ब्रह्माण्ड के 15 आश्चर्यजनक फेक्ट्स जो आपकी सोच को बदल देंगे | Amazing Facts in Hindi

दोस्तों , हमारा ब्रह्मांड अजीबोगरीब रहस्य से भरा पड़ा है और जितना हम उसे और ज्यादा जानने की कोशिश करते हैं वो हमें उतना ही और ज्यादा चौंकाता है। हमारे ब्रह्मांड में कुछ जगह तो ऐसी हैं जिन पर विश्वास भी कर पाना मुश्किल है और कुछ जगहें हमें यह सोचने पर मजबूर करेगी कि क्या ऐसा भी होता है? 

तो दोस्तों, चलिए आज के हमारे इस आर्टिकल में जानते हैं ब्रह्मांड के 15 अद्भुत फैक्ट्स जो आपको बताएंगे कि हमारा ब्रह्मांड कितना अजीब, कितना अनोखा, कितना अनूठा है। तो चलिए बिना देरी के शुरू करते हैं। 


Surprising facts of the universe that will change your thinking


ब्रह्माण्ड के 15 आश्चर्यजनक फेक्ट्स जो आपकी सोच को बदल देंगे | Amazing Facts in Hindi

Serial Number Amazing Facts in Hindi
1 ब्रह्माण्ड परवर्तनशील है
2 अंतरिक्ष पूर्णतः निशब्द है
3 ब्रह्मांड में तैरते हुए पानी का भंडार
4 ब्रह्मांड में शराब का महासागर
5 अंतरिक्ष में लंबाई बढ़ जाना
6 सूरज का असली रंग
7 ब्रह्मांड में कुल तारे
8 ब्रह्मांड में पदचिन्ह रहने की समय सीमा
9 अंतरिक्ष की गंध
10 ब्रह्मांड में सबसे कम तापमान वाला तारा
11 Hercules–Corona Borealis Great Wall
12 ब्रह्मांड का सबसे बड़ा खालीपन
13 अंतरिक्ष में पैदा हुए कॉकरोच
14 समय यात्रा
15 एस्ट्रोनॉट स्पेस सूट


Amazing Fact #1

हमारे ब्रह्मांड में कुछ भी स्थायी या स्थगित नहीं है। हर चीज अपनी जगह से आगे बढ़  रही है और हर चीज परिवर्तनशील है। 

हमारा चंद्रमा हमारी पृथ्वी की परिक्रमा कर रहा है और उसको पृथ्वी का एक चक्कर लगाने में 27.3 दिन का वक्त लगता है, और हमारी पृथ्वी अपने चांद को लेकर सूरज की परिक्रमा कर रही है और सूरज का एक चक्कर लगाने में हमारी पृथ्वी को 365 दिन, पांच घंटे, 59 मिनट और 16 सेकंड का वक्त लगता है और यह ऊपर के करीब छह घंटे का वक्त जो अतिरिक्त है, जो हर साल पृथ्वी के ऑर्बिट में होता है, उसे बराबर करने के लिए हम लीप ईयर में एक और दिन जोड़ देते हैं और इसलिए लीप ईयर में 365 नहीं, बल्कि 366 दिन होते हैं। 

और इतना ही नहीं, हमारा सूरज भी सूर्यमंडल को लेकर हमारी आकाशगंगा, हमारी गैलेक्सी मिल्की वे की परिक्रमा कर रहा है और हमारे सूरज के साथ संपूर्ण सूर्य मंडल को हमारी मिल्की वे के केंद्र की पूरी एक परिक्रमा करने में अर्थात मिल्की वे का पूरा एक चक्कर लगाने में करीब 30 करोड़ साल का वक्त लगता है। 

बात यहां तक नहीं रुकती है। दोस्तों, हमारी गैलेक्सी मिल्की वे भी अपनी जगह पर स्थिर नहीं है वो भी ब्रह्मांड में सतत गति कर रही है। हमारी गैलेक्सी मंदाकिनी 552 किलोमीटर पर सेकंड की स्पीड से गति कर रही है और इस स्पीड से वो हमारे पड़ोसी गैलेक्सी एंड्रोमेडा से अगले 5 अरब वर्ष बाद टकराएगी। लेकिन इस टकराव में टकराव कम और मिलाप ज्यादा होगा। यानी कि दो गैलेक्सी विलय होकर एक बड़ी गैलेक्सी बन जाएगी। 


Amazing Fact #2 

दोस्तों ब्रह्मांड का अगला फैक्ट आपको थोड़ा अजीब जरूर लगेगा लेकिन फैक्ट नंबर 2 में सच बात ये है कि अंतरिक्ष पूर्णतः निशब्द है। ध्वनि को यात्रा करने के लिए माध्यम चाहिए होता है और अंतरिक्ष में कोई भी वातावरण नहीं है और इसलिए अंतरिक्ष में हर समय शांति और सन्नाटा होता है और इसलिए अंतरिक्ष यात्री स्पेस में एक दूसरे के साथ संवाद करने के लिए रेडियो तरंगों का उपयोग करते हैं। 


Amazing Fact #3 

दोस्तों, वैज्ञानिकों ने ब्रह्मांड में तैरते हुए पानी के एक बहुत बड़े क्लाउड, एक बहुत बड़े स्त्रोत को ढूंढ निकाला है और यह पानी H2O भाप के रूप में ब्रह्मांड में विचरण कर रहा है और इस भंडार में हमारी पृथ्वी के सभी महासागरों में जितना पानी है उससे 140 ट्रिलियन गुना ज्यादा पानी है। 


Amazing Fact #4 

दोस्तों , अगर आप ब्रह्मांड में भरे पड़े पानी के स्त्रोत से अचंभित हुए हो तो इससे भी बड़ा अजूबा है इस ब्रह्मांड में। जी हां दोस्तों, हमारे ब्रह्मांड में एक बहुत बड़ा विशाल शराब का महासागर भी है। हमारी आकाशगंगा के केंद्र से 390 प्रकाशवर्ष दूर सेरेस नाम का एक विशालकाय बादल पूरा का पूरा इथाइल अल्कोहल का बना है अर्थात इसमें अरबों लीटर शुद्ध शराब का भंडार मौजूद है और यह शराब का महासागर हमारे ब्रह्मांड में तैर रहा है। 


Amazing Fact #5 

दोस्तों, क्या आपको पता है कि अंतरिक्ष यात्री अंतरिक्ष यात्रा करते वक्त करीब दो इंच लंबे हो जाते हैं। ऐसा इसलिए होता है क्योंकि अंतरिक्ष में गुरुत्वाकर्षण बल नहीं होता है और इसलिए रीढ़ की हड्डी के जोड़ थोड़े ढीले हो जाते हैं और इस कारण हमारे रीढ़ की हड्डी थोड़ी ज्यादा सीधी हो जाती है और इसलिए सामान्यतः इंसान की लंबाई करीब डेढ़ से दो इंच तक बढ़ जाती है। 


Amazing Fact #6 

हमारा सूरज अंतरिक्ष से सफेद दिखाई देता है। अब दोस्तों ऐसा इसलिए होता है क्योंकि पृथ्वी पर वातावरण है और सूर्य का प्रकाश पृथ्वी के वातावरण की परतों से गुजरता हुआ प्रकरणिक प्रक्रिया की वजह से लाल, केसरिया या पीला दिखता है। 

अब इनमें से कितना गहरा पीला या कितना गहरा केसरिया दिखेगा यह पृथ्वी स्थान और समय क्या है वो तय करता है। लेकिन अंतरिक्ष में वातावरण नहीं है। इसलिए इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन से अगर देखें तो हमारा सूरज उसके मूल रूप में यानी कि सफेद रंग में दिखाई देता है। 


Amazing Fact #7 

दोस्तों, आपने बचपन में तारे गिनने की कोशिश तो जरूर की होगी। हम सब करते हैं लेकिन फैक्ट ये है कि ब्रह्मांड में तारों को गिन पाना किसी के भी लिए असंभव है। 

हम ब्रह्मांड में तारे कभी नहीं गिन सकते क्योंकि इतने बड़े सिर्फ हमारे दृश्य ब्रह्मांड में ही कई अरब तारे जन्म लेते हैं और कई अरब तारे मरते हैं और ब्रह्मांड के तारों का अनुमान भी लगा पाना हमारी कल्पना शक्ति से बाहर है। और ब्रह्मांड में कितने तारे थे, है या हुए हैं, इसका पता हमें कभी नहीं चलने वाला। 


Amazing Fact #8  

human footprint on moon


चंद्रमा पर गए हमारे अंतरिक्ष यात्रियों के पदचिन्ह यानी कि उनके कदम के निशान अगले 10 अरब सालों तक यथावत रहेंगे। दोस्तों हमारी पृथ्वी पर किसी इंसान के गहरे से गहरे पांव के निशान भी बहुत लंबे समय तक नहीं टिकते हैं। लेकिन चंद्रमा पर ऐसा नहीं होगा क्योंकि चंद्रमा पर वातावरण ही नहीं है। 

अब हमारे यहां वातावरण के कारण निशान धुंधले होकर गायब हो जाते हैं लेकिन चांद पर न तो कोई हवा चलती है, न तो कोई वातावरण है, न ही कोई आंधी आती है और न ही कोई भी प्रक्रिया, कोई भी एक्टिविटी होती है। 

इसलिए चंद्रमा पर पड़ी धूल का एक भी रज कण यहां से वहां नहीं होता है और इसलिए वहां पर पांव के निशान हमेशा के लिए बने रह सकते हैं। लेकिन इस हमेशा की सीमा करीब 10 करोड़ साल ही है। अब ऐसा क्यों? जबकि चंद्रमा पर हवा, पानी, बारिश कुछ भी नहीं है। 

इस हालात में नील आर्मस्ट्रांग के पांव के निशान वहां पर हमेशा के लिए छपे रहने चाहिए। लेकिन अंतरिक्ष में घूमने वाला सूक्ष्म रूप में मेटल और अंतरिक्ष में घूमने वाले उल्काओं के कण हमेशा चांद पर गिरते रहते हैं और इसलिए करीब 10 करोड़ साल बाद यह सूक्ष्म कण अंतरिक्ष में नील आर्मस्ट्रांग के पांव के निशानों को भर देंगे। 


यह भी पढ़ें : 

भविष्य में होने वाली इन 9 घटनाओं को हम अपने जीवनकाल में नहीं देख पाएंगे

जगन्नाथ मंदिर के 8 ऐसे रहस्य, जो विज्ञान से भी परे हैं

मानव जीवन से जुड़े ये 18 फैक्ट जानकर आपके होश उड़ा जायेंगे 

दुनिया के यह 10 रोचक तथ्य सिर्फ कुछ लोग ही जानते हैं 


Amazing Fact #9  

अंतरिक्ष की गंध किसी गर्म धातु या भुने हुए मांस की तरह है। बहुत सारे अंतरिक्ष यात्रियों ने अंतरिक्ष की गंध को किसी गर्म धातु या भुने हुए मांस की तरह बताया है। अब वैसे तो अंतरिक्ष में शून्य अवकाश है, पूर्णतः वैक्यूम है लेकिन वास्तव में वहां पर पूर्णतः वैक्यूम भी नहीं है। 

अंतरिक्ष के इस शून्य अवकाश में भी बहुत ही कम मात्रा में ही सही लेकिन सूक्ष्म धातु मौजूद है और डार्क मैटर भी मौजूद है जो अंतरिक्ष यात्रियों के स्पेस स्टेशन के बाहर जाते ही उनके कपड़ों में चिपक जाता है। और फिर बाद में जब अंतरिक्ष यात्री अपने कपड़ों में इस गंध को महसूस करते हैं तो वो किसी गर्म धातु या भुने हुए मांस की तरह लगती है। 


Amazing Fact #10  

इस ब्रह्मांड में एक ऐसा भी तारा है जिसकी सतह का तापमान हमेशा 27 डिग्री सेल्सियस तक ही रहता है। जी हां दोस्तों, तारे तो आमतौर पर बहुत गर्म होते हैं, इतने गर्म कि उसकी सतह का तापमान हजारों डिग्री से लाखों डिग्री सेल्सियस तक जाता है। 

लेकिन ब्रह्मांड में एक तारा ऐसा भी है जिसकी सतह का तापमान सिर्फ 27 डिग्री सेल्सियस तक रहता है और वहां पर कोई आम इंसान भी जिन्दा रह सकता है। इस तारे का नाम है Wise 1828 । यह एक भूरा बौना तारा है, अर्थात एक वामन तारा है। इस तारे को साल 2011 में नासा ने खोजा था और यह हमारे पृथ्वी से 47 प्रकाशवर्ष  दूर है। 


Amazing Fact #11 

दृश्य ब्रह्माण्ड की सबसे बड़ी संरचना 10 अरब प्रकाशवर्ष चौड़ी है। भौतिक विज्ञान की नज़र में ब्रह्माण्ड में इतनी बड़ी किसी संरचना का हो पाना ही एक ताज्जुब की बात है। क्योंकि इतनी बड़ी यह संरचना ब्रह्मांड के लोगो को चुनौती देती है और इसलिए इसे आप ब्रह्माण्ड का एक रहस्य भी मान सकते हो। 

इस संरचना का नाम है Hercules–Corona Borealis Great Wall और ब्रह्माण्ड के इस कद्दावर संरचना के एक छोर से दूसरे छोर पर अगर आपको जाना है और अगर आप प्रकाश की गति से भी यात्रा करते हैं तो भी आपको 10 अरब साल लग जायेंगे। वैज्ञानिक भी इस आश्चर्य में है कि ब्रह्माण्ड में आखिर इतनी बड़ी संरचना बनी तो बनी कैसे? 


Amazing Fact #12 

दोस्तों हमारे दृश्य ब्रह्माण्ड में एक ऐसी भी जगह है जहाँ पर बहुत बड़ा खालीपन है। वैसे तो आपको अंतरिक्ष में सूक्ष्म स्तर पर बहुत सारी जगह खाली ही दिखाई देगी लेकिन हमारे ब्रह्माण्ड में अक्सर कुछ दूरी पर कोई न कोई ग्रह, उपग्रह, तारा, निहारिका, आकाशीय पिंड या फिर प्रकाश मौजूद रहता है। 

Buddhist void


लेकिन Buddhist void नाम की एक जगह ब्रह्माण्ड में है, जहाँ पर अरबो प्रकाशवर्ष दूर तक खालीपन ही खालीपन है। ब्रह्माण्ड में बड़े स्केल पर हमेशा जगमगाहट ही दिखाई देती है, कहीं पर भी खालीपन नहीं दिखता। लेकिन ब्रह्माण्ड में आखिर इतना बड़ा गैप, इतना बड़ा खालीपन उपस्थित कैसे हो गया यह आज भी वैज्ञानिकों के लिए एक रहस्य है। 


Amazing Fact #13 

एक रूसी संशोधन के अनुसार अंतरिक्ष में पैदा हुए कॉकरोच पृथ्वी पर पैदा हुए कॉकरोच से बहुत ज्यादा मजबूत, शार्प और तेज थे। रूसियों ने अंतरिक्ष में इन कॉकरोचों पर एक्सपेरिमेंट किया था और करीब 30 कॉकरोच वहां पर पैदा हुए थे और ये कॉकरोच पृथ्वी पर पैदा हुए कॉकरोचों से बहुत ही ज्यादा ताकतवर थे।


Amazing Fact #14  

दोस्तों, क्या आप जानते है कि अगर आप 15 साल की उम्र में प्रकाश की गति से चलने वाले स्पेसशिप में बैठकर अंतरिक्ष यात्रा पर निकल जाते हैं और पांच साल बाद पृथ्वी पर वापस आते हैं तो आपकी उम्र तो 20 साल ही होगी लेकिन पृथ्वी पर इस बीच करीब 50 सालों से भी ज्यादा साल गुजर चुके होंगे और आपकी उम्र के आपके सारे दोस्त भी 70 साल के हो चुके होंगे आपने वाकई में इस बीच समय यात्रा कर ली होगी और दोस्तों ऐसा संभव है लाइट की स्पीड से अंतरिक्ष में चलने के कारण। 


Amazing Fact #15  

दोस्तों, क्या आप जानते हैं कि अगर कोई एस्ट्रोनॉट स्पेस में बिना स्पेस सूट के बाहर निकले तो उसके शरीर का क्या हाल होगा। 

दोस्तों , हम ये तो जानते हैं कि स्पेस में वैक्यूम है और इस हालत में जैसे ही एस्ट्रोनॉट बिना स्पेस सूट के वैक्यूम में एक्सपोज होगा उसके लंग्स से हवा बाहर निकल जाएगी और उसके सिर्फ 15 सेकंड बाद एस्ट्रोनॉट की बॉडी पूरा ऑक्सीजन यूज कर देगी और जिसकी कमी की वजह से एस्ट्रोनॉट के सभी ऑर्गन एक एक करके काम करना बंद कर देंगे और इतने ही वक्त के अंदर में उसका शरीर बेहोश हो जाएगा और कुछ ही सेकंड में एस्ट्रोनॉट मर जाएगा।

और ऐसा सांस न ले पाने की स्थिति में होता है, लेकिन बात यहां पर नहीं रुकेगी। एस्ट्रोनॉट के शरीर का तो बुरा हाल होगा क्योंकि स्पेस का प्रेशर और उसके शरीर का प्रेशर बिल्कुल अलग होगा। जिस कारण एस्ट्रोनॉट की बॉडी फूलने लगेगी और वो फूलकर बलून जैसी हो जाएगी। लेकिन फिर भी स्किन के कारण उसकी बॉडी फटेगी नहीं और एस्ट्रोनॉट की बॉडी यहां वहां स्पेस में गुब्बारा जैसे  घूमने लगेगी। 


निष्कर्ष (Amazing Facts in Hindi)

तो दोस्तों , यह था हमारा आज का लेख ब्रह्माण्ड के 15 आश्चर्यजनक फेक्ट्स बारे में। दोस्तों , हमे कमेंट बॉक्स में कमेंट करके जरूर बताइयेगा की आपको इससे पहले इन में से कितने फैक्ट्स के बारे में मालूम था , और आपको इन सारे फैक्ट्स में से सबसे आश्चर्यजनक और अनूठा तथ्य कौन सा लगा और क्यों। अंत तक इस लेख को पढ़ने के लिए धन्यवाद।

Vinod Pandey

About the Author: Vinod is an experienced content writer with over 7 years of experience in crafting engaging and informative articles. His passion for reading and writing spans across various topics, allowing him to produce high-quality content that resonates with a diverse audience. With a keen eye for detail and a commitment to excellence, Vinod consistently delivers top-notch work that exceeds expectations.

Post a Comment

Previous Post Next Post