Mysterious Facts In Hindi: 10 ऐसे देश जो भारत को अपना दुश्मन मानते हैं। दूसरों के लिए गड्ढा खोदने वाले खुद उसमें गिरते हैं, दोस्तों ये कहावत तो आपने जरूर सुनी होगी। तो इस कहावत का सटीक उदाहरण देने के लिए हम लेकर आये हैं आप लोगों के लिए आज के इस आर्टिकल में 10 ऐसे देश जिन्होंने भारत से पंगा लिया और खुद बर्बाद हो गए। तो चलिए शुरू करते हैं।
दुनिया के 10 ऐसे देश जो भारत को अपना दुश्मन मानते हैं-Mysterious Facts In Hindi
नंबर 10. श्रीलंका
दोस्तों भारत और श्रीलंका के बीच समुद्र के बीचों बीच मात्र 1.15 स्क्वेयर किलोमीटर का एक बेहद छोटा सा आइलैंड है। इस आइलैंड का नाम है कच्चातीवू जो कि मछुआरों के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण है क्योंकि मछुवारे इस आइलैंड का इस्तेमाल फिश को सेग्रीगेशन करने और उनको सुखाने के लिए करते हैं।
लेकिन यह आइलैंड इंडिया और श्रीलंका के बीच एक डिस्प्यूटेड टेरिटरी है। 1974 में भारत की प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने यह आइलैंड एक समझौते के तहत श्रीलंका को सौंप दिया था। जिस वजह से भारत के मछुआरे वहां पर फिशिंग नहीं कर सकते थे।
श्रीलंका नौसेना द्वारा भारतीय मछुआरों की हत्या दोनों देशों के बीच एक पुराना मुद्दा है। वर्ष 2019 और वर्ष 2020 में कुल 284 भारतीय मछुआरों को गिरफ्तार किया गया तथा कुल 53 भारतीय नौकाओं को श्रीलंकाई अधिकारियों ने जब्त कर लिया जिस वजह से दोनों देशों के रिलेशंस कुछ अच्छे नहीं हैं।
और तो और श्रीलंका के लोग भारत के तमिल राज्य के लोगों को पसंद नहीं करते हैं क्योंकि उनका कहना है कि श्रीलंका जो तरक्की नहीं कर पा रहा उसकी सबसे बड़ी वजह है यह तमिल लोग हैं जो कि भारत से आकर श्रीलंका में रहते हैं। इसी सोच के चलते श्रीलंका में कई बार तमिल लोगों के साथ मारपीट भी की गई है।
जिस कारण तमिल के लोगों में भी श्रीलंका के खिलाफ गुस्सा रहता है और यही वजह है कि श्रीलंका और भारत के बीच रिलेशन इतने ज्यादा बिगड़ चुके हैं जिससे श्रीलंका सिर्फ अपना ही नुकसान कर रहा है।
क्योंकि भारत एक ऐसा देश है जो मुसीबत आने पर हर देश की मदद के लिए सबसे आगे खड़ा मिलता है। अब ऐसे में अपने ही पड़ोसी देश से पंगा लेना कोई अच्छी बात नहीं है।
नंबर 9. बांग्लादेश
दोस्तों एक और हमारा पड़ोसी देश जो कि एक समय भारत का ही हिस्सा हुआ करता था, इस देश ने भी दोस्तों हमेशा यही बयान दिया है कि भारत ने कभी भी उनकी तरक्की में मदद नहीं की है और उनका कहना है कि अगर भारत उनकी थोड़ी भी सहायता करता तो बांग्लादेश और भी तेजी से तरक्की करता और इसी सोच के चलते बांग्लादेश और भारत के संबंध इतने भी अच्छे नहीं हैं।
लेकिन शायद बांग्लादेश के लोग यह भूल गए हैं कि एक दौर वो भी था जब इस देश को हक और आजादी दिलाने के लिए भारत को पाकिस्तान के खिलाफ होना पड़ा था। इन्हें ईस्ट पाकिस्तान से बांग्लादेश बनाने में भारत ने एक बड़ी भूमिका निभाई थी।
लेकिन कहीं ना कहीं इस देश का मानना है कि भारत ने उनके विकास की रफ्तार को धीमा किया है। समय समय पर भारत और बांग्लादेश के बीच सिटीजनशिप अमेंडमेंट एक्ट के खिलाफ भी काफी चर्चा हुई है। जिसके चलते हाल ही के सालों में भारत से नफरत करने वाले बांग्लादेशियों की जनसंख्या में इजाफा हुआ है।
एक मुस्लिम राष्ट्र होने के नाते भी यहां के लोग खुद को एक पाकिस्तानी समझते हैं और वो भारतीय नीतियों से नाखुश रहते हैं और यही कारण है कि अगर भारत उनकी मदद भी करेगा तो भी उनको यही लगेगा कि कुछ गड़बड़ है जिससे वो सिर्फ अपना ही नुकसान करेंगे।
नंबर 8. साउथ कोरिया
जो लोग कोरियन के फैन हैं यह पढ़ने के बाद शायद उनका नजरिया भी बदल जाए। क्योंकि दोस्तों कोरिया में जाने वाले हर 10 में से सात लोग रेसिज्म (जातिवाद) फेस करते हैं। और आपको जानकर हैरानी होगी कि भारतीयों के साथ वहां ये सबसे ज्यादा होता है।
दुकानों और क्लब के बाहर बोर्ड लगा दिए जाते हैं Indians are not allowed । इसके दो बड़े कारण हैं और जिन्हें जानकर आप ये कहेंगे कि 98% लिटरेसी रेट वाले लोगों की सोच कितनी घटिया हो सकती है।
सबसे पहला रियलिस्टिक ब्यूटी स्टैंडर्ड्स।
जहां भारत में पेरेंट्स अपने बच्चों को ग्रेजुएशन के बाद अच्छे अच्छे गिफ्ट देते हैं, वहीं कोरियन पेरेंट्स अपने बच्चों को प्लास्टिक सर्जरी के लिए फंड गिफ्ट में देते हैं।
जी हां दोस्तों आपने बिल्कुल सही सुना। कोरियन का ऑपरेशन व्हाइट स्किन और परफेक्ट बॉडी के साथ इतना ज्यादा है कि आपको जॉब भी वहां इन्हीं ब्यूटी स्टैंडर्ड की बदौलत मिलेगी।
और दूसरा बड़ा कारण है कि वो लोग भारतीय लोगों को बहुत गंदा समझते हैं।
क्योंकि कोरिया में बहुत सारे इंडियन वेस्ट डिस्पोजल यानी साफ़ सफाई और मीट ट्रांसपोटेशन जैसे सेक्टर में काम करते हैं। तो इन सबको देखकर कोरियन की मेंटेलिटी ऐसी बन गई है कि उन्हें लगता है यहां पर इंडियन सिर्फ छोटे मोटे काम करने के लिए आते हैं और दिखने में भी गंदे होते हैं। अब ऐसे में आपको क्या लगता है कि कभी भारत साउथ कोरिया की मदद करेगा? बिल्कुल नहीं।
नंबर 7. कनाडा
हाल ही में कनाडा सरकार ने कनाडा की भूमि पर एक प्रमुख खालिस्तानी नेता हरदीप सिंह निज्जर की हत्या में भारत की भूमिका होने का आरोप लगाते हुए एक सीनियर इंडियन डिप्लोमैट को देश से निष्कासित कर दिया।
जवाबी प्रतिक्रिया में भारत ने एक बयान जारी कर इस मामले में किसी भी इन्वॉल्वमेंट से इनकार किया और भारत ने भी एक सीनियर कैनेडियन डिप्लोमैट को निष्कासित कर दिया जिस वजह से भारत और कनाडा के बीच के रिश्ते बहुत ज्यादा उलझ गए हैं।
लेकिन अगर इनमें सुधार नहीं हुआ तो कनाडा को होने वाला है बहुत बड़ा नुकसान, क्योंकि कनाडा विश्व में सबसे बड़ी भारतीय प्रवासी आबादी में से 1 की मेजबानी करता है। यहां भारतीय मूल के 16 लाख लोग कनाडा में रहते हैं।
वे कनाडा की कुल आबादी में 3% से अधिक की हिस्सेदारी रखते हैं और इनमें से 7 लाख एनआरआई हैं। भारतीय कनाडा की इकॉनमी में हर साल 3,00,000 करोड़ का योगदान देते हैं। इसे देखकर तो लगता है कि कनाडा वालों ने अपने ही पैर पर कुल्हाड़ी मार ली है।
नंबर 6. चीन
दोस्तों, चीन और भारत के रिलेशन के बारे में कौन नहीं जानता। हालांकि यह तो सभी लोग जानते हैं कि चीन और भारत में कुछ खास अच्छा रिलेशन नहीं है और जब देखो चीन हमेशा भारत के खिलाफ ही रहता है।
हालांकि पिछले 10-15 सालों में चीन ने काफी तरक्की की है लेकिन उतना ही इस देश ने दुनिया को परेशान भी किया है। जैसे कि कोरोनावायरस को ही ले लीजिए, जिसने पूरी दुनिया को हिलाकर रख दिया था। और तरक्की के नाम पर नकली चीजें बनाना और बेचना तो इस देश का सबसे प्रिय काम है ।
और आपको जानकर हैरानी होगी कि चीन में आप ना तो यू ट्यूब चला सकते हैं, ना ही गूगल , ना ही व्हॉट्सऐप और ना ही फेसबुक क्योंकि इन्होंने अपने खुद के ही एप्स बना रखे हैं जिससे जो भी प्रॉफिट हो वह उनका खुद का हो। तो भला ये किसी दूसरे देश को तरक्की करते हुए कैसे देख सकते हैं और वो भी अपने पड़ोसी देश भारत की ।
चीन हर बात पर पाकिस्तान को सपोर्ट करता है और पाकिस्तान के अलावा चीन ही एक ऐसा देश है जिसके साथ हम युद्ध कर चुके हैं। इसके बाद भले ही चीन हमारा दोस्त होने का दिखावा कर रहा है लेकिन उसके असली इरादे कुछ और ही हैं। जिस वजह से चीन आज के समय में भारत के लिए पाकिस्तान से भी ज्यादा खतरनाक है।
यह भी पढ़ें :
भगवान हनुमान की 7 अनसुनी कहानियाँ जिनके बारे में बहुत कम लोग जानते हैं।
क्या आपको पता है राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा में क्यों नहीं गए शंकराचार्य
जाने आखिर ईरान ने क्यों किया पाकिस्तान पर हमला
किला बन गई अयोध्या नगरी, राम मंदिर की सुरक्षा के लिए आया इजरायाली ड्रोन
नंबर 5. पाकिस्तान
भला भारत और पाकिस्तान की दुश्मनी के बारे में कौन नहीं जानता। भारत और पाकिस्तान के बीच यह जंग तो दोस्तों तभी से चालू है जब अंग्रेजों ने पाकिस्तान जैसा अजीब सा देश बना डाला था।
1948, 1965, 1971 और 1999 की जंग में हमसे मार खा चुके पाकिस्तान रोज बॉर्डर पर गोलीबारी और आतंकवादियों की सप्लाई के जरिए भारत को ज्यादा से ज्यादा नुकसान पहुंचाने की फिराक में रहता है।
साफ साफ शब्दों में कहा जाए तो जितने पक्के दुश्मन ये दोनों पड़ोसी देश हैं, उतना पक्का दुश्मन आपको इस दुनिया में और कोई देश मिलना नामुमकिन है।
अब ऐसे में चीन के टुकड़ों पर पलने वाला पाकिस्तान ये भला भूल जाता है कि भारत भी उसकी मदद कर सकता है। लेकिन उसके ऐसे कारनामों की वजह से वो चारों तरफ से कर्ज में डूब चुका है।
नंबर 4. तुर्की
दोस्तों अगर हम इस देश की बात करें तो यह कई साल पहले एक सुपर कंट्री रह चुका है। अरब देशों पर अपना वर्चस्व साबित करने की कोशिश में लगा तुर्की आज भी खुद को इस्लामिक देश का खलीफा समझता है जिस कारण सारे इस्लामिक देश उसे अपने भाई और भारत अपना दुश्मन नजर आता है।
हालाँकि इस देश का रुतबा कई दशकों तक चला लेकिन आज के समय में यह देश कुछ खास नहीं रहा। एशिया और यूरोप दोनों महाद्वीपों में पड़ने वाला यह देश इंडिया को कुछ खास पसंद नहीं करता।
ऐसा इसलिए कहा जा रहा है क्योंकि उनका मानना है कि इंडिया एक सौहार्दपूर्ण देश नहीं है, लेकिन तुर्की की यंग जनरेशन इंडिया को काफी पसंद करती है।
लेकिन तुर्की और इंडिया दोनों की हिस्ट्री के चलते दोनों ही देश में मतभेद काफी हद तक बढ़ चुके हैं, क्योंकि 1965 के बाद कई ऐसे मौके आए जब तुर्की ने भारत के खिलाफ पाकिस्तान के पक्ष में वोट किया लेकिन भारत फिर भी उसे नजरअंदाज करता रहा। और यही नहीं जब भारत ने कश्मीर से धारा 370 को हटाया तब भी तुर्की खुलकर भारत के विरोध में नजर आया।
नंबर 3. नॉर्थ कोरिया
नॉर्थ कोरिया एक ऐसा देश है जिसका बाहरी दुनिया से कोई मतलब नहीं है। यह तो आप सभी लोग जानते हैं की वहां का प्रेसिडेंट किम -जोंग -उन इतना बड़ा तानाशाह है कि वहां पर जो आप सोच भी नहीं सकते, ऐसे ऐसे रूल्स बनाए गए हैं।
हालांकि बीते सालों में भारत ने नॉर्थ कोरिया पर यह आरोप लगाया था कि वह पाकिस्तान को न्यूक्लियर टेक्नोलॉजी बेचता है। नॉर्थ कोरिया को इस बात की चिंता भी रही है कि भारत उसके विरोधी साउथ कोरिया से अपनी नजदीकी बढ़ा रहा है।
उत्तर कोरिया को लेकर भारत गजब की स्थिति में है। ना खुलकर दुश्मन मानता है ना दोस्त। किम जोंग को निपटाने पर तुली अमेरिका की सरकार चाहती है कि उत्तर कोरिया के खिलाफ लड़ाई में भारत अमेरिका का भागीदार बने। अब अगर भारत ने इसमें अमेरिका का साथ दे दिया तो नॉर्थ कोरिया कहीं का नहीं रहेगा।
नंबर 2. मालदीव
दोस्तों, हाल ही में 4 जनवरी 2024 को भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर अपने लक्ष्यद्वीप वेकेशन की फोटोज को शेयर करते हैं।
लेकिन आपको ये जानकर हैरानी होगी कि मालदीव की सरकार में बैठे तीन मिनिस्टर्स मालशा शरीफ, अब्दुल्ला महज़ूम माजिद और मरियम शिउना कुछ इस तरीके से रिएक्ट करते हैं कि मालदीव और भारत के बीच सालों पुरानी दोस्ती आज खत्म होती नजर आ रही है।
कुछ दिनों में हालात इतने ज्यादा बिगड़ जाते हैं कि सोशल मीडिया पर बॉयकॉट मालदीव का ट्रेंड चलने लगता है। इन्होंने जो कमेंट्स किए भारत और भारत के प्रधानमंत्री के ऊपर मानो ऐसा लगता है कि यह उन्होंने इनसिक्योरिटी की वजह से किया क्योंकि इनका मानना था कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का इरादा है लक्षद्वीप और मालदीव को भड़काने का है।
उनके कमेंट में कई पर्सनल अटैक भी किए गए। मरियम ने प्रधानमंत्री को इजराइल का पपेट तक कह डाला और कहा कि लक्षद्वीप की ये फोटोज मालदीव को चैलेंज करने के लिए खींची गई हैं।
लेकिन जब भारत के लोगों ने इस मामले को गंभीरता से लिया तो उन्होंने कहा कि वो अपनी मालदीव की फ्लाइट्स और होटल को कैंसिल कर रहे हैं और जब मालदीव सरकार को इनकी सीरियसनेस समझ आई तो उन्होंने अपने तीनों मिनिस्टर्स को सस्पेंड कर दिया।
इन सब को देखकर अगर आप मालदीव को अब भी भारत का दोस्त समझने की गलती कर रहे हैं तो आप बिल्कुल गलत हैं। मालदीव के लोगों की ऐसी सोच ने अपने खुद के देश को ही गड्ढे में ढकेल दिया है, क्योंकि भारत से ही सबसे ज्यादा टूरिस्ट मालदीव जाया करते थे।
नंबर 1. मलेशिया
अब आप सभी का सवाल होगा कि मलेशिया इस लिस्ट का हिस्सा क्यों है ? मलेशिया दक्षिण पूर्व एशिया का एक प्रगतिशील देश है, इस देश ने शुरू से ही डेवलपमेंट को बहुत महत्व दिया है, लेकिन पिछले 8-10 सालों से यहां पर धार्मिक कट्टरता देखने को मिलती है।
जिस कारण अब ये देश खुलकर पाकिस्तान जैसे देशों के समर्थन में आ गया है। जिसे भारत ने व्यापारिक मामलों में इंडोनेशिया से ज्यादा उसके पड़ोसी देश मलेशिया का साथ दिया, आज उसी भारत का मलेशिया दुश्मन बना बैठा है।
भारत और मलेशिया के बीच एक्सप्रेशन ट्रीटी होने के बावजूद भारत द्वारा वांटेड घोषित किए गए जाकिर नाईक के एक्रिडेशन को नामंजूर करना और कश्मीर मुद्दे पर पाकिस्तान को समर्थन देकर मलेशिया ने भारत को बता दिया है कि वो भले ही पैसे हमसे कमा रहा है लेकिन वो सपोर्ट हमेशा पाकिस्तान को ही करेगा।
अब देखना ये है कि मलेशिया द्वारा शुरू की गई दुश्मनी भविष्य में कहां तक जाती है। अंत तक हमारे साथ बने रहने के लिए धन्यवाद।