अयोध्या आया इजराइल ड्रोन बन गया अभेद सुरक्षा ज़ोन
दोस्तों एक बार फिर से स्वागत है आपका हमारी वेबसाइट The Comprehensive Minds में। जी हाँ दोस्तों जैसे जैसे 22 जनवरी नजदीक आ रही है वैसे वैसे अयोध्या में सुरक्षा और कड़ी होती जा रही है। जहाँ योगीजी ने साफ कह दिया है कि अगर सुरक्षा में थोड़ी सी भी गड़बड़ हुई तो भूचाल आ जाएगा।
अयोध्या के चप्पे चप्पे पर सुरक्षा बल इतना मजबूत हो गया है कि आप सोच भी नहीं सकते। ताकि भारत ही नहीं बल्कि विदेशों से भी अगर कोई हमला करे तो वो अयोध्या तक पहुँच ही न पाए।
तो क्या है सुरक्षा की तैयारी? किस तरह से अयोध्या को पूरा secure zone बना दिया गया है। आज के इस आर्टिकल में हम आपको बतायंगे।
किला बन गई अयोध्या नगरी, राम मंदिर की सुरक्षा के लिए आया इजरायाली ड्रोन
सबसे पहले दोस्तों ये खूबसूरत सी दिखने वाली राम की नगरी अयोध्या 22 जनवरी को भगवान राम की प्राणप्रतिष्ठा वाले दिन हिन्दुस्तान का सबसे महत्वपूर्ण शहर होगा।
जहां देश के प्रधान मंत्री से लेकर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री तक, खेल जगत के खिलाड़ियों से लेकर सिनेमा जगत के दिग्गजों तक, विदेश से आए मेहमानों तक हर कोई यहां मौजूद होगा।
ऐसे में जाहिर सी बात है जब इस दिन इतनी बड़ी तादाद में वीआईपी लोग शामिल होंगे तो शहर की सुरक्षा भी बहुत जरूरी हो जाती है। जिसके लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पूरी तैयारी कर रखी है।
आप देख सकते हैं लेटेस्ट असॉल्ट राइफल से लैस काले कपड़ों में खड़े जवान अयोध्या के नए पहरेदार हैं, जो 22 जनवरी से पहले राम की नगरी की सारी सुरक्षा व्यवस्था अपने हाथों में ले लेंगे।
इनकी चाल ढाल और लिबास से आप अंदाजा लगा सकते हैं कि ये जवान आम पुलिसवाले नहीं हैं, बल्कि स्पेशल फोर्स हैं, जिन्हें अयोध्या की सुरक्षा के लिए खास तौर पर तैयार किया गया है।
इनकी ट्रेनिंग अलग से की गई है ताकि प्राणप्रतिष्ठा वाले दिन कोई भी गड़बड़ ना हो। इतना ही नहीं जो ऊंची ऊंची इमारतें हैं वहां पर शार्प शूटर की तैनाती की जाएगी ताकि किसी भी तरह से सुरक्षा व्यवस्था को ढीला न रखा जा सके और कोई परिंदा भी अपने खराब मंसूबे लेकर अयोध्या में पर मारने की सोचेगा भी तो ये स्नाइपर्स उसके चीथड़े उड़ा देंगे।
दोस्तों इस काम के लिए उत्तर प्रदेश पुलिस जवानों को खास तौर पर चुना गया है और इन्हें एंटी टेरेरिस्ट ऑपरेशन के लिए खास तौर पर ट्रेन किया गया है।
ये जवान बंद कमरों में घुसकर ऑपरेशन करने में सक्षम हैं। बंधक की स्थिति में ऑपरेशन करने में सक्षम है। बहुत कम वक्त में रिस्पॉन्स देने में पूरी तरह से सक्षम हैं। इन्हें आतंकियों को घेरना और घुसपैठियों को धर दबोचने में महारत हासिल है।
साफ तौर पर कहा जाए तो ये खास कमांडोज अयोध्या में किसी भी तरह की कोई गड़बड़ नहीं होने देंगे। दुश्मन चाहे जितने भी तैयारी करके आए ये उसे पकड़ने में सक्षम हैं।
क्योंकि दोस्तों ये बात तो आप भी जानते हैं कि भले ही पूरा देश राम मंदिर के बनने से खुश हो लेकिन कुछ ऐसे लोग भी मौजूद हैं जिनकी छाती जल रही है और वो इस खुशी के मौके को दुख के आलम में बदलने की पूरी कोशिश करेंगे।
इसलिए खास तौर पर ट्रेन किए गए इन जवानों को अयोध्या में प्राण प्रतिष्ठा के कुछ दिन पहले से ही तैनात कर दिया गया है। इन्हें चप्पे चप्पे के बारे में पता है।
दोस्तों अयोध्या की सुरक्षा का खतरा पहले भी कई बार जताया जा चुका है। राम मंदिर के बनने के बाद ये खतरा और भी ज्यादा महसूस किया जा रहा है। ऊपर से 22 जनवरी को वीआईपी लोगों की मौजूदगी से सुरक्षा का मुद्दा और भी संगीन हो जाता है।
यही वजह है कि इस तरह की फोर्स तैयार करने का फैसला लिया गया। अयोध्या की स्पेशल फोर्स में कुल 200 जवान हैं और उन सभी की उम्र 35 से कम है और अभी तो बस शुरुआत है।
फोर्स में जवानों की संख्या और भी बढ़ाने की तैयारी है। जन्मभूमि, मंदिर और आसपास के जितने प्रमुख मंदिर हैं जैसे हनुमानगढ़ी, कनक भवन जो ये प्रमुख मंदिर हैं इन जगहों की विशिष्ट सुरक्षा व्यवस्था की है।
इतना ही नहीं दोस्तों अयोध्या का आयरन डोम भी तैयार है जिसका जिक्र आपने केवल इजरायल हमास जंग में सुना होगा। लेकिन इसी तरह की टेक्नोलॉजी अयोध्या के आसमान से भी हर खतरे को दूर भगाने के लिए तैयार है।
ये है वो इंटीग्रेटेड मशीन जिसे वैसे तो एंटी ड्रोन सिस्टम कहा जाता है लेकिन 22 जनवरी को अयोध्या के आसमान में उड़ने वाली हर अनचाही चीज इसके काबू में होगी।
सर्विलांस का यह सिस्टम अभी तक मॉडर्न एयरपोर्ट्स और ज़रूरी इमारतों में इस्तेमाल किया जाता था। लेकिन अब इसे अयोध्या राम मंदिर की सुरक्षा के लिए इस्तेमाल किया जाएगा।
इतना ही नहीं दोस्तों ड्रोन कैमरों से पूरे अयोध्या में एयर सर्विलांस रखा जा रहा है और जो भी आउटपुट आ रहा है उसे मॉनिटर किया जा रहा है। GPS के जरिए तमाम तरीके की लोकेशन लगाई गई है और ड्रोन कैमरे के जरिए सारी हरकतों को देखा जा रहा है।
अभी तो अयोध्या में कुछ ही ड्रोन कैमरे उड़ रहे हैं, लेकिन 21 और 22 जनवरी को लगभग हजार ड्रोन कैमरों का इस्तेमाल करके सुरक्षाकर्मी अयोध्या पर नजर रखेंगे। यह सिस्टम राम मंदिर के चारों तरफ साढ़े चार किलोमीटर के दायरे में एक्टिवेट रहेगा।
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यानी कि राम मंदिर के आसमान में साढ़े चार किलोमीटर तक सुरक्षा कवच की तरह काम करेगा। इस दायरे में उड़ने वाली हर चीज को यह मशीन इंटरसेप्ट करेगी।
यह मशीन, परिंदे, ड्रोन या फिर कोई भी उड़ने वाली चीज की पहचान कर लेगी और फिर हवाई कार्रवाई से उसे साढ़े चार किलोमीटर के सुरक्षा दायरे से बाहर निकाल देगी।
एंटी ड्रोन सिस्टम ऑपरेट करने वाली कंपनियों के द्वारा कई परीक्षणों में इसे 100% इफेक्टिव पाया गया है। इसे इजराइल में विकसित किया गया है, जहां इजरायल इसे एंटी ड्रोन सिस्टम का इस्तेमाल करके हमास से मुकाबला कर रहा है और अब ये खास टेक्नॉलजी भारत के पास आ गई है जिसकी बदौलत हम अयोध्या राम मंदिर की सुरक्षा करने में पूरी तरह से सक्षम हैं।
और इसके कैमरे का जो आउटपुट है वो इतना ज्यादा क्लियर है कि किसी की भी तस्वीर ली जा सकती है। चलते हुए वाहन से लेकर सड़कों पर खड़े लोगों तक हर एक चीज साफ साफ नजर आएगी।
बाकी अयोध्या की सुरक्षा में लगी स्पेशल फोर्स के पास एक से बढ़कर एक आधुनिक हथियार मौजूद होंगे, जिनकी बदौलत वो एक झटके में दुश्मन को मौत के घाट उतार सकते हैं।
और कोई भी चीज आंखों से बचकर न जाए, इसके लिए 10,000 नए सीसीटीवी कैमरा अयोध्या राम मंदिर के आसपास इंस्टॉल किए गए हैं ताकि एक एक पल की जानकारी ली जा सके। और दोस्तों यह तो सुरक्षाबल से जुड़ी ऐसी चीजें हैं जो मीडिया कर्मियों ने सामने लाई हैं।
इसके अलावा भी उत्तर प्रदेश सरकार ने कई सारी तैयारियां कर रखी हैं जिसे डिस्क्लोज नहीं कर रहे हैं। खूफिया तरीके से कई सारे ऐसे सुरक्षाकर्मी नॉर्मल कपड़ों में भी तैनात किए जाएंगे और यह सब कुछ अयोध्या को एक बहुत ही सिक्योर एनवायरनमेंट देगा। बाकी आपका अयोध्या सिक्योरिटी सिस्टम के बारे में क्या कहना है कमेंट में जरूर बताइयेगा। धन्यवाद