अगर आपकी आंखें जलती हैं, आंखों से पानी निकलता है, आंखों की रोशनी कमजोर हो रही है या आंखों की कोई भी और समस्या हो तो इस लेख को अंत तक जरूर पढियेगा क्योंकि इस वीडियो में मैं आपसे शेयर करूंगा आयुर्वेद की संहिताओं से 6 ऐसे आहार जिन्हें अगर आप अपने भोजन में शामिल कर लें तो आपकी आंखों की रोशनी बढ़ेगी।
लेकिन खाद्य प्रदार्थों का सिर्फ नाम पता होने से फायदा नहीं होगा। इसलिए बात करेंगे कि किस तरह से आयुर्वेद में इन खाद्य प्रदार्थों को खाने के लिए कहा गया है ताकि आपको इनका आंखों के लिए भरपूर फायदा मिल सके।
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आंखों की समस्याओं के पीछे सबसे बड़ा कारण
दोस्तों, इस बात में तो कोई शक नहीं कि आंखें अनमोल हैं लेकिन आज कल आंखों की समस्या बहुत ज्यादा बढ़ गई है। क्या कारण है कि पिछले 10 साल में चश्मा पहनने वाले किशोर और किशोरियों की संख्या चार गुना तक बढ़ गई। सबसे बड़ा कारण तो हम सबको पता ही है, मोबाइल का बहुत ज्यादा इस्तेमाल ।
अब ऑफिस का काम तो करना ही है, लेकिन थोड़ी थोड़ी देर में palming टेक्नीक का इस्तेमाल करना चाहिए। आप अपनी हथेलियों को आपस में 5-10 सेकंड अच्छे से रगड़ें और फिर आंखों पर लगा लें। तुरंत आराम मिलेगा ?
गलतियाँ जिनकी वजह से नजर होती है कमजोर!
कुछ और ऐसी गलतियां भी हैं, जिन्हें हम जाने अनजाने करते हैं, जिस वजह से आंखें कमजोर हो जाती हैं।
- जैसे आंखों को मसलने की आदत। इससे आँखों की मांसपेशियां को क्षति पहुँचती है। यात्रा करते हुए पढ़ना या फोन पर चैटिंग करना आंखों की रोशनी को कमजोर करता है।
- दोपहर की कड़कती धूप में सिर को न ढकना और चश्मा न लगाने से भी आंखों पर बुरा प्रभाव पड़ता है।
- कम लाइट में पढ़ाई करना
- सारी रात लाइट बंद न करके सोना
- नंगे पैर जमीन पर चलना भी आंखों के लिए सही नहीं है।
- आयुर्वेद के अनुसार अगर आप ज्यादा नमक वाली चीजें खाएंगे जैसे कि चिप्स या बाकी डब्बाबंद प्रोसेस्ड फूड तो आंखें जल्दी कमजोर होंगी।
लेकिन घबराएं नहीं, आयुर्वेद में आंखों पर खास ध्यान दिया गया है। कुछ बड़े ही स्पष्ट तरीके से ऐसे खाद्य पर्दार्थों का वर्णन किया गया है कि अगर आप उन्हें अपने आहार में शामिल करेंगे तो आंखें जल्दी खराब नहीं होंगी और अगर आंखों की कोई समस्या है तो वह भी ठीक होने लगेगी।
Foods For Eyes |
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Number 6 Eye food |
Number 5 Eye food |
Number 4 Eye food |
Number 3 Eye food |
Number 2 Eye food |
Number 6 Eye food |
आंखों की रोशनी बढ़ाने में बहुत मददगार हैं ये 6 खाद्य प्रदार्थ
#6 आंखों का खाद्य प्रदार्थ- गाजर
शुरुवात करते हैं सबसे पहले नंबर छह गाजर से। दोस्तों, गाजर एक ऐसी सब्जी है जिसमें बीटा कैरोटीन सबसे ज्यादा होता है और इस बीटा कैरोटीन को इस्तेमाल करके ही शरीर विटामिन A बनाता है। अब विटामिन A करता यह है कि कम रोशनी में भी देखने की शक्ति बढ़ाता है।
अगर शरीर को विटामिन A ना मिले तो आंखों का कॉर्निया धीरे धीरे खत्म हो जाता है। सर्वे से पता चलता है कि हर साल 2.5 से 5 लाख बच्चे अंधे हो जाते हैं सिर्फ इस विटामिन A की कमी के कारन। एक शोध हुई जिसमें छह हफ्ते तक लगातार कुछ महिलाओं को गाजर खिलाई गई।
शोध के बाद परिणाम देखा तो जिन महिलाओं ने गाजर खाई थी उनकी नजर दोबारा चेक करने पर पाया गया कि लगभग सभी महिलाओं की आंखों की रोशनी में सुधार हुआ था। यह भी देखा गया कि कच्ची गाजर की बजाय अगर पकाई गाजर खाई जाए तो बीटा कैरोटीन बढ़ जाता है।
इसलिए अगर आप गाजर की सब्जी जैसे आलू गाजर, गाजर मटर या गाजर को किसी भी और रूप में पकाकर खाएंगे तो आंखों को ज्यादा फायदा होगा। आयुर्वेद में आंखों के लिए खास गाजर का हलवा बहुत फायदेमंद है। गाजर को दूध में पकाकर उसमें देसी खांड मिलाकर अगर आप इसे सर्दी में खाएं तो आपकी आंखों के लिए बहुत अच्छा है।
बाकी आप गाजर को सलाद के रूप में भी खा सकते हैं। अध्ययन से पता चलता है कि गाजर अगर आपकी डाइट में हो तो आपको कैटरेक्ट यानी मोतियाबिंद की प्रॉब्लम नहीं आएगी और आंखों की उम्र बढ़ना भी धीमी हो जाएगी।
#5 आंखों का खाद्य प्रदार्थ - सौंफ
आयुर्वेद की दृष्टि में सौंफ आंखों के लिए इतनी फायदेमंद है कि इसे नेत्र ज्योति की संज्ञा दी गई है। और तो और रोमन पुस्तकों में भी इसे The Herb Of Sight कहा गया है। आज आधुनिक विज्ञान भी इस बात को मान रहा है कि सौंफ में कुछ ऐसे एंटी ऑक्सीडेंट होते हैं, जो देखने की क्षमता को इम्प्रूव करने में काफी मदद करते हैं।
आपको पता होना चाहिए की सौंफ के रस को ग्लूकोमा के ट्रीटमेंट के लिए इस्तेमाल किया जाता रहा है। दोस्तों जब हम बहुत ज्यादा फोन और लैपटॉप का इस्तेमाल करते हैं तो हमारी आंखों में गर्मी बढ़ जाती है, क्योंकि सौंफ पित्तशामक है यानी तासीर में ठंडी है यह शरीर से अतरिक्त गर्मी को बाहर निकालती है।
आयुर्वेद के अनुसार अगर आपका पेट ठीक से साफ न होता हो तब भी आंखों की रोशनी कमजोर होने लगती है। सौंफ पाचन के लिए मानी हुई औषधि है, जो प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से दोनों ही तरीके से आंखों को फायदा पहुंचाती है। सौंफ को आप हमेशा अपने पास एक डब्बी में भरकर रख सकते हैं और इसके थोड़े से दाने खाना खाने के बाद खा सकते हैं।
दूसरा आप सौंफ की हर्बल चाय बना सकते हैं। एक पैन में एक ग्लास पानी और एक चम्मच सौंफ डाल दें। पानी आधा हो जाए तब तक उबालते रहें। फिर इसे छानकर थोड़ा ठंडा कर लें और इसमें शहद मिलाकर पी लें। आप इसे कभी भी पी सकते हैं।
#4 आंखों का खाद्य प्रदार्थ- हरी मूंग दाल
नंबर चार पर है हरी मूंग की दाल। हरी मूंग की दाल सभी दालों में सर्वश्रेष्ठ मानी जाती है क्योंकि एक तो यह बहुत गुणकारी है दूसरा यह बहुत जल्दी पचती है, जिस वजह से इसे बच्चे से लेकर बूढ़े तक कोई भी इसका फायदा ले सकता है।
ज्यादा मोबाइल या कंप्यूटर देखने के चलते अगर आपकी आंखें जलती हैं या उनमें बहुत खुजली होती है तो आपको अपनी डाइट में हरी मूंग को शामिल करना ही चाहिए। मॉडर्न स्टडीज ने पाया कि हरी मूंग में कुछ ऐसे फ्लेवोनॉइड्स होते हैं जो फ्री रेडिकल्स को खत्म करते हैं। जिस वजह से आंखों की छोटी नसों में जो इंफ्लेमेशन हो जाती है वह ठीक होने लगती है।
इसमें विटामिन A के साथ साथ जिंक भी होता है, जो रेटिना की हेल्थ के लिए महत्वपूर्ण है। आयुर्वेद में हरी मूंग दाल को नेत्रया कहा गया है यानी वो जो आंखों के लिए टॉनिक है।
महर्षि सुश्रुत ने एक श्लोक में कहा कि हरी मूंग दाल स्पष्ट दृष्टि देने वाली है। हरी मूंग की दाल को आप हफ्ते में दो तीन बार जरूर खाएं। इसके अलावा हरी मूंग दाल और चावल की खिचड़ी स्प्राउट्स और चीले के रूप में भी इसे इस्तेमाल कर सकते हैं।
#3 आँखों का खाद्य प्रदार्थ - A2 गाय का घी
आयुर्वेद के अनुसार अगर कोई चीज आंखों के लिए सबसे ज्यादा फायदेमंद है तो वो है घी। घी को चक्षुश्या कहा गया है यानी वो जो आंखों की हर एक समस्या में उपयोगी है। नेत्र तर्पण में तो उरद दाल के आटे का डैम बनाकर आंखों को घी में डुबो दिया जाता है, इसके पीछे कारण है।
दोस्तों, बेसिकली आंखें एक फैट टिशू है और इन्हें स्वस्थ रखने के लिए फैट की ही जरूरत है। विज्ञान भी ऐसा मानती है कि इसके लिए ओमेगा 3 फैटी एसिड बहुत जरूरी है। यहां फैट से हमारा मतलब चिकनाहट से है। इसीलिए तो ज्यादा मोबाइल या लैपटॉप देखने से आंखें ड्राय होने लगती हैं।
क्योंकि नसों में जो चिकनाहट चाहिए होती है वो कम हो जाती है। अगर देखा जाए तो चिकनाहट किसी भी तेल से कर सकते हैं, लेकिन घी ही क्यों? ऐसा इसलिए क्योंकि घी की तासीर ठंडी होती है। आंखें जितनी ठंडी रहेंगी, उतनी ही स्वस्थ रहेंगी। इसलिए तो जब आप ठंडे पानी के छींटे आंखों पर डालते हैं, तो आपको तुरंत आराम मिलता है।
अब घी को आप अलग अलग तरीके से इस्तेमाल कर सकते हैं। सब्जी दाल के ऊपर कच्चा घी डालें तो सबसे ज्यादा फायदा होगा। दूसरा घी की दो दो बूंदे सोने से पहले आप आईड्रॉप के रूप में भी इस्तेमाल कर सकते हैं। फिर घी से पैरों की तलवों पर मसाज करने से आंखें तुरंत रिलैक्स हो जाती हैं और नींद बहुत अच्छी आती है।
#2 आँखों का खाद्य प्रदार्थ- बादाम
दोस्तों बदाम में विटामिन E होता है और दूसरा ओमेगा 3 फैटी एसिड होते हैं। दोनों ही आंखों की रोशनी बढ़ाने में मदद करते हैं। अगर आप ध्यान से देखें तो बादाम का आकार भी आंख जैसा ही होता है। शायद ये प्रकृति का इशारा है कि आंखों को स्वस्थ रखने के लिए हमें बादाम खाने चाहिए।
लेकिन कैसे खाएं ये बहुत ही जरूरी है वरना फायदे की जगह नुकसान हो सकता है । आयुर्वेद के अनुसार अगर आप चार बादामों को पानी में भिगो दें और फिर उनका छिलका उतार कर चार दाने काली मिर्च के साथ खरल में अच्छे से कूट लें और फिर इसे रात को दूध में उबाल कर पी लें तो बादाम आपकी आंखों की रोशनी बढ़ाएगा। दूध को मीठा करने के लिए आप धागे वाली मिश्री का इस्तेमाल कर सकते हैं।
दूसरा आप केमिस्ट की दुकान से बादाम रोगन तेल भी खरीद सकते हैं। इसका एक चम्मच दूध में मिलाकर रात को लेने से आंखों को फायदा मिलेगा। कोशिश करें कि आप अमरीकन कैलिफोर्निया बादाम की जगह छोटी गिरी यानी गुरबानी बादाम का इस्तेमाल करें। दिखने में भले ही यह छोटे दिखें, लेकिन इनमें तेल ज्यादा होता है। इस वजह से असर भी जल्दी करते हैं।
#1 आँखों का खाद्य प्रदार्थ- आमला
आमला आँखों के लिए सुपरफूड है, इस बात को आयुर्वेद ही नहीं बल्कि आज आधुनिक विज्ञान भी मान रहा है। अध्ययन में पाया गया कि आमला में कुछ ऐसे ख़ास एंटीऑक्सिडेंट हैं जो आँखों के डैमेज सेल को रिपेयर करते हैं। आँखों की छोटी रक्त वाहिकाओं में हुई इन्फ्लेमेशन को कम करते हैं और देखने की शक्ति को बढ़ाने में भी मदद करते हैं।
एक आमला में 20 संतरों से भी ज्यादा विटामिन C होता है और आँखों की रक्त वाहिकाओं के लिए विटामिन C उतना ही जरूरी है जितना चलने के लिए टांगे। आँखों के ऑक्सीडेटिव डैमेज को रोकने के लिए विटामिन C का बड़ा रोल है।
स्टडीज में देखा गया है कि विटामिन C लेने से आँखों की एजिंग स्लो हो जाती है, डार्क सर्कल्स नहीं होते और कैटरेक्ट का रिस्क 86% तक कम किया जा सकता है। आमला का अभी सीजन भी है। आप चाहो तो फ्रेश आमला खा सकते हो। ना खाया जाए तो सुबह खाली पेट जूस पी सकते हो। आमला का अचार या मुरब्बा भी इस्तेमाल कर सकते हो।
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निष्कर्ष
दोस्तों, अगर आप आंखों को डैमेज करने वाली चीजों पर रोक लगाएंगे और इस लेख में बताये गए हुए फलों और खाद्य प्रदार्थों को सही तरीके से अपने आहार में शामिल करेंगे तो आपको जरूर और जल्दी फायदा होगा।