दोस्तों, हमारे घर में लगे सीलिंग फैन में आखिर तीन ब्लेड ही क्यों होते हैं? क्रिकेट के मैदान पर एक से ज्यादा पिच क्यों होते हैं? रेलवे स्टेशन के पास खड़े लालटेन वाले हाथी का क्या उद्देश्य होता है? डे नाइट टेस्ट मैच में पिंक बॉल का ही क्यों इस्तेमाल होता है, व्हाइट बॉल का क्यों नहीं?
तो दोस्तों , तैयार हो जाइए क्योंकि इस आर्टिकल में मैं आपको कुछ ऐसे अनसुने दिलचस्प फैक्ट्स के बारे में बताने वाला हूं, जिन्हें शायद ही आपने आज से पहले सुना होगा। तो चलिए बिना देरी के शुरू करते हैं।
दुनिया के यह 10 रोचक तथ्य सिर्फ कुछ लोग ही जानते हैं | Amazing Facts in Hindi
Serial Number | Amazing Facts |
---|---|
Amazing Fact Number 10 | Coloured Trees |
Amazing Fact Number 9 | Camera Colour |
Amazing Fact Number 8 | Pink Ball in Cricket |
Amazing Fact Number 7 | Cricket Pitches |
Amazing Fact Number 6 | Sim Card Lines |
Amazing Fact Number 5 | Fan Blades |
Amazing Fact Number 4 | Indian Railway Mascot |
Amazing Fact Number 3 | ABCD |
Amazing Fact Number 2 | Perfume |
Amazing Fact Number 1 | Two Colours in Capsule Shell |
Amazing Fact #10
दोस्तों, आपने भी कभी न कभी सड़क के किनारे कलर किए गए पेड़ों को देखा ही होगा। पर क्या आपने कभी गौर किया है कि इन पेड़ों पर सफेद पेंट करके इन्हें सजाया क्यों जाता है? नहीं ना? तो चलिए आपको मैं बताता हूं।
दरअसल दोस्तों सड़क के किनारे लगे पेड़ों को सफेद कलर से रंगने के पीछे की वजह पेड़ के जीवनकाल को बढ़ाना होता है। जैसे व्हाइट कलर रंगने से पेड़ों की लाइफ बढ़ जाती है।
अब अगर आपके दिमाग में भी यही विचार आ रहा है कि पेड़ों को रंगने से उनका जीवनकाल कैसे बढ सकता है और ये कैसे मुमकिन है तो दरअसल दोस्तों पेड़ों पर कलर किए जाने वाले व्हाइट कलर को अक्सर पानी और चूने के साथ मिक्स किया जाता है और जब ये पानी और चूने का घोल पेड़ पर लगाया जाता है तो दीमक और तरह तरह के कीड़े मकोड़ों से पेड़ को सुरक्षा मिलती है।
सड़क के किनारे लगे इन पेड़ों पर व्हाइट पेंट करने का दूसरा पर्पस ये है कि ऐसा करने से रात के समय ड्राइव करने वाले लोगों की भी सेफ्टी होती है। क्योंकि सफेद कलर लाइट को सबसे ज्यादा रिफ्लेक्ट करता है। तो इस कारण से सफ़ेद कलर से नाइट पैसेंजर को भी हेल्प मिलती है।
इसका एक पर्पस ये भी है कि ये सफ़ेद पेंट वाले पेड़ गवर्नमेंट के अंडर होते हैं। इसका मतलब इन पेडों को कोई नहीं काट सकता।
Amazing Fact #9
दोस्तों ,आपने अक्सर देखा होगा कि ज्यादातर कैमरे ब्लैक कलर के ही बनाए जाते हैं पर ज्यादातर लोग इसके पीछे का कारण नहीं जानते। तो आइए इसके पीछे के रहस्य को समझते हैं। यूं तो कैमरा के बहुत सारे कलर मौजूद होते हैं पर ज्यादातर कैमरा ब्लैक कलर के ही नजर आते हैं।
लेकिन ब्लैक कलर बाकी रंगों के कंपैरिजन में लाइट को कम मात्रा में रिफ्लेक्ट करता है। इससे फोटो में कैमरा की रिफ्लेक्शन नहीं आती है जिससे फोटो परफेक्ट आती है।
यही वजह है कि सिर्फ कैमरा ही नहीं ज्यादातर हार्डवेयर चीजें भी ब्लैक कलर की होती है। कैमरा को ब्लैक बनाने के पीछे की एक और वजह ये भी है कि ब्लैक कलर उसे ज्यादा प्रोफेशनल लुक देता है।
Amazing Fact #8
तो दोस्तों , अगर आप भी एक क्रिकेट लवर हैं तो आपको ये फैक्ट जरूर पता होना चाहिए कि आखिर डे नाइट टेस्ट मैच में पिंक बॉल का इस्तेमाल क्यों किया जाता है और सफ़ेद बॉल का क्यों नहीं। जबकि सफ़ेद बॉल भी तो रात के समय में खिलाडियों को अच्छे से दिखती है।
वैसे भी आईपीएल में तो सफ़ेद बॉल का ही यूज किया जाता है। तो आखिर डे नाइट टेस्ट मैच में पिंक बॉल का इस्तेमाल क्यों किया जाता है। आखिर इसके पीछे का कारण क्या है।
तो दोस्तों ऐसा इसलिए किया जाता है क्योंकि दोनों बॉल की टिकाऊपन में अंतर होता है। टेस्ट मैच में बॉल को एक पारी में करीब 80 ओवर तक रखना होता है। उसके बाद ही नई बॉल ले सकते हैं। सफ़ेद बॉल में उसका कलर जल्दी उड़ने लगता है। कलर उड़ने के बाद इसे देखने में खिलाडिय़ों को दिक्कत होने लगती है।
टेस्ट मैच में 80 ओवर तक सफ़ेद बॉल से खेलना पॉसिबल नहीं है। इसके अलावा पिंक बॉल को बनाने में उसके कलर का काफी ज्यादा ख्याल रखा जाता है। जैसे उसमें रंग की लेयर चढाई जाती है इससे इसकी विजिबिलिटी काफी अच्छी रहती है।
Amazing Fact #7
दोस्तों, आप हर शादी में नए कपडे पहन कर जाते होंगे। अपने घर में वही नॉर्मल कपडे पहनते होंगे या रोज जिस तरह हमारी लाइफ में हर एक चीज का अपना एक स्टैंडर्ड होता है उसी तरह क्रिकेट में भी अपना एक स्टैंडर्ड होता है।
दोस्तों, आपने क्रिकेट के मैदान पर एक से ज्यादा पिट्चेस तो देखी ही होंगी, क्रिकेट पर तो सिर्फ एक ही पिच पर खेला जाता है तो आखिर यहां पर एक से ज्यादा पिट्चेस क्यों खींची जाती है। क्या खिलाडी पिच को बदल बदल कर खेलते हैं।
जी हां दोस्तों, दरअसल क्रिकेट के ग्राउंड पर बनी पिच का भी एक स्टैंडर्ड होता है। ग्राउंड के बीचों बीच बनी पिच पर इंटरनेशनल मैच खेले जाते हैं जबकि बगल पर बनी पिच पर स्टेट लेवल के मैचेस जैसे रणजी ट्रोफी, दलीप ट्रॉफी इत्यादि खेले जाते हैं। इन पिचेस का इस्तेमाल प्रैक्टिस के लिए भी किया जाता है।
Amazing Fact #6
दोस्तों, आप अक्सर मोबाइल फोन का इस्तेमाल करते ही होंगे। अब आप कहेंगे कि ये भी कोई पूछने वाली बात है, ये तो काफी नॉर्मल सी बात है। तो दोस्तों , मोबाइल फोन में यूज किए जाने वाले सिम कार्ड आपने देखे ही होंगे।
पर क्या आपने कभी सोचा है कि इन सिम कार्ड में ये लाइन्स क्यों होती है? इनका उद्देश्य क्या होता है? तो दरअसल दोस्तों पहले तो मुझे भी लगता था कि ये लाइन सिर्फ डिजाइन के लिए बनी होती है। पर नहीं ये लाइन सिम को डिफरेंट सेगमेंट में डिवाइड करती है जिससे कि हमारे फोन में कॉन्टैक्ट नंबर सेव होते रहते हैं।
इन लाइन्स का पर्पस ये भी है कि ये एक एंटीना की तरह वर्क करते हैं जिसके सटीक कोऑर्डिनेशन से हमारे स्मार्टफोन पर नेटवर्क कनेक्ट होता है। तो दोस्तों क्या आप सिम कार्ड से जुडी इस इन्फॉर्मेशन को आज से पहले जानते थे या नहीं हमें कमेंट करके जरूर बताइए।
Amazing Fact #5
दोस्तों जब आप बेड पर लेटे हुए होते हो आपको नींद नहीं आती तो आप अक्सर छत पर लगे सीलिंग फैन को देखते रहते हो लेकिन क्या आपके दिमाग में कभी ये खयाल आया कि सीलिंग फैन में सिर्फ तीन ब्लेड ही क्यों होते हैं और चार या पाँच ब्लेड क्यों नहीं होते? दूसरे देशों में चार ब्लेड होते हैं, लेकिन हमारे देश में नहीं।
अमेरिका जैसे देशों के पंखों में अक्सर चार ब्लेड लगी होती है, तो फिर हमारे सीलिंग फैन में तीन ही ब्लेड क्यों? तो दोस्तों , इसके पीछे का एक रीजन है अमेरिका और ठंडे देशों में चार ब्लेड वाले फैन A.C के सप्लिमेंट के तौर पर इस्तेमाल किए जाते हैं, जिनका मकसद एसी की हवा को पूरे कमरे में फैलाना होता है।
और तो और चार ब्लेड वाले फैन तीन ब्लेड के कंपैरिजन में थोड़े से स्लो चलते हैं। इसलिए इनकी वजह से यह काम आराम से हो जाता है। जबकि इंडिया में पंखे का इस्तेमाल सिर्फ ठंडी हवा लेने के लिए किया जाता है। क्योंकि तीन ब्लेड वाला फैन हल्का और फास्ट चलता है इसलिए भारत में तीन ब्लेड वाले पंखे यूज किए जाते हैं।
Amazing Fact #4
जाहिर सी बात है कि आपने ट्रेन की सवारी तो की ही होगी। रेलवे स्टेशन पर ट्रेन के आने का वेट भी किया होगा। पर आपने कभी रेलवे स्टेशन पर एक हाथी को देखा है।
अब आप सोच रहे होंगे कि रेलवे स्टेशन पर हाथी कहां से आ गया। नहीं दोस्तों हम उस हाथी की बात नहीं कर रहे। हम बात कर रहे हैं इस हाथी की जो आप अपने हाथ में लालटेन लेकर ग्रीन कलर की लाइट दिखाते हो।
आप में से बहुत कम लोग ही ये जानते होंगे कि आखिर ये क्या है। तो आपको बता दें कि इस गार्ड का नाम भोलू है और इसे इंडियन रेलवे का मैस्कॉट माना जाता है। इंडियन रेलवे के 150 साल पूरे होने के मौके पर भोलू गार्ड को लाया गया था। जिसके बाद साल 2023 में इंडियन रेलवे ने भोलू को अपने मैस्कॉट के रूप में चूज किया।
Amazing Fact #3
दोस्तों आपने बचपन में ABCD तो पढी ही होगी और लिखी भी होगी, पर क्या आपने कभी सोचा है कि ABCD का पहला लेटर जो कि A होता है उसे हम स्मार्टफोन या कंप्यूटर में इस तरह टाइप करते हैं (a)। जबकि अपनी पुस्तक में कुछ इस तरह से लिखते हैं।
आखिर इसके पीछे का कारण क्या है आइये जानते हैं। दरअसल दोस्तों जिस A को हम स्मार्टफोन या लैपटॉप में टाइप करते हैं उसे अपनी बुक पर लिखते समय टाइम लगता है। इसलिए वो जल्दी से लिख सके इसके लिए इसे हम रनिंग हैंड के डायरेक्शन में इस तरह से लिखते हैं।
Amazing Fact #2
दोस्तों जब कभी भी आप कहीं बाहर जाते हो तो अक्सर आप अपनी बॉडी पर पर्फ्यूम लगाते हो पर क्या आप जानते हो कि अक्सर लोग परफ्यूम को बॉडी के कुछ चुनिंदा भाग पर ही क्यों लगाते हैं। जिसमें गर्दन, कलाई या अंडर आर्म जैसे पार्ट शामिल होते हैं।
दोस्तों आप लोगों को पता होना चाहिए की शरीर के इन भागों का तापमान बाकि भागों से थोड़ा ज्यादा होता है, इसी कारण जब इन पल्स पॉइंट पर पसीना आता है तो परफ्यूम की खुशबू हवा के जरिए फैलती है।
यह भी पढ़ें :
मानव जीवन से जुड़े ये 18 फैक्ट जानकर आपके होश उड़ा जायेंगे
Amazing Fact #1
दोस्तों कभी न कभी आपने भी कलरफुल कैप्स्यूल तो खाए ही होंगे। मेरी तरह खाने से पहले आपने भी ये जरूर सोचा होगा कि आखिर ये दो अलग रंगों के क्यों बनाए जाते हैं। तो आपमें से काफी लोगों का ये मानना होगा कि ये इसलिए किया जाता है ताकि ये देखने में अच्छे लग सके।
दरअसल इन कैप्सूल्स को डबल कलर करने का कारण ये है कि कैप्सूल में एक और कैप और एक कंटेनर होता है। कंटेनर वाले पार्ट में दवा भरी जाती है और कैप से उसको बंद कर दिया जाता है। दरअसल जब फैक्ट्री में ये कैप्सूल बनाए जाते हैं तो मेकर्स को कन्फ्यूजन न हो कि किस पार्ट में कौन सी दवा भरनी है। इसलिए इन पार्ट्स को कलर किया जाता है।
निष्कर्ष (Amazing Facts in Hindi)
तो दोस्तों , यह था हमारा आज का लेख दुनिया के 10 रोचक तथ्यों के बारे में। दोस्तों , हमे कमेंट बॉक्स में कमेंट करके जरूर बताइयेगा की आपको इससे पहले इन में से कितने फैक्ट्स के बारे में मालूम था , और आपको इन सारे फैक्ट्स में से सबसे आश्चर्यजनक तथ्य कौन सा लगा और क्यों। अंत तक पढ़ने के लिए धन्यवाद।