एक रिपोर्ट शेयर कि गयी है Association of Mutual Funds in India (AMFI ) के द्वारा की इन्वेस्टर्स अब बहुत बड़े नंबर्स में अपना SIP अकाउंट बंद करवा रहे हैं। पिछले 15 महीनों में औसतन हर महीने 9.2 .लाख SIP accounts शुरू हो रहे थे। पर फरवरी 2023 में ये डिक्लाइन होकर 6.6 लाख एकाउंट ही ओपेन हुए हैं , और फरवरी 2023 में ही 14.3 लाख SIP अकाउंट बंद किये गए हैं ।
एक्सपर्ट की राय ये है कि मार्केट अच्छा परफॉर्म नहीं कर रहा है। इसीलिए लोग अपना SIP account बंद करवा रहे हैं। सेंसेक्स ने पिछले एक साल में -1.23% का रिटर्न दिया है। वहीं, Nifty- Fifty ने -2.39 % का रिटर्न दिया है। तो दोस्तों, इस आर्टिकल में आप सीखेंगे कि अभी क्यों सही टाइम हो सकता है SIP शुरू करने के लिए और साथ ही साथ हम ये सीखेंगे कि SIP बेटर है या LUMPSUM इन्वेस्टमेंट लॉन्ग टर्म वेल्थ के लिए।
What is SIP & its benefits?
SIP यानी सिस्टमैटिक इन्वेस्टमेंट प्लानिंग। इसमें आप हर महीने एक स्पेसिफिक डेट पर ऑटोमेटिकली आपके बैंक एकाउंट से पैसे इनवेस्ट हो जाते हैं आपके चुने हुए म्यूचुअल फंड्स में। SIP के तीन बहुत ही इंपॉर्टेंट फायदे हैं।
1. आप एक डिसिप्लिन इन्वेस्टर बन जाते हैं।
SIP स्टार्ट करने के बाद आपके पास कोई ऑप्शन नहीं है,आपको डिसिप्लिन होना ही पड़ेगा क्योंकि हर महीने पैसे इन्वेस्ट होते हैं। वैसे आप SIP को कभी भी पॉज या स्टॉप कर सकते हैं और बाकी पैसे इन्वेस्ट रहेंगे और ग्रो भी होंगे। पर फिर भी SIP से आप बिना किसी एफर्ट से डिसिप्लिन बन जाते हैं क्योंकि कंसिस्टेंसी मेंटेन रहती है आपके इन्वेस्टमेंट की।
2. आपको Rupee cost averaging का बेनिफिट मिलता है।
जब आप म्यूचुअल फंड्स में इन्वेस्ट करते हैं तो आपको यूनिट्स मिलते हैं। वो डिपेंड करता है किस NAV पर अपने खरीदा है। NAV का मतलब है Net Asset Value. जैसे कंपनी की share price होती है, उसी तरह mutual fund companies की NAV होती है।
चलिए इसे एग्जाम्पल समझते हैं। तो मान लीजिए आपने 01 जनवरी 2023 में एक म्यूचुअल फंड में ₹10,000 इनवेस्ट किए और NAV था उस दिन ₹15 का। तो यूनिट निकालने का फॉर्मूला बहुत सिंपल है।Invested Amount Divided by NAV ,तो आपको 666.67 units मिला अपने पहले SIP से। दूसरे महीने ठीक एक तारीख को फिर से आपके ₹10,000 इनवेस्ट हो गए और उस दिन NAV था ₹17 का, तो आपको यूनिट्स थोड़े कम मिले।
जैसा कि आप देख सकते हैं कि आपको 588.24 यूनिट्स मिले। ऊपर चार्ट में आप अगले महीनों का NAV भी देख सकते हैं। तो जब आप अपने NAV का टोटल करेंगे और उसका एवरेज निकालेंगे तो आप देख सकते हैं कि पिछले पांच महीनों में अपने SIP investments में औसतन ₹14 के एवरेजNAV से आपने ये सारे यूनिट्स खरीदे हैं।
मान लीजिए आपने 1 जुलाई 2023 में अपने सारे यूनिट्स को बेच दिया या उसे रिडीम कर लिया और उस दिन एक NAV का प्राइस था ₹18 । तो आपने कुल ₹66838. 24 कमाया।
यही ₹50,000 अगर आपने 01 जनवरी 2023 में LUMPSUM में इन्वेस्ट किया होता और उस दिन NAV चल रहा था ₹15 का तो आपको 3333.33 यूनिट्स मिलती और आपने अगर अपने LUMPSUM इन्वेस्टमेंट को रिडीम किया होता 1 जुलाई 2023 में तो आपको ₹60000 मिलते, जो छह हज़ार रुपए कम है SIP वाली स्ट्रैटेजी से। तो यही है rupee cost average, जो आपको SIP में मिलता है।
3. तीसरा बेनिफिट है power of compounding.।
मान लेते हैं आपने 15 हज़ार रुपए per month से 25 साल की उम्र में अपनी SIP शुरू कि और 20 साल तक आप SIP करने का सोच रहे हैं। और आपका एक्सपेक्टेड रिटर्न्स मान लेते हैं 15% होने वाला है।
तो आप देख सकते हैं कि 20 साल बाद यानी जब आप 45 के होंगे, आपका इन्वेस्टमेंट 2.3 करोड़ का हो चुका होगा, जिसमें आपने 36 लाख रुपए इन्वेस्ट किया है पर आपको 1.9 करोड़ का रिटर्न्स मिला है।
अभी आप देखेंगे कंपाउंडिंग की पावर। मान लीजिये 45 की उम्र में अभी आपके पास एक अच्छी जॉब है और आपको फिलहाल पैसों की रिक्वायरमेंट नहीं है तो आपने दो साल ₹15,000 का SIP जारी रखा।
तो आप देखेंगे आपके 2.3 करोड़ आपके 3.1 करोड़ हो चुके हैं। यानी दो सालों में आपने ₹80 लाख कमाया है। अभी आपने चलिये तीन साल और कंटीन्यू किया पर आप देख सकते हैं कि 3.1 करोड़ अब 4.9 करोड़ हो चुका है। यानी लास्ट 3 साल में आपने 1.8 करोड़ कमाया है।
मान लेते हैं कि आपको सच में पैसे की अभी जरूरत नहीं है और आप तीन साल और कंटीन्यू करेंगे तो अब आपका 4.9 करोड़ अब 7.8 करोड़ हो जाएगा। यानी लास्ट तीन साल में आपने 2.8 करोड़ कमाया है। तो 35 साल अगर आप invested रहते हैं ,तो आपका investment वैल्यू 22.3 करोड़ हो जायेगा।
और आप देख सकते हैं कि 20 साल में आपका इन्वेस्टमेंट वैल्यू था 2.3 करोड़ और अगले 15 साल में आपने ₹20 करोड़ कमाए हैं। तो ये ही है पावर ऑफ कंपाउंडिंग। तो SIP के तीन मेजर बेनेफिट हमने सीखे :
नंबर 1 Discipline Investing
नंबर2 Rupee Cost Average
नंबर3 Power of Compounding.
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What is Lumpsum & its benefits
अब आते LUMPSUM में ।LUMPSUM में आप एक बड़ा एमाउंट निवेश करते हैं। म्यूचुअल फंड्स में इसका पहला फायदा ये है कि इसमें कोई भी फिक्स इन्वेस्टमेंट नहीं है। यानी एसआईपी की तरह आपको हर महीने इसमें इनवेस्ट नहीं करना होता है और आपको टेंशन नहीं रहती है कि अपने बैंक एकाउंट में इनफ बैलेंस रखने की।
दूसरा बेनिफिट है आपको better return मिल सकता है अगर मार्केट ऊपर जाता है। तो चलिए अब समझते पिछले उदहारण से कि कैसे LUMPSUM से आपका फायदा हो सकता है। मान लेते हैं कि हर महीने मार्केट ऊपर जा रहा है जिससे NAV का प्राइस बढ़ रहा है।
तो फिर से आप देख सकते हैं कि NAV बढ़ने पर आपको यूनिट्स कम मिल रहे हैं। तो एवरेज जाया 22.4 का, तो टोटल यूनिट आपको मिला, 2354.55 और 1 जुलाई 2023 में आपने रिडीम किया अपनेसीप को और उस दिन NAV चल रहा था 32 रुपये का। तो टोटल इनवेस्टमेंट वैल्यू बना 75345.45 रुपीस।
और अगर आपने इतने ही पैसे LUMPSUM में इन्वेस्ट किए होते 01 जानवरी 2023 में जब उसका NAV था ₹15 का तो आपको 3333.33 यूनिट मिलते और आपने अगर 01 जुलाई 2023 में रिडीम किया होता अपने LUMPSUM इनवेस्टमेंट को और उस वक्त NAV था ₹32 का तो आपका इन्वेस्टमेंट वैल्यू होता ₹106666.67 ।
दोनों का अगर आप डिफरेंस देखेंगे तो करीब ₹31000 से ज्यादा का डिफरेंस आता है। तो ये बहुत बड़ा एडवांटेज है LUMPSUM इनवेस्टमेंट में अगर मार्केट ऊपर जाता है तो आपको रिटर्न्स भी अच्छे मिलते हैं।
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SIP vs Lumpsum
अब आते हैं मुख्य प्रश्न पर । SIP करें,या LUMPSUM करे। मोस्टली एक्सपर्ट कहते हैं कि SIP बेटर है एक begineers के लिए और LUMPSUM इन्वेस्टमेंट बेटर है एक्सपीरियंस इन्वेस्टर के लिए, क्योंकि SIP आप कभी भी शुरू कर सकते हैं। मार्केट कैसा परफॉर्म कर रहा है, इससे उतना फर्क नहीं पड़ता है।
पर LUMPSUM इन्वेस्टमेंट में आप मार्केट को टाइम कर रहे होते हैं, जो ज्यादा रिस्की होता है। और SIP इतना ज्यादा पॉपुलर है कि लोग कहते हैं कि SIP बेटर है LUMPSUM से। पर ऐसा हम हर एक सिनारियो में नहीं कह सकते।
एग्जाम्पल के लिए मैंने यहां पर Kotak Flexi Cap Fund को यूज किया है। ये इन्वेस्टमेंट रिकमंडेशन बिल्कुल भी नहीं है तो आप देख सकते हैं 01 अप्रैल 2020 में इनका NAV यानी नेट एसेट वैल्यू की प्राइस थी ₹28 ।
मान लेते हैं 01 अप्रैल से आपने पाँच हज़ार रुपए से SIP शुरू किया है। इस दिन तो आपको 178.57 यूनिट्स मिलेंगी। तो अगले महीने एक तारीख को फिर से पाँच हज़ार रुपए ऑटोमेटिकली इन्वेस्ट होगा इस म्यूचुअल फंड में तो उस दिन एक NAV का मूल्य था 31.09 तो इस हिसाब से आपको 160.82 यूनिट मिले।
ऐसा करके मैंने पूरे साल का amount invested, NAV और यूनिट कैलकुलेट कर लिया है। 01 अप्रैल से 01 दिसंबर तक टोटल इन्वेस्टमेंट हुआ है ₹45000 और टोटल यूनिट मिला है 1283.74 . मान लेते हैं जितना आपने SIP में इन्वेस्ट किया है पूरे साल में अगर आप उतना ही LUMPSUM इन्वेस्ट करते हैं तो क्या आपको फायदा होता या नुकसान होता? चलिए वह भी देख लेते हैं।
तो मैंने LUMPSUM में ऐड किया है ₹45000 और 01 अप्रैल 2020 में एक NAV का price था 28 रुपीस ,तो टोटल यूनिट आया 1607.1429 । और मान लीजिए आपने 01 जनवरी 2021 में अपने सारे यूनिट्स बेच दिए, SIP में भी और LUMPSUM में भी। तो चलिए इनका अंतर देखते हैं।
तो 01 जनवरी 2021 के अनुसार एक NAV का प्राइस है ₹45.36 तो टोटल एसआईपी वैल्यू आएगा। number of unit multiply by NAV जो लगभग ₹58000 आएगा।ऐसे ही हम LUMPSUM को भी कैलकुलेट कर लेते हैं। number of unit multiply by NAV ये आएगा लगभग ₹72000. तो SIP में return आया है 29.40% का।
और अगर LUMPSUM का कैलकुलेट करें तो इसका return आया है 62% का। पहले आठ महीने में तो LUMPSUM इन्वेस्टमेंट ने बेटर परफॉर्म किया है। इसे अगर कंटिन्यू करें आज के डेट तक तो क्या डिफरेंस आएगा? चलिए वो भी देख लेते हैं।
01 जनवरी 2021 से आपने पाँच हज़ार रुपए का एसआईपी कंटीन्यू किया और उस दिन एनएवी था 45.36 का। इसी तरीके से मैंने 01 मार्च 2023 तक का एनएवी यूनिट कैलकुलेट कर लिया है।
तो आप देख सकते हैं कि टोटल इन्वेस्टमेंट हुआ है ₹1,80,000 का और टोटल यूनिट मिला है 3745.88। और ये जो 57.1 का वैल्यू है ये एनएवी है 28 मार्च 2023 का और हम यह मान रहे हैं कि इस दिन हमने सारे यूनिट्स को निकल लिया है। तो टोटल इन्वेस्टमेंट वैल्यू हुआ 1,80,000 का। तो टोटल एसआईपी वैल्यू आया 213000 का तो रिटर्न आएगा 18. 83 % का।
01 अप्रैल 2020 को 45000 इन्वेस्ट हुआ है LUMPSUM का जिसपर कुल यूनिट मिला है 1600 और 01 जनवरी 2021 में ₹1,35,000 का LUMPSUM इन्वेस्टमेंट हुआ है। तब आपको 2976 यूनिट्स मिले हैं। तो टोटल यूनिट हुआ 4583.33.
तो SIP और LUMPSUM के यूनिट डिफरेंस देखते हैं तो 800 ज्यादा यूनिट्स मिले हैं LUMPSUM इन्वेस्टमेंट में। तो टोटल इन्वेस्टमेंट वैल्यू है ₹1,80,000। टोटल एसआईपी वैल्यू आया लगभग ₹260000। और absolute return आया 45.39% का । तो अगर आप absolute रिटर्न्स में डिफरेंस देखें तो वो है अराउंड 26.57% का।
तो दोस्तों यहाँ पर मैं आप को यह समझाने की कोशिश कर रहा हूं कि जब मार्केट गिरता है तो SIP में आपको फायदा होता है। यानी Bearish Market में हमेशा SIP अच्छा बूम करेगा और वही जब Bullish Market आता है यानी जब मार्केट ऊपर जा रहा होता है तो LUMPSUM में अच्छा फायदा मिल सकता है अगर आपकी टाइमिंग सही रही तो।
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तो दोस्तों इस आर्टिकल का निष्कर्ष क्या है?
1. अपनी SIP को बंद मत करिए। इन जनरल एक दो साल के रिटर्न्स पर फोकस आपको नहीं करना है क्योंकि जब आप म्यूचुअल फंड में निवेश करते हैं तो मिनिमम 3-5 साल इन्वेस्ट करते रहे तभी आपको एक अच्छा रिटर्न्स मिल सकता है।
2. SIP नौकरीपेशा लोगों के लिए अच्छा ऑप्शन है और LUMPSUM बिजनेस मैन या उन लोगों के लिए बेटर हो सकता है जिनकी एक फिक्स्ड इनकम नहीं है और जिनको थोड़ा बहुत एक्सपीरियंस है स्टॉक मार्केट के बारे में।
3. तीसरा एंड फाइनल कन्क्लूजन ये है कि सबके लिए LUMPSUM इन्वेस्टमेंट सही नहीं है क्योंकि पहली चीज आपको एक बड़ा कैपिटल चाहिए। LUMPSUM से बेनिफिट लेने के लिए नॉलेज भी चाहिए स्टॉक मार्केट के बारे में ,लेकिन SIP स्टार्ट करना बहुत ही इजी है
यहां पे आप मिनिमम पैसों से भी स्टार्ट कर सकते हैं तो एंट्री बैरियर बहुत ही कम है। ऐसे कई सारे म्यूचुअल फंड हैं जहां पर आप सिर्फ हंड्रेड रुपीस पर month से भी शुरू कर सकते हैं।