network marketing या MLM में जाने से पहले उसका यह काला सच जान ले, पैसा और समय दोनों बचाये

दोस्तों , एक लड़का था समीर जिसकी उम्र 24 साल की थी , समीर कॉलेज पूरा हो जाने के बाद एक कंपनी में जॉब पर लगता है। यह वही जॉब थी जिसके लिए उसने अपने कॉलेज में मन लगाकर पढ़ाई की थी ताकि वह अच्छे नंबरों से पास हो और उसको ज्वाइन कर सके। समीर को इस जॉब से ₹40,000 की सैलरी मिल रही थी, जो उसके और उसकी फैमिली के खर्च के लिए काफी थी। वह अपनी इस जॉब से बहुत खुश था और एक हैप्पी लाइफ जी रहा था। 

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फिर एक दिन उसके घर एक दोस्त आता है। वह इस तरह से टाई और सूटबूट पहनकर आया था, जैसे मानो किसी बड़ी कंपनी का मालिक हो। समीर से रहा नहीं गया और उसने पूछ ही लिया अरे गौरव, यह सूट बूट और टाई लगाकर कहां घूम रहे हो? किसी बडी कंपनी में जॉब लग गई क्या ? या  तूने ही कोई बडी कंपनी खोल ली? गौरव ने कहा भाई देख, यह जॉब करना सब गरीब लोगों के काम है। मैं किसी की गुलामी नहीं करता। 

मेरे हाथों एक बहुत बडी स्कीम लगी है। कौन सी स्कीम समीर ने पुछा ? गौरव बोला मैं एक ऐसी कंपनी से जुडा हुआ हूं जो मुझे सिर्फ एक साल के अंदर करोडों कमाने लायक बना देगी। अब करोडों का नाम सुनते ही समीर के कान खड़े हो गए। क्या क्या कहा तूने करोडों, वह भी सिर्फ एक साल के अंदर। लेकिन कैसे? 

गौरव बोला देख अगर तुझे इसका जवाब जानना है तो तुझे मेरे साथ चलना पडेगा। इसका जवाब तुझको मेरे कोच देंगे जो खुद भी एक करोडपति है। इस पर समीर बोला, पर भाई मैं कैसे जाऊं? मैं तो सुबह जॉब पर जाता हूं और शाम को 06:00 बजे लौट कर आता हूं। इस पर गौरव बोलै सोच ले जिंदगी भर ₹40000 की नौकरी करना चाहता है या जवानी में ही करोड़पति बनना चाहता है। 

समीर यह सुनकर सोच में पड़ जाता है। ठीक है, मैं बॉस से छुट्टी ले लूंगा। हम कल चलेंगे। फिर अगले दिन दोनों एक सेमिनार में पहुंचते हैं। वहां पर सूट बूट में 30 साल का नौजवान स्टेज पर आता है और उसी स्टेज पर उसके पीछे खडी होती है चमचमाती कार। वह बोलता है कि देखो दोस्तों, आज से कुछ टाइम पहले मैं भी आप सबकी तरह ही एक बहुत गरीब इंसान था और चंद पैसे कमाने के लिए छोटी सी जॉब पर लगा हुआ था। 

उस जॉब से मैं सिर्फ अपने खर्चे ही पूरे कर पा रहा था अपने सपने नहीं। लेकिन एक दिन मुझे फिर इस कंपनी के बारे में पता चला। यह कंपनी एक MLM  कंपनी थी पर मुझे तो MLM  का मतलब तक नहीं पता था। फिर मैंने इसके बारे में थोडा अच्छे से रिसर्च की। इस दौरान मुझे समझ आया कि इससे अच्छा तरीका तो और कोई हो ही नहीं सकता पैसे कमाने का। यहां मुझे बस कुछ लोगों को कन्वेंस करना है और उन्हें साथ जोडना है अपने। और इसके बाद तो बाकी सारा काम मेरा वो लोग ही कर देंगे। 

मैंने फिर वैसा ही किया। मैं अलग अलग लोगों के पास गया और इस कंपनी से जुडने का ऑफर दिया। कुछ लोगों ने मुझे साफ मना कर दिया और कुछ लोगों ने तो मुझे गालियां भी दी। पर फिर भी मैंने नेगेटिव लोगों की एक नहीं मानी। मैं हार न मानकर अलग अलग लोगों को जोडने पर डटा रहा। फिर आखिरकार मैंने कुछ लोगों को जोड ही लिया। बस इतना ही मुझे करना था और हो गया मेरा काम। मैंने जिनको जोडा उन्होंने फिर और लोगों को जोडा। 

उन्होंने भी फिर और ज्यादा लोगों को जोडा। ऐसे करते करते मैंने चेन बना ली और बाकी उन सबका कमीशन मुझे ही मिल रहा था और इसे मैंने एक साल के अंदर इतने पैसे कमा लिए कि कार खरीद ली मैंने। ये जो तुम सब पीछे चमचमाती कार देख रहे हो ना, यह मेरी ही है। और इसके अलावा ये देखो मेरे पास एक लेटेस्ट आईफोन भी है। 

समीर उस आदमी की बातों को बहुत ध्यान से सुन रहा था। तभी वह आदमी दोबारा बोलता है क्या तुम लोग नहीं चाहोगे कि तुम्हारे पास भी एक कार हो? तुम्हारे पास भी एक लेटेस्ट आईफोन हो। क्या तुम भी अपने सपनों को पूरा करना चाहते हो? क्या चाहते हो कि तुम भी लाखों करोडों में खेलो। तो वहां पर बैठे सब लोग यस में आंसर देते हैं। समीर भी यह सब जानकर सोच में पड जाता है कि यार ₹40000 की सैलरी में मैं अपने कितने ही सपने पूरे कर लूंगा। 

और यह तो काफी अच्छी स्कीम लग रही है, सिर्फ कुछ ही लोगों को तो कन्वेंस करना है। इसमें कौन सी बडी बात है? फिर मैं भी इस आदमी की तरह अपने सारे सपने पूरे कर पाऊंगा। अगले दिन समीर ऑफिस गया। अच्छी खासी स्टेबल जॉब को छोड़ करके आ गया। और फिर  फुल टाइम के लिए उस Network Marketing कंपनी में जुड गया। 

उसने यहां पर अपने दिन रात एक कर दिए। हर रोज अलग अलग जगहों पर जाता और कनवेंस करता लोगों को, लेकिन उससे कन्वेंस होने को तो कोई राजी ही नहीं था। कुछ जगहों पर तो उसको खूब गालियां पडी पर क्योंकि उसे उस आदमी की सारी बातें याद थी तो इतने फेलियर मिलने के बावजूद भी वह डटा रहा। ऐसा करते करते उसको कई साल बीत गए पर करोडों तो छोडो महीने की उसकी 1 लाख भी अर्निंग नहीं पहुंची। 

जितना पैसा वह अपनी जॉब से एक महीने में कमाता था उतना पैसा कमाने में उसे यहां पर आठ महीने से भी ज्यादा लग जाते। खुलकर बोलै जाये तो समीर MLM कंपनी का शिकारी नहीं शिकार बन गया था। 


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MLM dark truth

अब देखिये दोस्तों ,अगर आपने समीर की कंडीशन को खुद से थोडा सा भी रिलेट किया है तो इसका मतलब यह है कि आपके पास में भी गौरव जैसा ही कोई इंसान आपको जबरदस्ती में फंसाने आया होगा। उसने आपको बडे बडे सपने दिखाए होंगे। हर मुमकिन कोशिश करी होगी कि बस आप जुड जाओ उसके साथ। 

ये लोग मोस्टली ऐसे लोगों को टारगेट करते हैं जो मिडिल या फिर लोअर मिडिल क्लास से आते हैं क्योंकि लोग अपनी लाइफ में जितने ज्यादा एवरेज हो, जितने नाकाम हो आप इन लोगों के लिए उतने ही काम का शिकार हो। तो आखिर क्या है एमएलएम स्कीम और यह काम कैसे करती है? क्या यह इंडिया में लीगल है या इललीगल है ? सबसे बडा सवाल कैसे एक आम आदमी न चाहते हुए भी इन लोगों का शिकार बन जाता है? 

आपके मन में जितने भी सवाल हैं, अगले कुछ मिनटों में ही क्लियर हो जाएंगे। और प्रैक्टिकल रीजंस आपको पता चलेंगे जिससे आप यह जान पाओगे कि आखिर क्यों आपको इन एमएलएम स्कीम से दूरी बनाकर रखनी चाहिए। तो चलिए बिना ज्यादा टाइम लगाए सीधा मेन पॉइंट्स पर आते हैं । 


क्या है MLM Scheme 

तो दोस्तों , जैसा हमको इसके नाम से ही पता चल रहा है MLM ( मल्टी लेवल मार्केटिंग) ये बेसिकली एक मार्केटिंग है जो कुछ कंपनीज अपनाती है। यहां पर आपको कई लेवल देखने को मिलते हैं । 

MLM ponzi scheme pyramid diagram


जैसा कि आप इस फोटो में देख रहे हो। यहां सबसे टॉप पर एक बंदा होगा, जो ओनर होगा इस सबका। इसके नीचे दो लोग, उसके नीचे और चार लोग। फिर उसके  नीचे आठ लोग। तो ऐसे ही यह chain या आप कह सकते हो लेवल बढती रहती है। ऐसी शेप को दूसरे वर्ड्स में प्राइम स्कीम भी कहा जाता है। अब मैं आपको बताता हूं कि यह स्कीम काम कैसे करती है। 

सलमान खान की एक मूवी आई थी जय हो। उसके अंदर एक डायलॉग था जो बहुत फेमस हुआ था। "अगर आपको ऐसा लगता है कि हम लोगों ने आप पर कोई एहसान किया है तो आप  थैंक्यू मत कहिए। बल्कि तीन लोगों की मदद कीजिये आप और उन तीनों से कहना कि वो तीन ओर की मदद करें। बस यही स्ट्रेटेजी है इनकी। 

पहले क्या होता था जिसके भी थ्रू इसको  स्टार्ट किया जाता था वह अपने साथ पहले तीन लोगों को लेता था। उन तीन लोगों से वह बोला देखो तुम्हें यहां पर एक पर्टिकुलर अमाउंट इन्वेस्ट करना है जिससे तुमको आगे चलकर बहुत अच्छे रिटर्न मिलेंगे। अगर तुम अपने साथ तीन और लोगों को जोड़ लोगे तो उन्हें जोड़ने की कुछ परसेंट कमीशन तुम्हारे खाते में भी आती रहेगी। 

यह सुनने में लोगों को काफी यूनीक और आसान आइडिया लगा पैसे कमाने का। यह चेन 1 से 3, 3 से 9, 9 से 27 और यह फिर ऐसे से ही बढ़ती चली गई। फिर कुछ टाइम बाद जब इस पर सरकार की नजर पड़ी तो सरकार ने इस स्कीम को इलीगल घोषित किया और इस पर तुरंत बैन लगा दिया। जिससे फिर अचानक से ही इन सब स्कीम्स का दिवालिया निकलने को तैयार हो गया। इस तरह से अपना डाउनफॉल आते देख बहुत दिमाग दौड़ाया उन्होंने अपना। 

जिससे फाइनली उनको एक ऐसा आईडिया मिला जो गवर्नमेंट बैन कर ही नहीं सकती थी। अब उन्होंने मार्केट के अंदर कुछ प्रोडक्ट निकाल दिए। प्रोडक्ट्स जैसे कि साबुन, तेल, शैंपू, टूथपेस्ट और भी बहुत कुछ। अब ये लोगों को जोड़ कर यह कहने लगे कि देखो तुमको जोइनिंग फीस देने की तो कोई जरूरत ही नहीं है और ना ही तुम्हें कोई इन्वेस्टमेंट करने की जरूरत है। तुमको तो बस इतने पैसे का हमारे प्रोडक्ट बाय करना है। 

अब इस वाली स्कीम ने लोगों को फिर से सोच में डाल दिया कि यार ₹5,000 लगाकर ₹5,000 का सामान मिल रहा है। मतलब जीरो इन्वेस्टमेंट है इसमें। तो इसमें हमारा क्या ही नुकसान हो जाएगा। पर उनको यह नहीं पता था कि इस स्कीम की आड़ में वह वही पुरानी स्कीम ही चला रहे हैं, क्योंकि उनके जो प्रोडक्ट है एक तो यह बहुत महंगे है और मैक्सिमम प्रोडक्ट तो इसमें एकदम यूजलेस है। 

आप खुद ही सोचो कि अगर किसी कंपनी के प्रोडक्ट्स की क्वालिटी अच्छी है, उससे लोगों को एक्चुअल में फायदा हो रहा है तो ऐसी कंपनी को लोगों को जोड़ने की क्या जरूरत है। वह तो सिंपली अपने प्रोडक्ट का प्रमोशन करेंगे और निकाल लेंगे अपनी सेल्स। इसके अंदर यहां बैठे लोगों को खुद पता है कि असली मकसद उनका प्रोडक्ट बेचना नहीं लोगों को जोड़ना है। 

ताकि इसके जो टॉप पर लोग बैठे हुए हैं वह खुद ही अमीर बनते चले जाएं। लेकिन अब एक और सवाल ये आता है कि जो लोग इतने ज्यादा एजुकेटेड नहीं है या जिन्होंने इतना कुछ देखा नहीं है इस सबके बारे में वो लोग इसमें फंस जाएं तो समझ आता है क्योंकि उनको इतनी जानकारी नहीं होती। 

पर जो लोग इस बारे में थोडा बहुत जानते भी हैं या जिन्होंने पहले सुन रखा है इस बारे में वो इसमें ज्वाइन होने से खुद को क्यों नहीं रोक पाते? तो देखो इसकी सबसे बडी वजह है एक आम इंसान की Hope। अगर आपको इनके कोई सेमिनार में ले गया तो वहां बैठे गुरु आपको कई अलग अलग लोगों के एग्जांपल देंगे। इस तरह से वो आपका  ब्रेनवॉश कर देंगे कि आपका सोचने का तरीका ही बदल जाएगा। 

फिर अंदर ही अंदर आपकी इच्छा जागने लगेगी कि अगर वाकई में ये बातें सच है तो मेरी तो लाइफ बदल सकती है। इसलिए तो उनकी बडी टारगेट ऑडियंस 17 से 25 उम्र के युवा होते हैं , क्योंकि इस एज ग्रुप के लोगों ने कुछ बहुत एक्सपीरियंस नहीं किए होते। इसलिए ऐसे नौजवानों  को अपनी लग्जरी लाइफस्टाइल दिखाकर मैनिपुलेट करना ज्यादा आसान है। 

दूसरी वजह, जिससे आप इसमें फंस जाते हो, वो आपके खुद के ही लोग हैं। क्योंकि देखो, अगर कोई अनजान आदमी आता है और आपको ये स्कीम समझाने का ट्राई करता है तो उसे तो आपको एकदम ना बोल देने में कोई दिक्कत ही नहीं होगी। यही स्कीम समझाने अगर आपका कोई दोस्त आए, आपका कोई पडोसी आए, आपके रिश्तेदार आए, आपकी गर्लफ्रेंड या बॉयफ्रेंड आए या फिर आपका कोई फैमिली मेंबर ही आ जाए तो अब आप इनको डायरेक्टली ना बोल ही नहीं सकते। और कई बार रिलेशन बनाए रखने के लिए आप इसमें फंस जाते हो। 

तीसरा और सबसे बडा रीजन यह है कि इसको कोई भी जॉइन कर सकता है। अगर आप एक अच्छी जॉब में अप्लाई करने जा रहे हो तो क्या चाहिए आपको? आपकी स्किल्स कमाल की हो, डिग्री हो आपके पास, आपका एक्सपीरियंस हो उस फील्ड में वगैरह वगैरह। यहां ज्वाइन करने के लिए आपको ये कुछ भी नहीं चाहिए। बस आपके पास एक सूट, एक टाई, अमीरी झलकाने के लिए एक रुमाल और भर भर के झूठ बोलना आना चाहिए। 

अच्छा! अब आपके दिमाग में ये आ रहा होगा कि अगर ये भी स्कैम है तो आखिर ये  इंडिया के अंदर लीगल ही क्यों है? क्यों नहीं इसको बैन कर दिया जाता। तो देखो एमएलएम के अंदर ये लोगों को एक प्रोडक्ट बेचते हैं। और पैसे के बदले में अगर आपको कोई प्रोडक्ट या सर्विस बेच रहा है तो वो इललीगल नहीं माना जाएगा। तो इस तरह से वो दिखाते तो है कि हम एक प्रोडक्ट बेच रहे हैं। 

पर एक्चुअल में इनका असली मकसद लोगों को जोडना ही होता है। और देखो ऐसा भी नहीं है कि एमएलएम स्कीम चलाने वाली सारी कंपनी ऐसी है। कुछ कंपनी इसके अंदर ऐसी भी आती है जो एक्चुअल में क्वालिटी प्रोडक्ट दे रही है। उनके प्रोडक्ट अच्छे होंगे वो आपको सेलिंग के लिए प्रेशर नहीं करेंगे। प्रोडक्ट बेचने के लिए आप पर किसी तरह का प्रेशर नहीं बनाएंगे। ऐसे एका दुक्का कंपनियों को छोड़ दें तो बाकी कंपनी यही सब करने में लगी है। 

तो आखिर इस चीज का सलूशन क्या है? कैसे हम इनके जाल से खुद के पैसे और खुद के टाइम को बचाकर रख सकते हैं? क्योंकि देखो एमएलएम में फंसाने के लिए और भी कई तरीके आ गए हैं जैसे कि Affiliate Marketing  

तो इस सब से बचने के लिए जितनी भी इंफॉर्मेशन मैंने इस आर्टिकल में दी है, मुझे नहीं लगता कि इसके बाद आपको इसमें कोई फंसा पाएगा। फिर चाहे वो कोई अनजान हो या आपका जानने वाला ही क्यों न हो। बस एक बात आप ये समझ लो कि अगर आप एक लोवर या लोवर मिडिल क्लास से हो तो कम मेहनत में एक दो साल में ही आप करोड़पति बन जाओगे ये बिल्कुल नामुमकिन है। 

आपको इसके लिए मेहनत करनी होगी, स्मार्ट वर्क करना होगा, अपने अंदर स्किल्स डेवलप करनी होंगी। ऐसा कुछ वैल्यूएबल करना होगा जो लोगों की लाइफ में वैल्यू ऐड करें। फिर धीरे धीरे आपकी इनकम इनक्रीस होगी। तब आप एक लेवल तक पहुंच पाओगे। 

दूसरा तरीका इससे बचने का: सेल्फ हेल्प कैटेगरी में आपने एक चीज नोटिस करी होगी कि यहां भी आपको बहुत बड़े बड़े सपने दिखाए जाते हैं। जैसे अगर आज आप गरीब हो तो कैसे स्टॉक मार्केट में पैसा लगाकर आप पांच साल में ही करोड़पति बन सकते हो। 

एक दो साल के अंदर आप फाइनेंशल फ्रीडम कैसे पा सकते हो और हाँ  पास्ट में कुछ आर्टिकल्स मैंने भी इस पर बनाये हुए हैं । थैंक फुली, मैंने इस बात को रियलाइज किया और आप सबके लिए मैंने अपनी ही कैटेगरी को एक्सपोज कर दिया।  ये मैंने आपको इसलिए बताया क्योंकि फाइनेंस और सेल्फ हेल्प की जो कैटेगरी है ये भी आपके अंदर एक होप ही पैदा करती है। जिससे भले ही हम एक्चुअल में कुछ न कर रहे हों पर ऐसी वीडियो या आर्टिकल  देखने के बाद हमारे अंदर मोटिवेशन आ जाती है। 

हमें लगने लग जाता है कि बस अब तो एक दो साल में ही करोड़पति बन जाऊंगा और आखिर में फिर हम एमएलएम जैसी कंपनी के शिकार बन ही जाते हैं। ये बात मैं मानता हूं कि व्यूज के लिए थोडा बहुत clickbait  करना पड़ जाता है। अगर उस वीडियो या आर्टिकल के अंदर कोई प्रैक्टिकल बात ही नहीं है तो उसका क्या ही फायदा। तो आपकी जिम्मेदारी है कि अगर आगे आपको इस तरह के वीडियो या आर्टिकल्स दिखें तो ये देखो कि क्या उसमें प्रैक्टिकल बातें बताई जा रही हैं या आपको कहानी दिखाकर सिर्फ मोटिवेट किया जा रहा है और कुछ नहीं। 

अगर आपको ये लगे कि यहां कोई वैल्यू नहीं है तो एक हैशटैग है जो आपको उस इंसान के कमेंट में स्प्रेड करना है और ये हैशटैग है #bepractical। फिर चाहे वो मैं हूं या कोई भी क्यों न हो ताकि उनको भी इस चीज का एहसास हो और वो भी आपको सिर्फ सपने दिखाने के बजाय कुछ ऐसा कंटेंट ला सके जो एक्चुअल में आपकी मदद कर रहा हो। इस आर्टिकल पर जो भी आपकी राय है आप कमेंट सेक्शन में जरूर बताइयेगा। 

Vinod Pandey

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