के पति एक मुस्लिम थे और शादी के बाद महिला के पति का धर्म ही उसका धर्म माना जाता है।
निष्कर्ष (Amazing Facts in Hindi)
तो दोस्तों , यह था हमारा आज का लेख जगन्नाथ मंदिर के 8 ऐसे रहस्य, जो विज्ञान से भी परे हैंके बारे में। दोस्तों , हमे कमेंट बॉक्स में कमेंट करके जरूर बताइयेगा की आपको इससे पहले इन में से कितने फैक्ट्स के बारे में मालूम था , और आपको इन सारे फैक्ट्स में से सबसे आश्चर्यजनक तथ्य कौन सा लगा और क्यों। अंत तक पढ़ने के लिए धन्यवाद।